बस ड्राइवर की पिटाई के विरोध में पूरी रात धरने पर बैठे रहे शिवपाल, आज 11 बजे करेंगे प्रेस कांफ्रेंस
इटावा : उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से स्कूल बस ड्राइवर की पिटाई के बाद समाजवादी पार्टी के विधायक और संरक्षक मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई शिवपाल यादव पूरी रात धरने पर बैठे रहे. पुलिस की बर्बरपूर्ण कार्रवाई के विरोध में सपा नेता शिवपाल यादव इटावा के बैदपुरा थाने के सामने पूरी रात धरने […]
इटावा : उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से स्कूल बस ड्राइवर की पिटाई के बाद समाजवादी पार्टी के विधायक और संरक्षक मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई शिवपाल यादव पूरी रात धरने पर बैठे रहे. पुलिस की बर्बरपूर्ण कार्रवाई के विरोध में सपा नेता शिवपाल यादव इटावा के बैदपुरा थाने के सामने पूरी रात धरने पर बैठे रहे. आरोप है कि बैदपुरा की पुलिस ने एक स्कूल बस के ड्राइवर को बर्बरपूर्ण तरीके से पिटाई कर दी थी, जिसके विरोध में समाजवादी पार्टी के नेता मंगलवार की रात को बैदपुरा थाने के सामने ही धरने पर बैठ गये.
Etawah: SP MLA Shivpal Yadav undertook an overnight strike in Baidpura police station against alleged policy atrocity on a school bus driver pic.twitter.com/8zAmlb4bEx
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 3, 2017
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गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार में पूर्व मंत्री और अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव मंगलावार शाम धरने पर बैठ गये. इटावा के बैतपुरा थाने के सामने शिवयाल यादव ने जनता को न्याय दिलाने की मांग को लेकर धरना दे दिया. वह इलाके में लोगों के साथ हो रही मारपीट से खासे नाराज हैं, जिसके चलते पुलिस के सामने अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए उन्होंने ये कदम उठाया.
शिवपाल यादव का आरोप है कि उत्तर प्रदेश पुलिस स्थानीय लोगों के साथ हुई मारपीट पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. उन्होंने पीड़ितों को न्याय दिलाने और दोषी लोगों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है. उनके विधानसभा क्षेत्र में कई लोग ऐसे हैं, जिनके साथ मारपीट की घटना हो चुकी है. शिकायत के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिसके बाद नाराज शिवपाल को थाने के सामने धरने पर बैठना पड़ा. बुधवार सुबह 11 बजे शिवपाल यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलायी है, जहां वह मामले के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे.
बता दें कि चुनाव के पहले से ही शिवपाल यादव और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बीच काफी तनाव चल रहा है. यहां तक कि दोनों नेता खुले तौर पर एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप भी लगा चुके हैं.