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Agriculture News : फसल बर्बाद होने पर सरकार किसानों को दे रही पैसा, 31 दिसम्बर से पहले करना होगा यह काम…

PM Fasal bima yojana : पिछले 6 वर्षों के भीतर करीब 48 लाख किसानों को 4155.66 करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति प्राप्त हुई है. कृषि मंत्री ने रबी में बुआई कर रहे उत्तर प्रदेश के सभी किसानों से अनुरोध किया है कि वह अपने फसलों का बीमा करा कर उन्हें सुरक्षा कवच प्रदान करें.

लखनऊ. बाढ़, आंधी- तूफान या अन्य कोई प्राकृतिक आपदा में फसल बर्बाद हो जाए तो भी किसानों को चिंता करने की जरूरत है. सरकार का फसल का भी ऐसे ही बीमा कर रही है जैसे लोग अपना दुर्घटना बीमा कराते हें. उत्तर प्रदेश में 48 लाख किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में में 4155.66 करोड़ रुपये ले चुके हैं. यदि आपने रबी की फसल बोई है तो आप भी 31 दिसम्बर 2023 तक बीमा करा सकते हैं. कृषि विभाग ने रबी की फसलों का बीमा कराने की अंतिम तिथि 31 दिसम्बर 2023 निर्धारित कर दी है. प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही द्वारा प्रदेश के सभी किसानों से अपील की गई है कि वे रबी सीजन 2023 में अपनी फसलों का बीमा अवश्य करायें. उन्होंने कहा कि इससे आपदा की स्थिति में संभावित क्षति की भरपाई हो सकेगी. यह महत्वपूर्ण योजना है जो विषम परिस्थितियों में किसानों को सुरक्षा कवच प्रदान करती है. कृषि मंत्री ने बताया कि रबी फसलों के बीमा कराने की अंतिम तिथि 31 दिसम्बर 2023 निर्धारित की गई है. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में रबी की फसलों के लिए मात्र 1.5 प्रतिशत प्रीमियम ही किसान भाइयों को देना पड़ता है शेष प्रीमियम की धनराशि राज्य सरकार और केंद्र सरकार अपने बजट से देती है. राज्य सरकार के द्वारा 172.33 करोड़ रुपये राज्यांश की धनराशि किसानों के फसल के प्रीमियम के लिए जारी की जा चुकी है. पिछले 6 वर्षों के भीतर करीब 48 लाख किसानों को 4155.66 करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति प्राप्त हुई है. कृषि मंत्री ने रबी में बुआई कर रहे उत्तर प्रदेश के सभी किसानों से अनुरोध किया है कि वह अपने फसलों का बीमा करा कर उन्हें सुरक्षा कवच प्रदान करें.

किसानों को फ्री में मिले  17 लाख से ज्यादा डिकंपोजर

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही की अध्यक्षता में किसानों को रबी की ग्राम पंचायत स्तरीय गोष्ठी – किसान पाठशाला का वर्चुअल आयोजन किया गया. किसान पाठशाला के माध्यम से किसानों को तकनीकी जानकारी प्राप्त हो रही है. इसके माध्यम से किसानों के साथ संवाद स्थापित किया जा रहा है. पूरे प्रदेश में प्रयाप्त उर्वरक उपलब्ध हैं, समय से बीजों को सभी जनपदों में उपलब्धता सुनिश्चित करें. उन्होंने किसानों से अपील की कि सरसों की बुवाई के लिए आगे आए, पराली न जलाए बल्कि इससे खाद बना कर मिट्टी मे जीवांश की मात्रा को बढ़ाए. इनसिटू के कृषि यंत्रों का प्रर्दशन किसानों के बीच में कराया जाए 17 लाख से ज्यादा डिकंपोजर किसानों को निःशुल्क उपलब्ध कराए गए हैं.

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खेती की पाठशाला में 3 लाख से ज्यादा किसान जुड़े  

खरीफ फसलों के लिए सरकार द्वारा जहां जरूरत हो वहां क्रय केंद्र स्थापित किए जाएंगे. पहली बार एमएसपी में गेहूं में 150 रुपये की वृद्धि की गई है.रबी सीजन में 30000 सोलर पम्प किसानों को उपलब्ध कराये जायेंगे. किसान भाइयों को राजकीय बीज भंडार से उन्नत बीज उपल्ब्ध कराया जा रहे हैं. इसके साथ ही बीजों पर मूल्य का 50% अनुदान दिया जा रहा है. श्री अन्न को बढ़ावा दिया जाए, किसानों को दिसम्बर में होने वाले कृषि कुंभ मेले में प्रतिभाग कर नई-नई तकनीकी जानकारी प्राप्त करने का आग्रह किया. सचिव कृषि डॉ. राज शेखर ने अवगत कराया की 3 लाख से ज्यादा किसानों ने इस पाठशाला में प्रतिभाग किया है। पीएम प्रणाम योजना में रासायनिक उर्वरक की खपत को धीरे धीरे कम कर अल्टर नेटिव उर्वरक, नैनो यूरिया, सल्फर कोटेड यूरिया को बढ़ावा देने की बात कही.

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