देश के शीर्ष 100 साफ शहरों में नहीं आया नाम तो सीएम योगी खुद झाडू लेकर निकले लखनऊ की सड़क पर
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश के शीर्ष 100 साफ शहरों में राजधानी लखनऊ का नाम शामिल नहीं होने को चिंता का विषय बताते हुए प्रदेश में स्वच्छता के प्रति अपनी गम्भीरता दर्शाने के लिये झाडू थाम ली. मुख्यमंत्री ने लखनऊ के राम मोहन वार्ड स्थित बालू अड्डा इलाके में सडक […]
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश के शीर्ष 100 साफ शहरों में राजधानी लखनऊ का नाम शामिल नहीं होने को चिंता का विषय बताते हुए प्रदेश में स्वच्छता के प्रति अपनी गम्भीरता दर्शाने के लिये झाडू थाम ली. मुख्यमंत्री ने लखनऊ के राम मोहन वार्ड स्थित बालू अड्डा इलाके में सडक पर झाडू लगायी. इस दौरान उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगी नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना और कई सरकारी अफसर भी मौजूद थे.
मैसूर देश का सबसे साफ और पटना चौथा सबसे गंदा शहर
योगी ने इस दौरान लखनऊ नगर निगम के अधिकारियों को स्वच्छता के प्रति सख्त हिदायत देते हुए कहा कि देश के 100 साफ शहरों में लखनऊ का नाम ना होना चिंता का विषय है. उन्होंने राजधानी के हर वार्ड में व्यापक सफाई अभियान चलाने का निर्देश दिया.
स्वच्छ सर्वेक्षण-2017 : इंदौर, भोपाल सबसे साफ, गोंडा सबसे गंदा, चास झारखंड का सबसे साफ शहर
मुख्यमंत्री ने झाडू लगाकर प्रदेश में स्वच्छता अभियान की शुरूआत करने के बाद नगर निगम के अफसरों से पूछा कि आखिर लखनऊ शहर इतना गंदा क्यों है? उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि बरसात से पहले नालियों की सारी सिल्ट (जमी हुई गंदगी)निकाली जाए अगर ऐसा नहीं होगा तो गंदा पानी उफान के साथ सडकों पर बहेगा. हर वार्ड में सफाई अभियान चलाया जाए। लोगों से कहा जाए कि वे गंदगी को सडकों पर ना फेंकें.
मुख्यमंत्री ने कल भी सफाई के मामले में उत्तर प्रदेश की खराब रैंकिंग पर चिंता जाहिर की थी. देश के 100 साफ शहरों में उत्तर प्रदेश का केवल वाराणसी ही शामिल है और 15 सबसे गंदे नगरों में से नौ नगर उत्तर प्रदेश के हैं.