Lucknow News: केरल के एर्नाकुलम के कलामासेरी स्थित एक कन्वेंशन सेंटर में जबरदस्त धमाकों के बाद उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट जारी किया गया है. आतंकी गतिविधियों के मद्देनजर यूपी एटीएस को भी अलर्ट किया गया है. एटीएस की टीमें बीते दिनों में मिले नए इनपुट को को फिर खंगालने में लगाई गई हैं. बताया जा रहा है कि प्रदेश में इजराइल-फिलिस्तीन युद्ध से जुड़े हर कार्यक्रम पर नजर रखने को बोला गया है. इसके साथ ही कार्यक्रम के दौरान मौजूद और वर्चुअल जुड़ने वालों की भी पूरी जानकारी जुटाई जाएगी. बताया जा रहा है कि केरल में तीन दिवसीय आयोजन के दौरान हमास लीडर ने वर्चुअल रूप से कार्यक्रम को संबोधित किया. अब केरल की घटना को लेकर यूपी पुलिस को पूरी तरह से अलर्ट किया गया है. यूपी पुलिस ने केरल पुलिस और अन्य केंद्रीय खुफिया एजेंसियों से संपर्क साधा है. केरल के कट्टरपंथी संगठनों से जुड़े लोगों को चिह्नित किया जा रहा है. डीजीपी मुख्यालय के कंट्रोल रूम से पहले ही सोशल मीडिया पर पैनी नजर रखी जा रही है. सोशल मीडिया में कहीं इजराइल तो कहीं फिलीस्तीन समर्थित हमास के समर्थन में पोस्ट किए जा रहे हैं. इसे लेकर पुलिस सतर्क है.
यूपी पुलिस के स्पेशल डीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि इस्राइल-हमास युद्ध के दृष्टिगत पहले भी अलर्ट किया गया था. केरल की हालिया घटना के बारे में जानकारी जुटाई जाए रही है. एहतियात के तौर पर इस्राइल और फलस्तीन के समर्थन को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन पर भी पैनी नजर रखी जा रही है. इनमें मौजूद लोगों के साथ-साथ वर्चुअली जुड़ने वालों की भी पूरी जानकारी जुटाई जा रही है. यूपी पुलिस केरल पुलिस और अन्य केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के संपर्क में है. प्रदेश में केरल के कट्टरपंथी संगठनों से जुड़े लोगों को चिह्नित किया जा रहा है. प्रदेश में पीएफआई, सीएफआई, वहदत ए इस्लामी आदि संगठनों से जुड़े तमाम संदिग्ध लोग जांच एजेंसियों के निशाने पर हैं. हाल ही में एनआईए ने लखनऊ, भदोही, संतकबीरनगर, बलिया समेत सात जिलों में इन संगठनों से जुड़े लोगों के ठिकानों पर छापे मारे थे. इस बारे में यूपी एटीएस से भी गोपनीय सूचनाएं साझा की गई हैं.
सांप्रदायिक दृष्टि से संवेदनशील मेरठ, सहारनपुर, शामली व मुजफ्फरनगर समेत पश्चिमी यूपी के कई जिलों में खास सतर्कता बरती जा रही है. अब केरल की घटना के बाद यूपी एटीएस को भी अलर्ट कर दिया गया है. दीपावली, छठ जैसे पर्व के मद्देनजर पुलिस हर इनपुट को बेहद गंभीरता से ले रही है. लश्कर-ए-तैयबा की ओर से भी 13 नवंबर को कई रेलवे सटेशनों को बम से उड़ाने की धमकी दिए जाने की बात सामने आई है. हरियाणा के यमुनानगर में स्टेशन अधीक्षक को धमकी भरा पत्र मिलने के बाद सहारनपुर में बेहद सतर्कता बरती जा रही है.
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आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की तरफ से भेजे गए पत्र में सहारनपुर, मेरठ और गाजियाबाद रेलवे स्टेशन को उड़ाने की धमकी दी गई है. इसके बाद जीआरपी व आरपीएफ ने रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है. हर आने-जाने वाले यात्रियों पर पैनी नजर रखी जा रही है. ट्रेन और प्लेटफार्म पर चेकिंग अभियान चलाया गया है.
आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की ओर से यमुनानगर-जगाधरी स्टेशन अधीक्षक को डाक के माध्यम से धमकी भरा पत्र भेजा गया है, इसमें कहा गया कि हमें जम्मू-कश्मीर में मारे जा रहे जिहादियों की मौत का बदला जरूर लेना है. ठीक 13 नवंबर को सहारनपुर, अंबाला, पानीपत, सोनीपत, चंडीगढ़, भिवानी, मेरठ, गाजियाबाद सहित कई रेलवे स्टेशनों को बम से उड़ा देंगे. दीपावली पर सहारनपुर रेलवे स्टेशन को उड़ाने की धमकी मिलने से रेलवे पुलिस के साथ ही खुफिया तंत्र भी अलर्ट हो गया है. स्टेशन पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
रेलवे स्टेशन को उड़ाने की धमकियां पहले भी कई बार मिल चुकी हैं. भेजे गए पत्र में रेलवे स्टेशन, धार्मिक स्थलों को उड़ाने की धमकी दी जाती है. सहारनपुर रेलवे स्टेशन को आठ सितंबर 2017, छह जून 2018, 27 सितंबर 2018 और 25 अप्रैल 2022 में उड़ाने की धमकी दी गई है. सहारनपुर आतंकी गतिविधियों को लेकर खासा सुर्खियों में रहा है, क्योंकि पूर्व में आतंकी संगठन से जुड़े कई संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार हो चुके हैं.