अखिलेश यादव बोले- मणिपुर की घटना ने दुनिया में गिराई देश की प्रतिष्ठा, भाजपा की वोट की राजनीति जिम्मेदार

अखिलेश यादव ने मणिपुर की घटना को लेकर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सड़क पर महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाया गया है और किसी को जानकारी नहीं. लेकिन, मणिपुर के मुख्यमंत्री का बयान बेहद शर्मनाक है. उन्होंने कहा कि इससे भी ज्यादा घटनाएं हो चुकी हैं.

By Sanjay Singh | July 22, 2023 9:36 PM

Lucknow: मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्षी दल के नेता सरकार पर हमलावर बने हुए हैं. देश का पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर इन दिनों हिंसा की चपेट में है. बीते दिनों महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने का वीडियो वायरल होने के बाद जहां आम जनता में बेहद नाराजगी है, वहीं विपक्ष दल लगातार सरकार पर निशाना साध रहे हैं

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि मणिपुर जैसी घटना ने दुनिया में देश की प्रतिष्ठा गिराई है. इस तरह की तस्वीरों से सिर शर्म से झुक जाता है. मणिपुर के मुख्यमंत्री का कहना है कि इस तरह की कई घटनाएं हुई हैं, उससे ज्यादा शर्मनाक और कुछ नहीं है. मणिपुर में महीनों से हत्या, लूट, और जघन्य घटनाएं हो रही हैं.

उन्होंने कहा कि मणिपुर की घटना के लिए आरएसएस की नफरत की नीति और भाजपा की वोट की राजनीति जिम्मेदार है. मणिपुर को राजनीतिक प्रयोगशाला के तौर पर प्रयोग किया जा रहा है. देश में इतनी बड़ी घटना हो जाए और भाजपा के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को जानकारी न हो ऐसा मुमकिन नहीं है. उन्होंने कहा कि बहन-बेटियों के परिवारवाले अब बीजेपी की ओर देखने से पहले एक बार जरूर सोचेंगे.

सपा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बुंदेलखंड का नौजवान उम्मीद लगाकर बैठा है, बेरोजगारी चरम पर है. भाजपा के आते ही पुराने प्रोजेक्ट बंद हो गए हैं. सपा यूपी और एमपी दोनों प्रदेशों में चुनाव लड़ेगी. वास्तव में भाजपा विपक्ष के इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव एलायंस ( I-N-D-I-A) नाम से डरी हुई है.

अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार 35 करोड़ पेड़ लगाने का दावा कर रही है. भाजपा सरकार ने जो पहले पेड़ लगाए थे, वे कागजों पर लगे थे. लगता है इस बार भी कागजों पर ही पेड़ उगेंगे. उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश की सरकारों ने जनता को धोखा दिया है. महंगाई और बेरोजगारी लगातार बढ़ती जा रही है. किसानों की आय दोगुना नहीं हुई. किसानों को उनकी फसलों का लागत मूल्य नहीं मिला.

सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार में अगर कोई महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार पर सवाल उठाता है तो सरकार झूठे मुकदमे करती है. भाजपा सरकार ने महंगाई बढ़ाकर गरीबों और मध्यम वर्ग की कमर तोड़ दी है।. आखिर इस महंगाई का मुनाफा किसकी जेब में जा रहा है. जो कीमतें बढ़ी हैं, उसका फायदा न तो पैदा करने वाले किसानों को मिल रहा है और न ही विक्रेताओं को मिल रहा है. सरकार अपने व्यवसायियों को लाभ पहुंचा रही है.

वहीं समाजवादी पार्टी के नेता और मुरादाबाद से सांसद एसटी हसन ने भी मामले को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने मणिपुर की घटना के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि उसकी नफरत वाली राजनीति मणिपुर घटना के लिए जिम्मेदार है.

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समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन ने मणिपुर हिंसा में शामिल दंगाइयों को लेकर कहा कि उन्हें देखते ही गोली मार देनी चाहिए. ऐसे अपराधियों के साथ कोई नरमी नहीं बरती जानी चाहिए. उन्होंने हिंसाग्रस्त मणिपुर को सेना के हवाले किये जाने की मांग करते हुए कहा कि मणिपुर में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को हटाकर राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए. इस घटना के कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमारा सिर दुनिया के सामने शर्म से झुक गया है.

भाजपा को घेरते हुए एसटी हसन ने कहा कि हाल के दिनों में हमारी बहन बेटियों की इज्जत सुरक्षित नहीं है. भाजपा ने लोगों के बीच ऐसी नफरत पैदा कर दी है कि जिससे देश के हालात खराब हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि किसी अजान पर, किसी को मस्जिद और बुर्के पर आपत्ति है.

सपा सांसद ने कहा कि सौ सालों में ऐसा कभी नहीं हुआ होगा जिस तरह ये घटना हुई है. बताया जा रहा है कि 400-500 लोग हिंसा में मारे जा चुके हैं. उन्होंने मणिपुर राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी तीन दिन के लिए वहां गए, इस दौरान उनको भी इस घटना की जानकारी नहीं दी गई.

एसटी हसन ने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को यह कहते हुए शर्म नहीं आती की ऐसी 200-250 घटनाएं हो गयी. ऐसे मुख्यमंत्री को निकाल कर बाहर किया जाए.

समाजवादी महिला सभा ने मणिपुर घटना के खिलाफ पूरे प्रदेश में विरोध-प्रदर्शन किए जा रहे हैं. लखनऊ में समाजवादी महिला सभा की ओर से कैंडल मार्च कैसरबाग कार्यालय से निकाला गया. वाराणसी में समाजवादी महिला सभा की प्रदेश अध्यक्ष रीबू श्रीवास्तव ने कैंडल मार्च का नेतृत्व किया. इसी तरह के मार्च अन्य शहरों में भी निकालकर रोष प्रकट किया गया.

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