गोरखपुर : योगी आदित्यनाथ ने रविवार को उत्तर प्रदेश के 21वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. लेकिन कट्टर हिंदूवादी विचारधारा वाली क्षवि के कारण कई लोगों को भाजपा का यह फैसला पसंद नहीं आ रहा है. योगी आदित्यनाथ अपने भड़काऊ बयानों के लिए भी जाने-जाते हैं.
योगी गोरखनाथ मठ के महंत हैं, भगवा वस्त्र पहनते हैं, उनकी क्षवि कट्टरवादी लगती है, लेकिन उनके मठ के अंदर का वातावरण इस सोच से ठीक उलट है. उनके मठ के अंदर सांप्रदायिकता जैसी कोई बात नजर नहीं आती है. मीडिया में चल रही खबरों की अगर मानें तो योगी के मठ में पिछले 35 सालों से हो रहे निर्माण कार्यों का हिसाब-किताब एक मुसलमान के हाथों में है.
यासिन अंसारी नाम का एक मुसलीम शख्स ही पिछले कई सालों से मठ का हिसाब-किताब रखते हैं. मीडिया के साथ बातचीत में उन्होंने बताया कि योगी आदित्यनाथ के साथ उनका दोस्ताना संबंध है. छोटे महंत जब भी मठ आते हैं तो उन्हें जरूर फोन करते हैं और सारा हिसाब लेते हैं.
अंसारी ने बताया कि महंत जी के घर पर उन्हें कोई रोक-टोक नहीं है. वो जहां चाहते हैं घुलेआम घूमते हैं. अंसारी ने बताया, मैं महंत जी के घर पर आजादी से घूमता हूं. उनके बेडरूम और किचन में भी उन्हें आने-जाने पर कोई रोक नहीं है. अंसारी ने बताया कि उनके घर पर शादी के मौकों पर भी योगी आदित्यनाथ आते-जाते हैं.
अंसारी के अलावा मठ के अगल-बगल और भी मुसलमान हैं जो कई सालों से अपनी दुकान लगाते हैं. उन्होंने भी बताया कि योगी आदित्यनाथ के व्यवहार से ऐसा कभी नहीं लगा कि वो किसी को सम्मान नहीं दिया हो या फिर किसी के साथ भेदभाव किया हो.
योगी आदित्यनाथ को गायों के साथ काफी लगाव है और उनके मठ में इस समय 400 गायें हैं. इन गायों की भी देखभाल एक मुसलमान ही करता है. गायों की देखभाल करने वाले मान मोहम्मद ने बताया कि पहले यह काम उनके पिता किया करते थे और यह काम उनके हाथों में है. मान ने बताया कि वो सुबह उठ जाते हैं और गायों का दूध निकालते हैं बाद में उन्हें चारा देते हैं. उन्होंने बताया, छोटे महाराज योगी आदित्यनाथ उनका काफी ख्याल रखते हैं.