अखिलेश यादव ने बताया ‘पीडीए’ का मतलब, ट्वीट करके कहा दलगत राजनीति से उठकर सब इससे जुड़ें

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार PDA का मुद्दा उछाल दिया है. उन्होंने बुधवार को ट्वीट किया है कि 'PDA मूल रूप से ‘पिछड़े, दलित व अल्पसंख्यक’ के शोषण, उत्पीड़न व उपेक्षा के ख़िलाफ़ उठती हुई चेतना व समान अनुभूति से जन्मी उस एकता का नाम है.

By Amit Yadav | June 21, 2023 2:29 PM

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक मीडिया चैनल के इंटरव्यू में जिस ‘पीडए’ (PDA) की चर्चा की थी, अब उसको लेकर बुधवार को उनका एक ट्वीट सामने आया है. सपा अध्यक्ष ने इंटरव्यू कहा था कि एनडीए (NDA) को पीडीए (PDA) हटाएगा. तबसे यह पीडीए अचानक चर्चा में आ गया है. हालांकि पीडीए को लेकर सपा के विरोधी भी एक्टिव हो गये हैं और इस पर बयानबाजी कर रहे हैं.

चेतना व समान अनुभूति से जन्मी एकता का नाम है पीडीए

इन सब बयानबाजी से दूर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को फिर से पीडीए को लेकर ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि ‘PDA मूल रूप से ‘पिछड़े, दलित व अल्पसंख्यक’ के शोषण, उत्पीड़न व उपेक्षा के ख़िलाफ़ उठती हुई चेतना व समान अनुभूति से जन्मी उस एकता का नाम है, जिसमें हर वर्ग के वे सब लोग भी शामिल हैं, जो मानवता के आधार पर इस तरह की नाइंसाफ़ी के ख़िलाफ़ हैं। दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सब इससे जुड़ें!’


बसपा प्रमुख मायावती ने कहा था सिर्फ तुकबंदी

अखिलेश यादव के पीडीए के मुद्दे पर बसपा प्रमुख मायावती ने बयान जारी किया था. उन्होंने एक ट्वीट में लिखा था कि ‘सपा द्वारा एनडीए के जवाब में पीडीए (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) का राग, इन वर्गों के अति कठिन समय में भी केवल तुकबन्दी के सिवाय और कुछ नहीं। इनके पीडीए का वास्तव में अर्थ परिवार, दल, एलाइन्स है जिस स्वार्थ में यह पार्टी सीमित है। इसीलिए इन वर्गों के लोग जरूर सावधान रहें।’

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