गोरखपुर : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने कहा कि उनकी सरकार जाति, मजहब और लिंग के नाम पर किसी तरह का भेदभाव नहीं करेगी. राज्य सरकार सबका विकास करेगी और किसी का तुष्टिकरण नहीं होगा.
योगी ने मुख्यमंत्री बनने के बाद यहां का पहला दौरा किया. उनके सम्मान में आयोजित समारोह में उन्होंने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश केंद्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की सरकार की राह पर ‘सबका साथ और सबके विकास’ की राह पर चलेगा. यहां पर किसी के साथ ना जाति, ना मत, ना मजहब और ना लिंग के नाम पर किसी प्रकार का भेदभाव किया जाएगा.
विकास सबका होगा लेकिन तुष्टिकरण किसी का नहीं होगा. यही आश्वासन देने के लिए मैं आपके बीच उपस्थित हुआ हूं.” मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘एक बड़ी योजना के साथ हम कार्य प्रारंभ करने वाले हैं. उत्तर प्रदेश का कोई व्यक्ति चाहे वह किसी तबके या क्षेत्र का हो, कभी भी अपने को उपेक्षित महसूस नहीं करेगा.” उन्होंने कहा कि सरकार निरंतर कार्य कर रही है. कुछ निर्णय लिये लेकिन हो सकता है कि तमाम लोग तमाम प्रकार की बातें कर रहे हों. ‘‘सबको बताना चाहता हूं कि भाजपा के लोक कल्याण संकल्प पत्र में जो बातें कही हैं, हम अक्षरश: उनका अनुपालन करेंगे. सरकार उत्तर प्रदेश को देश के विकसित से विकसित प्रदेश के रुप में स्थापित करने में सफल होगी.” योगी ने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार मुक्त शासन होगा. जनता के प्रति संवेदनशील प्रशासन होगा. गुंडाराज पूरी तरह समाप्त होगा. अराजकता का कोई स्थान नहीं होगा.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा की बड़ी विजय है लेकिन कहीं भी ‘जोश में होश खोने’ की स्थिति नहीं आनी चाहिए. किसी को कानून हाथ में नहीं लेना चाहिए. आपके उत्साह में कहीं ऐसा ना हो उन अराजक तत्वों को अवसर मिले जो देश प्रदेश की शांति में खलल डालना चाहते हैं.
आदित्यनाथ योगी ने कहा कि भाजपा सरकार कानून का राज स्थापित करने के लिए कृतसंकल्प है. युवाओं, नौजवानों, किसानों, मजदूरों, हर तबके के लिए हमारी योजना होगी. विकास के लिए मजबूती से कार्य करेंगे. लोक निर्माण विभाग के कामकाज की समीक्षा के दौरान निर्देश दिया गया है कि प्रदेश की सभी सड़कें 15 जून तक गडढ़ा मुक्त हो जाएं.
उन्होंने कहा, ‘‘किसानों के बारे में भी योजना बना रहे हैं. उत्तर प्रदेश सरकार की एक टीम यह पता करने के लिए छत्तीसगढ़ भेजी है कि वहां हर व्यक्ति के लिए खाद्य सुरक्षा किस तरह लागू है. वहां का एक एक गरीब किस तरह शासन की योजनाओं से लाभान्वित है. वहां का सिस्टम ले रहे हैं. शत प्रतिशत गेहूं का क्रय करेंगे. समर्थन मूल्य किसान के खाते में डालेंगे.” योगी ने कहा कि राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने पिछले दो साल में कई बार कहा है कि प्रदेश में अवैध बूचडखानों को हटाओ. जो लोग मानक के अनुसार लाइसेंस लिये हैं, लाइसेंस नियमों का पालन कर रहे हैं, सरकार उन्हें नहीं छेड़ेगी लेकिन जिन्होंने एनजीटी के आदेशों का उल्लंघन किया है, अवैध रुप से गंदगी फैला रहे हैं और जन-स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, उन्हें हटाया जाएगा.
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार बालिकाओं और माताओं की सुरक्षा के लिए कृतसंकल्प है. प्रशासन से कहा गया है कि ऐसे तत्वों पर कड़सई करें जो मनचले और शोहदे किस्म के हैं. एंटी रोमियो स्क्वायड को सक्रिय कर दिया गया है.
योगी ने कहा, ‘‘प्रशासन से स्पष्ट करुंगा कि सहमति से साथ बैठे, बात करते या राह चलते युवक युवती को कतई ना छेड़ा जाए लेकिन अगर भीड़ वाले स्थानों पर या स्कूलों के बाहर कोई इस प्रकार की हरकत करता है, जिससे बालिका की सुरक्षा को खतरा पैदा हो तो ऐसी स्थिति नहीं होनी चाहिए.” उन्होंने कहा कि जहां ऐसा होगा, वहां के अधिकारी उसके प्रति जवाबदेह होंगे. हमें ऐसी व्यवस्था देनी है कि रात्रि को दस या 11 बजे भी अगर कोई बालिका कहीं से आ रही है और अकेले सड़क पर चल रही है तो अपने आपको सुरक्षित महसूस कर सके.
आदित्यनाथ योगी ने कहा कि कानून का राज स्थापित करने में, भ्रष्टाचार रहित शासन देने में, उत्तर प्रदेश में हर नागरिक को सुरक्षा की गारंटी देने में, न्याय की गारंटी तथा इस कार्य को मजबूती से करने में सबके सहयोग की आवश्यकता है.
उन्होंने कहा कि जहां भी जा रहे हैं, लोगों की समस्याएं हैं. किसानों, नौजवानों, माताओं, बहनों, व्यापारियों की समस्याएं हैं. ‘‘सरकारें कैसे चलती हैं, उत्तर प्रदेश में भाजपा करके दिखाएगी. वास्तव में सरकार का स्वरुप क्या होना चाहिए. जनता के प्रति उसका लगाव कैसे होना चाहिए. संवाद कैसे होना चाहिए. हम इसके लिए कृतसंकल्प हैं. नौजवानों का पलायन रोकने के लिए, गांव, गरीब और किसान के लिए हम बड़ी मजबूती के साथ दिन रात एक कर पूरी तत्परता के साथ कार्य करने को संकल्पित हैं.”
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह (मुख्यमंत्री) केवल एक पद नहीं है कि इसके माध्यम से अधिकारों की धौंस जमायी जाए. यह हमें कर्तव्यों का बोध कराता है. उत्तर प्रदेश की 22 करोड जनता के लिए हमारा क्या कर्तव्य होना चाहिए, यह हमें इसका बोध कराता है. उन्होंने कहा, ‘‘आज हम विश्वास के साथ कह सकते हैं कि उत्तर प्रदेश की 22 करोड़ की जनता किसी भी प्रकार से अपने को उपेक्षित महसूस नहीं कर सकती है.”