Loading election data...

UP Chunav 2022: अंबेडकरनगर की पांच विधानसभा सीटों में से तीन पर बसपा का कब्जा, कटेहरी सीट पर खिलेगा कमल?

UP Chunav 2022: अंबेडकरनगर की पांच विधानसभा सीटों पर तीन मार्च को मतदाता है. मौजूदा समय में यहां की दो सीटों पर बीजेपी तो एक सीट पर सपा का कब्जा है. कटेहरी सीट पर 1991 के बाद आज तक बीजेपी नहीं जीत पायी है.

By Prabhat Khabar News Desk | March 1, 2022 3:43 PM
an image

UP Vidhan Sabha Chunav 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के छठे चरण में 10 जिलों की 57 विधानसभा सीटों पर तीन मार्च को मतदान होगा. इस चरण में अंबेडकरनगर की पांच विधानसभा सीटों पर भी वोट डाले जाएंगे. मौजूदा समय में यहां की दो सीटों पर भारतीय जनता पार्टी, तो तीन सीटों पर बहुजन समाज पार्टी का कब्जा है.

अंबेडकरनगर में विधानसभा सीटें

  1. कटेहरी

  2. टांडा

  3. आलापुर (सुरक्षित)

  4. जलालपुर

  5. अकबरपुर

Also Read: Tanda Assembly Chunav: बसपा का गढ़ रही है यह सीट, 2017 में पहली बार खिला कमल
कटेहरी विधानसभा सीट

कटेहरी विधानसभा सीट को बसपा का गढ़ माना जाता है. यहां से मौजूदा समय में बसपा के लाल जी वर्मा विधायक हैं. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के अवधेश कुमार द्विवेदी को 6287 वोटों से हराया था. बीजेपी को सिर्फ एक बार इस सीट पर जीत मिली है. यहां से 1989 में जनता दल के रविंद्र नाथ तिवारी, 1991 में बीजेपी के अनिल कुमार, 1993 में बसपा से रामदेव वर्मा, 1996 से 2007 तक बसपा के धर्मराज निषाद , 2012 में सपा के शंखलाल मांझी को जीत मिली.

Also Read: Ambedkar Nagar Assembly Chunav: कटेहरी पर 1991 के बाद कभी नहीं खिला कमल, 2017 में बसपा ने जीत की थी हासिल
निषाद पार्टी ने अवधेश द्विवेदी को बनाया प्रत्याशी

कटेहरी में कुल 3 लाख 74 हजार 30 मतदाता हैं. इनमें 2,00,262 पुरुष और 1,73,731 महिला मतदाता हैं. इस बार के चुनाव में यहां से निषाद पार्टी ने अवधेश द्विवेदी, सपा ने लालजी वर्मा, बसपा ने प्रतीक पांडेय और कांग्रेस ने निशात फातिमा को प्रत्याशी बनाया है.

टांडा विधानसभा सीट

टांडा विधानसभा की पहचान कपड़ा बुनाई से है. यहां काफी संख्या में बुनकर रहते हैं. 2017 के विधानसभा चुनाव में यहां से बीजेपी प्रत्याशी संजू देवी ने जीत दर्ज की थी. उन्होंने सपा के अजीमुल हक पहलवान को 1,725 वोटों से हराकर पहली बार इस सीट पर कमल खिलाया था. टांडा सीट पर पूर्व कैबिनेट मंत्री लालजी वर्मा का वर्चस्व रहा है. वह इस सीट से चार बार विधायक रहे हैं.

टांडा का सियासी इतिहास

टांडा विधानसभा सीट से 1980 में जनता पार्टी के गोपीनाथ वर्मा, 1985 में कांग्रेस के जय राम वर्मा, 1989 में जनता दल के गोपीनाथ वर्मा, 1991 में जनता दल के लालजी वर्मा, 1993 में बसपा के मसूद अहमद, 1996 से 2007 तक बसपा के लालजी वर्मा और 2012 में सपा के अजीम-उल-हक पहलवान विधायक विधायक रहे. यहां कुल मतदाता 3,28,474 हैं. इनमें पुरुष मतदाता 1,48,110 और महिला मतदाता 1,26,432 हैं. इस बार के चुनाव में यहां से बीजेपी ने कपिल देव, सपा ने राममूर्ति वर्मा, बसपा ने शबाना खातून और कांग्रेस ने सैयद मिराजुद्दीन किछौछी को प्रत्याशी बनाया है.

