अमित शाह ने वरुण गांधी को दिया सुधरने का एक अंतिम मौका ?

लखनऊ : भाजपा अपने पार्टी सांसद वरुण गांधी से नाराज चल रही है इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा स‍कता है कि वे इस बार कार्यकारिणी की बैठक में नहीं पहुंचे. इस बैठक के दौरान भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने वरुण गांधी और सुब्रमण्यम स्वामी को कड़ी चेतावनी दी है. चेतावनी दोनों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 18, 2017 3:00 PM

लखनऊ : भाजपा अपने पार्टी सांसद वरुण गांधी से नाराज चल रही है इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा स‍कता है कि वे इस बार कार्यकारिणी की बैठक में नहीं पहुंचे. इस बैठक के दौरान भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने वरुण गांधी और सुब्रमण्यम स्वामी को कड़ी चेतावनी दी है. चेतावनी दोनों नेताओं के बयानों को लेकर जारी की गयी है. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि वजह वरुण गांधी के कुछ बड़े बयान के कारण उन्हें फटकार मिली है, जिसमें उन्होंने मौलिक मुद्दे उठाये हैं, जिसमें सरकार की नीतियों की आलोचना साफ नजर आयी.

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किसानों का कर्ज : क्या दिया था बयान

वरुण ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि किसानों को छोटे-छोटे कर्ज की वजह से खुदकुशी करनी पड़ती है जबकि बड़े-बड़े उद्योगपति बैंकों का हज़ारों करोड़ रुपया लेकर विदेश निकल लेते हैं. वरुण गांधी ने ये ब्यान इंदौर के एक प्राइवेट कॉलेज में 22 फ़रवरी को दिया था. यूपी के सुल्तानपुर से भाजपा सांसद वरुण गांधी का ये बयान उस वक्त आया था जब भाजपा पांच राज्यों में चुनाव लड़ रही थी. पार्टी का मानना है कि वरुण गांधी की ये हरकत भाजपा को भरपूर नुकसान पहुंचाने के लिए की गयी थी.

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वेमुला सुसाइड पर दिया था बयान

सूत्रों की मानें तो उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के दौरान वरुण गांधी ने वेमूला का मुद्दा उठाने की कोशिश की थी. उन्होंने दिल्ली के एक स्कूल में ये कह कर सभी को हैरान कर दिया था कि “वेमुला का सुसाइड नोट पढ़कर उन्हें रोना आ गया था.” रोहित वेमुला की आत्महत्या का मुद्दा सरकार और भाजपा पर भारी पड़ा था और भाजपा इस मुद्दे पर बैकफुट पर आ गयी थी.

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एक बार सुधरने का मौका

सूत्रों के मुताबिक भाजपा यूपी की जीत के बाद अब वरुण गांधी को सुधरने का एक और मौका दे रही है. इसके बाद भी अगर वरुण गांधी ने सरकार और पार्टी लाइन से अलग हटकर बयान दिये तो उनके खिलाफ सख्‍त कार्रवाई की जा सकती है.

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