लखनऊ : यूपी में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के साथ ही सरकारी महकमों की कार्य संस्कृति भी बदल गयी है. इन दिनों सचिवालय यानी एनेक्सी भवन का नजारा बदला-बदला है. योगी की हिदायत के बाद एनेक्सी भवन में नौकरशाह अब पान मसाला, गुटखा खाना छोड़ चुके हैं. सचिवालय का पार्किंग स्थल सुबह साढ़े नौ बजे ही वाहनों से भर जा रहा है. सचिवालय के गेट नंबर सात पर कार्यरत एक गार्ड का कहना है, साहेब! आज फुल अटेंडनेंस है. बाबू लोगों ने काम चालू कर दिया है.
हालांकि, दस दिन पहले ऐसा नहीं था. पार्किंग की जगह हमेशा खाली रहती थी. नौकरशाहों के बारे में पूछने पर गार्ड बताता था कि साहिब लंच के बाद आयेंगे. दफ्तर आते ही नौकरशाह चाय पीने चले जाते थे. दफ्तर का हर कोना गंदा रहता था. मुख्यमंत्री ने हाल ही में सचिवालय का निरीक्षण किया था और गंदगी देख अफसरों पर बरस पड़े थे.
अब तो स्थिति ऐसी है कि गुटखा या पान रखने से भी कर्मी बच रहे हैं. विधानभवन में बुधवार को एक कर्मी गुटखा लेकर आया था. जैसे ही वह गुटखा पाउच को बाहर निकाला, तो एक अधिकारी ने उसे टोक दिया. उसने झट से उस गुटखा पाउच को अपनी जेब में रख लिया. एक कर्मचारी ने बताया कि लोग अब पान मसाला और गुटखा की जगह च्यूईंगम और टॉफी का उपयोग कर रहे हैं. साथ ही उसके रेपर को फेंकने की जगह अपनी जेब में रखते हैं. वहीं, मंत्रालय की दीवारों पर लगे पोस्टरों में लिखा है- पान मसाला और गुटखा खाने पर एक हजार रुपये का जुर्माना लगेगा. अधिकांश कार्यालय परिसर अब साफ दिखाई देते हैं, जो पहले दाग से रंगे होते थे.
योगी को जेड प्लस वीवीआइपी सुरक्षा
योगी आदित्यनाथ को जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी है. सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआइएसएफ के विशेष कमांडो और यूपी पुलिस की होगी. सांसद रहते हुए योगी को ‘वाइ’ श्रेणी की सुरक्षा दी गयी थी. नयी सुरक्षा व्यवस्था के तहत अत्याधुनिक हथियारों से लैस 25-28 कमांडो की टुकड़ी तैनात रहेगी.
लालबत्ती के बेजा इस्तेमाल से बचे मंत्री
योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लोकभवन में पार्टी विधानमंडल दल की बैठक में भाजपा विधायकों को अनुशासन में रहने और जनता से ठीक व्यवहार करने की नसीहत दी. योगी ने कहा कि कोई ऐसा कार्य न करें, जिससे लोगों को हम पर उंगली उठाने का मौका मिले. उन्होंने मंत्रियों विधायकों को लालबत्ती के बेजा इस्तेमाल से बचने को कहा.