देश की सभी पार्टियां परिवारवाद से ग्रसित, बीजेपी में साधारण परिवार से आनेवाला बनता है PM, CM : जेपी नड्डा
Familyism, BJP, Jp nadda : लखनऊ : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को राजधानी लखनऊ में शहरी और ग्रामीण बूथ अध्यक्षों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि देश की राष्ट्रीय पार्टियां हों या क्षेत्रीय पार्टी, सभी परिवारवाद से ग्रसित हैं. भाजपा ही एकमात्र ऐसी पार्टी है, जहां साधारण परिवार से आनेवाला व्यक्ति देश का प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री, गृह मंत्री या उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनता है.
लखनऊ : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को राजधानी लखनऊ में शहरी और ग्रामीण बूथ अध्यक्षों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि देश की राष्ट्रीय पार्टियां हों या क्षेत्रीय पार्टी, सभी परिवारवाद से ग्रसित हैं. भाजपा ही एकमात्र ऐसी पार्टी है, जहां साधारण परिवार से आनेवाला व्यक्ति देश का प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री, गृह मंत्री या उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनता है.
Family politics is prevalent in most political parties across India. BJP is the only party where a person with ordinary background becomes PM, HM, Defence Minister or UP CM Yogi Adityanath. BJP is a democratic party: BJP chief JP Nadda in Lucknow at Booth President Sammelan pic.twitter.com/yeeTA1G4Xh
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 22, 2021
जानकारी के मुताबिक, जेपी नड्डा ने बूथ अध्यक्षों को संबोधित करते हुए कहा कि जोश, लगन और उमंग जो दिख रहा है, वह मुझे उत्तर प्रदेश के भविष्य के विषय में स्पष्ट संदेश दे रहा है.
उन्होंने कहा कि देश में करीब 1500 राजनीतिक दल हैं. उनमें से कुछ दल राष्ट्रीय स्तर के हैं. कुछ क्षेत्रीय हैं. लेकिन, जिसको भाजपा के कार्यकर्ता के रूप में काम करने का मौका मिला है, उसे खुद को भाग्यशाली मानना चाहिए.
देश की राष्ट्रीय पार्टियां हों या क्षेत्रीय पार्टी, सभी परिवारवाद से ग्रसित हैं. भाजपा ही एकमात्र ऐसी पार्टी है, जहां साधारण परिवार से आनेवाला व्यक्ति देश का प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री, गृह मंत्री या उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनता है.
साथ ही उन्होंने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय ने कहा था कि जहां शरीर, मन, बुद्धि और आत्मा आत्मसात होकर आगे बढ़ती है, वही संपूर्ण सुख का कारण बनता है.
हम अंत्योदय को लेकर चले. इससे निकला ‘सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास’. उसमें से ही उज्ज्वला योजना, उजाला योजना, सौभाग्य योजना, जनधन जैसी योजनाएं निकली.
उत्तर प्रदेश में लगभग 1.5 करोड़ शौचालय बने. ये सिर्फ शौचालय नहीं, बल्कि महिलाओं के सम्मान के लिए, इज्जत घर था. कोरोना संकट में जब प्रवासी श्रमिक घर वापस जा रहे थे, तब उत्तर प्रदेश ने सिर्फ यहीं के मजदूरों की चिंता नहीं की, बल्कि यूपी से गुजरनेवाले हर मजदूर की चिंता की.
हर मंडल के पदाधिकारी को चिंता करनी होगी कि हर महीने एक बूथ पर जरूर जाएं और बूथ की समिति के साथ बैठकर अच्छे से बूथ की रचना करें.
जेपी नड्डा ने कहा कि बूथ में समाज के हर व्यक्ति के समावेश की चिंता कीजिए. आप बूथ की तरफ ध्यान देकर, राजनीतिक मुद्दों के साथ लोगों के बीच जाएं. संयम, तर्कों और सौम्यता के साथ सबको जोड़ने की ताकत के साथ, समावेशित करने की ताकत आपको खुद में पैदा करनी है.