हमारे जनसमर्थन को देखकर भाजपा को करना पड़ा बार-बार रोड शो : अखिलेश

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज दावा किया कि उनके लिए अपार जनसमर्थन को देखकर भाजपा को बार बार रोड शो करने पड़े. अखिलेश ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मेरे लिए जन समर्थन देखकर भाजपा को कई रोड शो करने पड़े. डर के चलते भाजपा को बार बार रोडशो करने पड़े.” […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 7, 2017 5:09 PM

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज दावा किया कि उनके लिए अपार जनसमर्थन को देखकर भाजपा को बार बार रोड शो करने पड़े.

अखिलेश ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मेरे लिए जन समर्थन देखकर भाजपा को कई रोड शो करने पड़े. डर के चलते भाजपा को बार बार रोडशो करने पड़े.” भाजपा को ‘झूठ बोलने में माहिर’ करार देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘(वाराणसी में) बिजली कटौती को बेवजह मुद्दा बनाया गया जबकि आरती और पूजापाठ के दौरान किसी ने गलती से पंखे की जगह लाइट बंद कर दी थी.” प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी पहले अपनी सरकार के तीन साल का हिसाब दें. उसके बाद वह अपनी सपा सरकार के पांच साल का हिसाब दे देंगे.

उन्होंने कहा, ‘‘हम जानना चाहते हैं कि भाजपा कौन सा एक्सप्रेसवे बनाना चाहती है. महिलाओं की सुरक्षा के लिए केंद्र ने क्या किया.” अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए अखिलेश ने कहा कि आने वाले समय में कोई ऐसी गरीब महिला नहीं बचेगी, जिसे समाजवादी सरकार पेंशन ना दे.

मायावती पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने कहा, ‘‘मेरी बुआ नकद लिये बिना किसी को आशीर्वाद नहीं देतीं. मैं उन्हें 11 मार्च से पहले अपने घर चाय पर बुलाता हूं और वो देख लें कि मेरे घर पर लगे पत्थरों और उनके (मायावती) द्वारा इस्तेमाल किये गये पत्थरों में क्या फर्क है….दूसरों के घरों में झांकना अच्छी आदत नहीं है.” बलात्कार के आरोपी गायत्री प्रजापति के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि कानून अपना काम करेगा और पुलिस आवश्यक कार्रवाई कर रही है.

इससे पहले अखिलेश ने मायावती पर निशाना साधा. उन्‍होंने कहा, जिस व्यक्ति ने जिन्दा रहते अपनी मूर्ति लगवा ली हो, उससे विकास की उम्मीद कौन करेगा. साथ ही कहा कि इस बार प्रदेश की जनता मायावती को सही मायने में चने चबवा देगी.
अखिलेश ने एक चुनाव सभा में कहा, ‘‘सुना है, अब (मायावती) कह रही हैं कि हम विकास करेंगे. जब मौका मिला था तो जिन्दा में मूर्ति लगवा ली थी. जिसने जिन्दा में मूर्ति लगवा ली हो, उनसे कौन उम्मीद करेगा कि मौका मिलेगा तो वह विकास करेंगी.’ उन्होंने कहा कि लखनऊ में हमने मायावती का विकास देखा है. बड़े-बड़े पत्थरों के हाथी लगे हैं. वैसे के वैसे खड़े हैं. जो बैठे थे, बैठे हैं और जो खड़े थे, खड़े हैं.
अखिलेश ने कहा कि कल प्रेस कांफ्रेस में ‘पत्थर वाली पार्टी की नेता’ (मायावती) कह रही थीं कि हमें (अखिलेश को) नहीं पता कि पत्थरों के हाथी चलते नहीं हैं. ‘‘आप ऐसे हाथी लगवा देतीं जो चल रहे होते तो हम कहते कि चल रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘‘वैसे तो हमारी बुआ हैं लेकिन भाजपा से कब रक्षाबंधन मना लेती हैं, पता नहीं इसलिए उनसे सावधान रहने की जरुरत है. आजकल कह रही हैं कि बच्चों को चने खिलाएंगे. तीन बार मुख्यमंत्री रहीं, एक बार भी नहीं खिलवाया. अब कहां से खिलवाएंगे. इस बार जनता सही मायने में उन्हें चने चबवा देगी.’

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