UP News: समाजवादी रथ से उतरकर फिर साइकिल पर सवार हुए अखिलेश यादव, जनता से दूरी पाटने की कवायद
सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव से पहले अपने PDA पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक के मुद्दे को धार देने कवायद शुरू कर दी है. वह समाजवादी रथ से उतरकर फिर से साइकिल पर सवार हो गये हैं.
लखनऊ: समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पीडीए यात्रा से यूपी की चुनावी राजनीति का तापमान बढ़ा दिया है. इस यात्रा का उद्देश्य पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक (PDA) के अपने मुद्दे को धा देने के साथ यूपी में समाजवादी पार्टी सरकार के कार्यों को दिखाना भी है. यह समाजवादी पीडीए यात्रा के रूट को देखकर जाना जा सकता है.
अखिलेश यादव की समाजवादी पीडीए यात्रा पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के जीरो पॉइंट से शुरू होगी. इसके बाद कबीरपुर, इंदिरा नहर पुल, किसान पथ, खुर्दही बाजार, अमूल प्लांट, कैंसर हॉस्पिटल तिराहा, एचसीएल मुख्य गेट, पलासियो मॉल, इकाना स्टेडियम, मातृ शिशु अस्पताल लोहिया, पुलिस मुख्यालय, गोमती नदी बंधा मार्ग होते हुए राप्ती अपार्टमेंट, डीपीएस स्कूल, जनेश्वर मिश्र पार्क गेट नंबर 7 से होते हुए लक्ष्मी मार्केट जाएगी. समाजवादी पीडीए यात्रा जनेश्वर मिश्र पार्क पर समाप्त होगी.
इस यात्रा में सपा सरकार में बने अमूल प्लांट, कैंसर हॉस्पिटल, एचसीएल, पलासियो मॉल, इकाना स्टेडियम, मातृ शिशु अस्पताल, पुलिस मुख्यालय, जनेश्वर मिश्र पार्क को शामिल किया गया है. इस यात्रा के सहारे अखिलेश यादव अपने ‘काम बोलता है’ के नारे को एक बार फिर पीडीए के साथ जोड़ रहे हैं.
प्रेस कांफ्रेंस में बोले अखिलेश यादव, पीडीए यात्रा में सब शामिल
इससे पहले उन्होंने समाजवादी पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि ‘PDA यात्रा में सब शामिल हैं, कोई ऐसा नहीं जो अलग हो रहा हो इससे.जहां हम पिछड़े, दलित अल्पसंख्यक- मुसलमान भाई की बात कर रहे हैं, वहीं PDA आधी आबादी और अगड़े समाज की भी बात कर रहा है. ये यात्रा भारतीय जनता पार्टी की पोल खोल रही है.” सोमवार को कर्नाटक की जेडीएस पार्टी के कई नेता भी समाजवादी पार्टी में शामिल हुए.
अखिलेश यादव ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि पीडीए यात्रा पहले से चल रही है. पांच हजार किलोमीटर चल चुके हैं. 100 से ज्यादा विधानसभा और महत्वपूर्ण लोकसभाओं से होकर आए हैं. आखिर में 22 नवंबर से पहले सैफई और इटावा में यह यात्रा खत्म होगी. सोमवार को ये यात्रा लखनऊ पहुंची है, इसलिये मैं इसमें शामिल हुआ हूं. जहां-जहां यह यात्रा गयी है, वहां के नेता, कार्यकर्ता और संगठन के लोग रहे हैं. इससे लगातार मनोबल और उत्साह बढ़ा है.
उन्होंने कहा कि यह यात्रा बीजेपी की पोल भी खोल रही है. जिन मुद्दों को लेकर हम लेकर निकले हैं सामाजिक न्याय, जातिगत जनगणना अधिकार और सम्मान मिले जो हमारे से खिलवाड़ हो रही है, उससे बचाया जा सके. देश को बांटने वाली ताकतों से देश को बचाया जा सके. उत्तर प्रदेश से ही रास्ता देश का निकलेगा. उन्होंने कहा कि यात्रा कार्यक्रम शिविर चलते रहेंगे. इससे घबरा वही लोग रहे हैं जो केवल तस्वीरें खिंचवाने आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि पीडीए का मतलब पिछड़ा दलित A फॉर अगड़ा भी है. क्या पिछड़ा ही ऐसा स्टेडियम बना सकता है. जिसने स्टेडियम बनाया वो अगड़ा है और जो स्टेडियम में तस्वीर खिंचवा रहे वो पिछड़ा है.”