Aaj Ka Panchang 22 अक्तूबर रविवार 2023: पंचांग (Panchang) का खास महत्व है. पंचांग के जरिए शुभ दिन, शुभ मुहूर्त, शुभ योग, दिन के अशुभ समय, ग्रहों की स्थिति आदि का पता चलता है. पंचांग से दिशाशूल, सूर्योदय, चंद्रोदय, सूर्यास्त, चंद्रास्त आदि के बारे में भी जानकारी मिलती है. इसके जरिए शुभ कार्य का समय जाना जा सकता है, साथ ही किस समय व्यक्ति को सावधान रहना चाहिए, इसका भी पता चलता है. सनातन परंपरा में किसी भी शुभ या मांगलिक कार्य को शुरू करने से पहले शुभ मुहूर्त पर विशेष ध्यान दिया जाता है. मान्यता है कि शुभ मुहूर्त के दौरान किए गए कार्य से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है. यह परंपरा पौराणिक काल से चली आ रही है. वैदिक शास्त्र के अनुसार, शुभ मुहूर्त वह विशेष समय होता है, जब सौरमंडल में ग्रह और नक्षत्र की स्थिति वशिष्ठ कार्य के लिए शुभ होती है. यही कारण है कि बाधा और समस्याओं को दूर रखने के लिए शुभ मुहूर्त का पालन किया जाता है. पंचांग के मुताबिक आज पितृपक्ष की नवमी का श्राद्ध है. इस दौरान लोग अपने पितरों का श्राद्ध करने के लिए काशी, प्रयागराज जैसे तीर्थस्थल पहुंच रहे हैं. इस दौरान गंगा स्नान का विशेष महत्व है. आज 22 अक्तूबर 2023 दिन रविवार का पंचांग (Sunday Panchang) क्या कहता है.
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आश्विन शुक्ल पक्ष अष्टमी शाम-05 :25 उपरांत नवमी
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श्री शुभ संवत-2080,शाके-1945, हिजरी सन-1444-45
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सूर्योदय:06:13
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सूर्यास्त: 17:28
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चन्द्रोदय: 13:17
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चन्द्रास्त: 23:55
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शुभ मुहूर्त
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अभिजीत:
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11:28 − 12:13
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अमृत कालम्:
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12:28 − 13:59
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सूर्योदय कालीन नक्षत्र- उत्तराषाढ़ा उपरांत श्रवण, योग -धृति, करण-भ,
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सूर्योदय कालीन ग्रह विचार-सूर्य- तुला, चंद्रमा- मकर, मंगल-तुला, बुध- तुला, गुरु-मेष, शुक्र-सिंह, शनि-कुंभ, राहु-मेष, केतु-तुला
नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा होती है. महागौरी सदैव हाथों में त्रिशूल और डमरू लिए हुए बैल पर सवार रहती हैं. मां सफेद वस्त्र धारण करती हैं और उनका चेहरा शीतल चंद्रमा की तरह हमेशा चमकता रहता है. मां महागौरी राहु ग्रह की स्वामी हैं. वे कुंडली में राहु की प्रतिकूल स्थिति के कारण होने वाले सभी कष्टों को दूर करती हैं और भक्तों को सुख-समृद्धि और आध्यात्मिक उपलब्धियों का आशीर्वाद देती हैं. साथ ही मां साधक के मन से भ्रम दूर करती हैं और सफल जीवन जीने की आशा और आत्मविश्वास जगाती हैं.
महागौरी स्तोत्र
सर्वसङ्कट हन्त्री त्वंहि धन ऐश्वर्य प्रदायनीम्.
ज्ञानदा चतुर्वेदमयी महागौरी प्रणमाम्यहम्॥
सुख शान्तिदात्री धन धान्य प्रदायनीम्.
डमरूवाद्य प्रिया अद्या महागौरी प्रणमाम्यहम्॥
त्रैलोक्यमङ्गल त्वंहि तापत्रय हारिणीम्.
वददम् चैतन्यमयी महागौरी प्रणमाम्यहम्॥
चौघड़िया के बारे में सटीक चौघड़िया सूची के साथ जानें और दिन का सबसे शुभ समय निर्धारित करें. यदि आप कुछ नया शुरू कर रहे हैं या यात्रा पर जा रहे हैं तो चौघड़िया से आप आज के शुभ मुहूर्त या सबसे अच्छे समय को पूर्व निर्धारित कर सकते हैं. जैसा कि नाम से पता चलता है, चौघड़िया, जो कि वैदिक हिंदू कैलेंडर है, जिसमें 96 मिनट की ‘चार घड़ी’ शामिल हैं, जिसमें प्रत्येक घड़ी 24 मिनट के बराबर है.
करने योग्य गतिविधियां
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प्रात: 06:12 बजे से 7:36 तक उद्वेग (सरकार से संबंधित कार्य)
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प्रात: 07:36 बजे से 09:01 तक चर (यात्रा, सौंदर्य, नृत्य, सांस्कृतिक गतिविधियां)
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प्रात: 09:01 बजे से 10:25 बजे तक लाभ (नया व्यवसाय, शिक्षा प्रारंभ करें)
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प्रात: 10:25 बजे से 11:49 बजे तक अमृत (सभी प्रकार के कार्य, विशेष रूप से दुग्ध उत्पाद संबंधित)
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दोपहर 11:49 बजे से 13:14 बजे तक काल (मशीन, निर्माण और कृषि संबंधी गतिविधियां)
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दोप. 13:14 बजे से 14:38 बजे तक शुभ (विवाह, धार्मिक, शिक्षा गतिविधियां)
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दोपहर 14:38 बजे से 16:02 बजे तक रोग (वाद-विवाद, प्रतियोगिता, विवाद निपटारा)
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शाम 16:02 बजे से 17:27 बजे तक उद्वेग (सरकार से संबंधित कार्य)
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उपायः प्रात: उठकर 108 बार ऊं नमः शिवाय का जप करें.
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आराधनाः ऊं आदित्याय विद्महे प्रभाकराय धीमहि तन्नः सूर्यः प्रचोदयात्॥
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खरीदारी के लिए शुभ समयः
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प्रात: 10:30 बजे से 12 बजे तक
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राहु काल: सांय 16:03 से 17:28 बजे तक
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दिशाशूल- नैऋत्य एवं पश्चिम