Also Read: Alapur Assembly Chunav: बसपा के गढ़ में अनीता ने पहली बार खिलाया कमल, इस बार बरकरार रह पाएगा कब्जा?
आलापुर विधानसभा सीट

आलापुर (सुरक्षित) विधानसभा सीट 2008 में अस्तित्व में आयी. यहां से 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी अनीता कमल ने सपा प्रत्याशी संगीता को 12513 वोटों से हराकर जीत दर्ज की थी. इससे पहले 2012 में सपा के भीम प्रसाद सोनकर विधायक बने थे. यहां कुल 2,84,535 मतदाता हैं, जिसमें 1,48,110 पुरुष, 1,29,311 महिला और 4 थर्ड जेंडर मतदाता हैं. इस बार के चुनाव में यहां से बीजेपी ने त्रिवेणी राम, सपा ने त्रिभुवन दत्त, बसपा ने केशरा देवी और कांग्रेस ने सत्यमवदा पासवान को प्रत्याशी बनाया है.

जलालपुर विधानसभा सीट

जलालपुर विधानसभा सीट सीट पर 2019 में हुए विधानसभा उप चुनाव में सपा के सुभाष राय ने बसपा प्रत्याशी डॉ. छाया वर्मा को 790 वोट से हराया था. हालांकि अब उन्होंने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है. इस सीट से 1989, 1991 और 1993 में बसपा के रामलखन वर्मा, 1996 में बीजेपी के शेर बहादुर सिंह, 2002 में सपा के राकेश पांडेय, 2007 में बसपा से, और 2012 में सपा से शेर बहादुर सिंह विधायक बने. वहीं, 2017 में बसपा के रितेश पांडेय ने जीत हासिल की. इस बार के चुनाव में यहां से बीजेपी ने सुभाष राय, सपा ने राकेश पांडेय, बसपा ने राजेश कुमार सिंह और कांग्रेस ने रागिनी पाठक को प्रत्याशी बनाया है.

अकबरपुर

अकबरपुर विधानसभा सीट पर 2017 में बसपा के राम अचल राजभर ने सपा के राम मू्र्ति वर्मा को 14,013 मतों से हराया था. हालांकि, बसपा से निष्कासित होने के बाद अब रामअचल राजभर ने सपा का दामन थाम लिया है. उन्हें सपा ने अकबरपुर से अपना प्रत्याशी बनाया है. रामअचल राजभर इस बार जीत का छक्का लगाने के इरादे से चुनावी मैदान में उतरेंगे. इस सीट से 1985, 1989 में माकपा के अकबर हुसैन बाबर, 1991 में शिवसेना के पवन कुमार पांडेय, 1993, 1996, 2002, 2007 में बसपा के रामअचल राजभर और 2012 में सपा के राम मूर्ति वर्मा विधायक बने.

Also Read: Akbarpur Assembly Chunav: सपा से इस बार जीत का ‘सिक्सर’ लगाने उतरेंगे रामअचल राजभर, बीजेपी देगी चुनौती?
बीजेपी ने धर्मराज निषाद को बनाया प्रत्याशी

अकबरपुर विधानसभा में कुल 2,68,672 मतदाता हैं. इनमें 1,45,089 पुरुष और 1,23,570 महिला मतदाता हैं. थर्ड जंडर मतदाता 13 हैं. इस बार के चुनाव में यहां से बीजेपी ने धर्मराज निषाद, सपा ने राम अचल राजभर, बसपा ने चंद्रप्रकाश वर्मा और कांग्रेस ने प्रियंका जायसवाल को प्रत्याशी बनाया है.

Posted By: Achyut Kumar

Exit mobile version