लखनऊ : उत्तर प्रदेश में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड की परीक्षा पंचायत चुनाव के बाद आयोजित की जायेगी. उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा की अध्यक्षता में 14 जनवरी को होनेवाली बैठक में 2021 की बोर्ड परीक्षा को लेकर फैसला किया जायेगा.
उप मुख्यमंत्री के मुताबिक, पंचायत चुनाव के प्रस्तावित कार्यक्रम का इंतजार है, इसके बाद बोर्ड परीक्षा के संबंध में फैसला किया जायेगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित विद्यालय भी परीक्षा केंद्र बनाये जाने हैं. पंचायत चुनाव को लेकर मतदान केंद्र भी बनाया जायेगा.
साथ ही परीक्षा के लिए शिक्षकों की जरूरत होगी, उनकी ड्यूटी चुनाव में भी लगायी जायेगी. इसलिए पंचायत चुनाव की तिथि घोषित किये जाने के बाद फैसला किया जायेगा. पंचायत चुनाव के बाद परीक्षा कराने की योजना है.
मालूम हो कि उत्तर प्रदेश में ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के चुनाव एक साथ होंगे. आरक्षण का फार्मूला होना है. वार्डों के आरक्षण की प्रक्रिया फरवरी के तीसरे सप्ताह तक पूर्ण कर ली जायेगी.
कोविड-19 के कारण प्रदेश में समय से पंचायत चुनाव नहीं हो पाये हैं. 25 दिसंबर को कार्यकाल खत्म होने के बाद ग्राम पंचायतों में 26 दिसंबर से विकास खंडों के सहायक विकास अधिकारियों (एडीओ पंचायत) को प्रशासक नियुक्त कर दिया गया है.
वहीं, जिला पंचायत अध्यक्ष का कार्यकाल पूरा होने पर जिलाधिकारी और क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष (ब्लाक प्रमुख) का कार्यकाल पूरा होने पर उप जिलाधिकारी (एसडीएम) को प्रशासक तैनात किया जायेगा.
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि पांच जनवरी, 2021 कर दी है. आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि के साथ-साथ परीक्षा शुल्क की जानकारी परिषद की वेबसाइट upmsp.edu.in पर दी गयी है. बोर्ड परीक्षा के लिए कुल 22,172 स्कूलों का चयन किया गया है.