अखिलेश यादव का तंज : बुआजी कब भाजपा से रक्षाबंधन मना लें, किसी को नहीं पता
महाराजगंज (उप्र) :उत्तर प्रदेश में पांचवें चरण के लिए मतदान कल होने हैं इससे पहले सपा के अध्यक्ष और सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने विरोधी पार्टी भाजपा पर आज जमकर हमला किया और उनके स्टार प्रचारक नरेंद्र मोदी को एक बार फिर आड़े हाथ लिया. काशी में बिजली नहीं आने के आरोप पर […]
महाराजगंज (उप्र) :उत्तर प्रदेश में पांचवें चरण के लिए मतदान कल होने हैं इससे पहले सपा के अध्यक्ष और सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने विरोधी पार्टी भाजपा पर आज जमकर हमला किया और उनके स्टार प्रचारक नरेंद्र मोदी को एक बार फिर आड़े हाथ लिया. काशी में बिजली नहीं आने के आरोप पर अखिलेश यादव ने पीएम मोदी को चुनौती दी कि अगर काशी में 24 घंटे बिजली नहीं आ रही तो मोदी गंगा मैया की कसम खाकर ये बात कहें.
अखिलेश ने यहां एक चुनावी जनसभा में कहा कि हमने जितनी बिजली रमजान पर दी, उससे अधिक दीवाली पर दी और क्रिसमस पर भी दी… जब किसी से सच बुलवाना होता है तो कहते हैं कि खाओ गंगा मैया की कसम. वाराणसी से चुनाव लडते समय पीएम ने कहा था कि गंगा मैया ने हमें बुलाया है … (अगर) काशी में 24 घंटे बिजली नहीं आ रही तो पीएम खाएं गंगा मैया की कसम…
कांग्रेस के साथ गठबंधन पर अखिलेश ने कहा कि कांग्रेस के साथ हमारा सहयोग है. समाजवादी लोग वैसे तो जब साइकिल चलाते हैं तो अपने आप पैडल मारकर साइकिल चला लेते हैं. जब जोश और उत्साह में होते हैं तो हैंडिल छोडकर भी चला लेते हैं. ‘‘अब तो हैंडल पर कांग्रेस पार्टी का भी हाथ लग गया है तो बताओ साइकिल की रफ्तार कितनी होगी ?’
अखिलेश ने कहा कि कि घबराये हुए लोग कहते हैं कि ये दो कुनबों का गठबंधन है. एक लखनऊवाला और एक दिल्ली वाला. ये कुनबों का नहीं बल्कि दो युवाओं का गठबंधन है जो उत्तर प्रदेश और देश की राजनीति में बदलाव लाएगा.
मायावती पर चिर परिचित शैली में हमला बोलते हुए अखिलेश ने कहा कि पत्थर वाली पार्टी की नेता मायावती पता नहीं, कहां से कागज लिखवाकर लाती हैं. वह रैली में जब भाषण पढती हैं तो सभा में आधे से ज्यादा लोग सो रहे होते हैं. मुख्यमंत्री ने मायावती पर तंज कसा, ‘‘सुना है भाषा बदल गयी है. स्मारक और मूर्तियां नहीं बनाएंगे. विकास करेंगे. मैंने कहा लखनऊ में हमने आपका विकास देखा है कि नौ साल से पत्थर वाले हाथी लगे हैं. जो खडे हैं वे खडे ही हैं और जो बैठे हैं वे बैठे हैं. खडे वाले हाथी बैठे नहीं हैं और बैठे वाले हाथी खडे नहीं हैं.” अखिलेश ने वोटरों को आगाह करते हुए कहा, ‘‘हमारी बुआ से सावधान रहना. भाजपा से कब रक्षाबंधन मना लें, कोई नहीं जानता है. हमारी सरकार बनाने के लिए हमारी मदद करो। हमने किसानों का कर्ज माफ किया, और बिजली का बेहतर इंतजाम किय.”