Lucknow : देहरादून के यूटयूबर अगस्त्य चौहान सड़क हादसे में हुए मौत के बाद पुलिस हर पहलू पर गहनता से जांच कर रही है. जांच के दौरान पुलिस को कड़ी मशक्कत के बाद अगस्त्य चौहान का कैमरा झाड़ियों में पड़ा मिला है. बता दें कि अगस्त्य कावासाकी निंजा बाइक चला रहे थे. इसकी स्पीड 300 किलोमीटर प्रतिघंटा तक जा सकती है. अलीगढ़ पुलिस ने यूट्यूबर अगस्त्य चौहान के टूटे हुए कैमरे का फोटो और अगस्त्य चौहान द्वारा कैमरे में कैद उसके बाइक की स्पीड का वीडियो जारी किया है.
जिसमें देखा जा सकता है कि अगस्त्य 294 किलोमीटर प्रति घंटा के रफ्तार से बाइक दौड़ा रहे हैं. वहीं अलीगढ़ पुलिस का कहना है कि अभी तक यूट्यूबर अगस्त्य चौहान के परिजनों की तरफ से कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है. जैसे ही कोई शिकायत मिलेगी अग्रिम कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
एसपी देहात पलाश बंसल ने बताया कि प्राथमिक जांच के आधार पर ऐसा पाया गया है कि यूटयूबर अगस्त्य चौहान की मौत ओवरस्पीडिंग के कारण हुई है. फिलहाल इस संदर्भ में आगे की जांच जारी है. अभी तक अगस्त्य चौहान के परिवार ने कोई शिकायत नहीं दर्ज करवाई है. हालांकि, वे पूरे मामले में एक उचित जांच चाहते हैं. परिवार के आने पर उन्हें तथ्य दिखाए जाएंगे. इसके बाद जैसा परिवार चाहेगा, कार्रवाई की जाएगी. वहीं एक पारिवारिक मित्र देवांश दीप ने कहा कि इस हादसे से सभी आश्चर्यचकित हैं, क्योंकि अगस्त्य बहुत सावधानी से राइडिंग करता था.
वहीं अगस्त्य के पिता ने शनिवार को पुलिस को तहरीर दे दी है. उसके पिता जितेंद्र चौहान द्वारा ऑनलाइन तहरीर एसएसपी के ई-मेल व इंस्पेक्टर टप्पल के व्हाट्सएप नंबर पर भेजी गई है, जिसमें बेटे अगस्त्य चौहान की हत्या का अंदेशा जताते हुए जांच की बात कही है. पिता जितेंद्र चौहान की दलील है कि उस दौरान अगस्त्य के साथ छह अन्य रेसर साथी थे, जिनमें से अगस्त्य सहित पांच बाइक पर थे. दो बैकअप कार में थे. वह यमुना एक्सप्रेस-वे पर चढ़े. इनमें से तीन जेवर टोल से लौट गए. अगस्त्य और एक अन्य रेसर मथुरा की ओर आगे बढ़े. इसी दौरान यह घटना हुई.
उनका सवाल है कि अगर बाइक 300 की रफ्तार तक पहुंची तो सिर्फ सिर में ही चोट क्यों और बाइक भी थोड़ी ही क्षतिग्रस्त क्यों हुई. 300 की रफ्तार में शरीर के अन्य अंग टूटते और बाइक के परखच्चे उड़ जाते. साथी रेसर ने तीन घंटे बाद संपर्क क्यों किया. अभी तक परिवार के सामने कोई भी नहीं आया है. एक कैमरा गायब है. मौके पर कार के घिसटने के निशान थे. ये सवाल संदेह जाहिर कर रहे हैं.
वहीं गुरुवार को यूट्यूबर के अन्य दोस्त का कहना है कि अगस्त्य की जान की स्टंट या वीडियो शूट की वजह से नहीं गई, बल्कि यह हिट एंड रन का केस है. उसे पीछे से आ रही एक तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी थी. आपको बता दें कि देहरादून की ट्रैफिक पुलिस ने लगभग 12 बाइक राइडर चिह्नित किए थे, जो स्टंट बाजी करने में शामिल रहते थे. इनमें अगस्त्य चौहान भी शामिल था.
दून पुलिस के अनुसार 12 मार्च को रात 8:30 बजे के लगभग अगस्त्य राजपुर रोड पर तेज रफ्तार से बाइक चलाते हुए ग्रेट वैल्यू तिराहे से जा रहा था. इतनी तेज रफ्तार देख ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने उसको रोकना चाहा तो वह पुलिसकर्मी को धक्का देकर भाग गया था. वहीं पांच दिन बाद ही अगस्त्य द्वारा क्लेमेनटाउन क्षेत्र में बाइक स्टंट की सूचना मिली थी.
सीपीयू इंस्पेक्टर नरेश कुमार ने अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचकर चंद्रबनी से स्टंट करने और रास्ते चलते लोगों में दहशत फैलाने के आरोप में अगस्त्य चौहान को गिरफ्तार कर उसकी बाइक सीज कर दी थी. अगस्त्य के खिलाफ क्लेमनटाउन थाने में केस दर्ज कराया गया था. इस मामले की जांच चल रही है. पुलिस की इतनी सख्ती के बावजूद अगस्त्य ने अपनी बाइक की रफ्तार कम नहीं की और ना ही स्टंटबाजी छोड़ी.