आगरा : राधास्वामी सत्संग सभा दयालबाग में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करने गई पुलिस और सत्संगियों में टकराव हो गया है.सत्संगियों की प्रशासन को सीधी चुनौती देते हुए उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया है. बड़ी संख्या में अतिरिक्त फोर्स भेजा गया है. आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं. पुलिस और सिविलियन में कई लोगों के घायल होने की सूचना है हालांकि उनकी संख्या की अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है.
जिला प्रशासन ने शनिवार को राधास्वामी सत्संग सभा दयालबाग के अवैध कब्जों के खिलाफ अभूतपूर्व कार्रवाई की थी. अधिकारियों की टीम ने भारी फोर्स के साथ सार्वजनिक सड़कों, खेल मैदानों और श्मशान घाट से अतिक्रमण हटाया. राधास्वामी सत्संग सभा ने कुछ घंटों के अंदर ही फिर से उसी जगह काबिज हो गए.कुछ घंटों बाद फिर से बाड़ लगा दी गई. आधी रात में नया गेट खड़ा कर दिया. यही नहीं इस गेट को पहले से अधिक मजबूत बना दिया. सत्संग सभा के कार्यकर्ता लाठी लेकर वहां ड्यूटी करने लगे. पुलिस ने आधी रात को सत्संग सभा द्वारा सीधे तौर पर जिला प्रशासन को चुनौती देने के बाद मामला दर्ज कर लिया.
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रविवार को पुलिस के अधिकारी फोर्स लेकर रात में हुए अतिक्रमण को हटाने पहुंचे तो सत्संगी उनसे भिड़ गए. अतिक्रमण हटाने के विरोध में सत्संगी पुलिस के सामने आ गये. पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो उन्होंने पथराव शुरू कर दिया. मौके पर मौजूद पुलिस ने भी सत्संगियों पर लाठीचार्ज कर दिया. इसमें कई सत्संगी, पत्रकार और पुलिसकर्मी घायल हो गये. पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार 7 सत्संगी, 10 पुलिसकर्मी, 2 पत्रकार इस भिड़ंत में घायल हो गये. सत्संगियों ने पुलिस से बचने के लिये बच्चों को आगे कर दिया है.
जिसमें दस लोगों को नामजद किया गया है और 37 गाड़ियों के नंबर शामिल किये गये हैं. सार्वजनिक सड़कों पर अतिक्रमण करने पर 99.50 करोड़ रुपये जुर्माने का नोटिस भेजने की तैयारी चल रही है. पुलिस ने कार्रवाई के दौरान सत्संगियों को हिरासत में भी लिया, लेकिन शाम को नोटिस देकर छोड़ दिया।
धर्मावलंबियों पर पुलिस कार्रवाई को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा का धर्म-विरोधी बुलडोज़र जनता नहीं सहेगी. अखिलेश यादव ने कहा कि राधास्वामी मत के माननेवाले सम्पूर्ण विश्व में अपने अध्यात्म, प्रेम, करूणा और सत्संग के लिए अनुकरणीय हैं. दयालबाग सदैव से आस्था,सौहार्द,सेवा और शिक्षा का प्रतीक रहा है.दयालबाग की ज़मीन पर अब सत्ताधारी और पुलिस-प्रशासन मिलकर भाजपाई भू-माफ़ियों की स्वार्थ सिद्धि में लग गये हैं. ये सत्संग की महान भारतीय परम्परा पर घातक प्रहार है, जिसका आस्थावान और शांतिप्रिय राधास्वामी मतावलंबी पुरज़ोर तरीक़े से विरोध कर रहे हैं. इस अन्याय के विरोध में समाजवादी पार्टी राधास्वामी सत्संग के साथ खड़ी है और दयालबाग को बचाने की मुहिम में हर तरह से साथ है.
प्रशासन को शिकायत मिली थी कि राधास्वामी सत्संग सभा मौजा जगनपुर (खसरा नंबर 271, 309, 320, 297 मिल), खासपुर मौजा (खसरा नंबर 105) दयालबाग में सार्वजनिक सड़कों, श्मशान और खेल मैदानों पर कब्जा कर रही है. प्रशासनिक जांच में आरोप सही पाए जाने पर तहसील सदर प्रशासन ने 13 सितंबर को राधास्वामी सत्संग सभा को 22 सितंबर तक अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया था. इसके बाद शुक्रवार को तहसीलदार सदर कोर्ट ने अतिक्रमण ध्वस्त करने के आदेश दिए थे. शनिवार सुबह सिटी मजिस्ट्रेट आनंद कुमार सिंह, एसडीएम सदर परीक्षित खटाना, डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय और दो कंपनी पीएसी समेत आठ थानों की फोर्स पहुंच गई। एक बुलडोजर (बैकहो-लोडर) से खेल के मैदान पर बनी दीवार और दूसरे से सार्वजनिक सड़क पर बना गेट तोड़ दिया गया. प्रशासन ने पूरी कार्रवाई को ड्रोन से रिकॉर्ड की गई थी.