आगरा/ फिरोजाबाद : उत्तर प्रदेश के आगरा में बस को कथित रूप अगवा करने के मामले के मुख्य आरोपी को पुलिस ने फिरोजाबाद में बृहस्पतिवार सुबह एक मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया. यह जानकारी पुलिस अधिकारियों ने दी. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि फतेहाबाद इलाके के एक गांव में बृहस्पतिवार सुबह करीब पांच बजे आरोपी और आगरा एवं फिरोजाबाद पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई जिसमें मुख्य आरोपी घायल हो गया.
अधिकारियों ने बताया कि मुख्य आरोपी को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया. आगरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार ने बताया कि मुख्य आरोपी प्रदीप गुप्ता और उसका सहयोगी यतीन्द्र यादव मोटरसाइकिल पर जा रहे थे. उन्होंने कहा कि पुलिस को देखकर दोनों ने गोलियां चलानी शुरू कर दी जिसके जवाब में पुलिस ने भी गोली चलायी. उन्होंने बताया कि पुलिस की जवाब कार्रवाई में गुप्ता घायल हो गया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि उसका साथी यादव फरार हो गया.
उन्होंने बताया कि पुलिस की कई टीमें लगी हैं और जल्द ही दूसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा. अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार रात को बस को अगवा करने के मामले में कम से कम 12 लोग शामिल थे. अधिकारी के अनुसार मध्य प्रदेश के ग्वालियर के रहने वाले बस मालिक अशोक अरोड़ा और प्रदीप गुप्ता के बीच पैसे के लेनदेन का विवाद था.
अधिकारियों ने बताया कि अगवा की गयी बस को 12 घंटे बाद बुधवार दोपहर बाद इटावा के एक ढाबे से बरामद कर लिया गया था. अधिकारियों के अनुसार सभी 34 यात्री सुरक्षित थे और उन्हें अन्य वाहनों से उनके गंतव्य की ओर रवाना कर दिया गया था. उन्होंने बताया कि बस अगवा करने के मामले का मुख्य आरोपी गुप्ता जयपुर का रहने वाला है, लेकिन फिलहाल आगरा में रहता है. अधिकारियों के अनुसार वह परिवहन विभाग के आरटीओ कार्यालय में दलाली का काम करता है.
पुलिस के अनुसार आगरा में मंगलवार देर रात फाइनेंस कंपनी के रिकवरी एजेंटों ने 34 यात्रियों से भरी एक निजी बस को अगवा कर लिया था. यह घटना मलपुरा थानाक्षेत्र की थी. बस हरियाणा के गुरुग्राम से मध्य प्रदेश के पन्ना जा रही थी. आगरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बुधवार को बताया था कि मंगलवार रात साढ़े दस बजे बस जब दक्षिण बाईपास पर रायभा टोल प्लाजा के निकट थी, दो एसयूवी में सवार आठ से नौ लोगों ने उसके आगे अपना वाहन लगाकर उसे रोकने का प्रयास किया.
उन्होंने बताया कि इन लोगों ने दावा किया कि वे फाइनेंस कंपनी के लोग हैं. उन्होंने बस ड्राइवर से नीचे उतरने को कहा, लेकिन बस ड्राइवर ने उनकी बात अनसुनी की और गाड़ी चलाता रहा. कुमार ने बताया था कि एसयूवी पर सवार लोगों ने बस का पीछा किया और मलपुरा क्षेत्र में बस के आगे वाहन लगा दिया. वे बस पर चढ़े और ड्राइवर एवं कंडक्टर को जबरन नीचे उतार दिया. उन्होंने यात्रियों से कहा कि वे चिल्लायें नहीं ।साथ ही आश्वासन दिया कि यात्रियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा.
उन्होंने बताया था कि बाद में चार लोग बस पर सवार हुए और दिल्ली-कानपुर राजमार्ग की ओर बस दौड़ा दी. उनके अनुसार बस के ड्राइवर और कंडक्टर को दो में से एक एसयूवी में बैठाकर सुबह चार बजे के लगभग राजमार्ग पर ही कुबेरपुर क्षेत्र में उतार दिया गया, जिसके बाद उन्होंने मदद के लिए स्थानीय पुलिस से संपर्क किया.
Upload By Samir Kumar