Amethi Lok Sabha Election Result 2024: अमेठी में स्मृति ईरानी को झटका, कांग्रेस के किशोरी लाल शर्मा 1.39 लाख वोट से आगे

Amethi Lok Sabha Election Result 2024 यूपी में गांधी परिवार की पारंपरिक सीट कही जाने वाली अमेठी में बीजेपी एक बार फिर कमल खिलाने के प्रयास में है. वहीं गांधी परिवार के खास सिपहसालार ये सीट वापस कांग्रेस को दिलाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं.

By Amit Yadav | June 4, 2024 5:07 PM
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अमेठी: गांधी परिवार की पारंपरिक सीट अमेठी (Amethi Lok Sabha Election Result 2024) से किशोरी लाल शर्मा ने स्मृति ईरानी को पछाड़ दिया है. किशोरी लाल शर्मा 139450 वोट स्मृति ईरानी से आगे चल रहे हैं. किशोरी लाल शर्मा को 468141 वोट मिले हैं. जबकि स्मृति ईरानी को 328691 वोट मिले हैं. कांग्रेस अमेठी में लोकसभा 2024 में अग्निपरीक्षा के दौर से गुजर रही थी. इस लोकसभा चुनाव में अमेठी के परिणाम पर भी देश दुनिया की नजर बनी हुई है.

अमेठी जीतने के लिए कांग्रेस ने उतारा सिपहसालार
अमेठी (Amethi Lok Sabha Election Result 2024) को गांधी परिवार की कर्मभूमि कहा जाता था. इसे वीवीआईपी का दर्जा प्राप्त था. लेकिन 2019 के चुनाव में बीजेपी ने इस सीट को जीतकर कांग्रेस को तगड़ा झटका दिया था. अमेठी लोकसभा सीट पर लंबे समय तक गांधी परिवार का कब्जा रहा है. संजय गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी और फिर राहुल गांधी ने अमेठी का प्रतिनिधित्व लोकसभा में किया. अब तक हुए 16 लोकसभा चुनाव और दो उपचुनाव में कांग्रेस ही यहां से जीती है. लेकिन 2019 का लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और गांधी परिवार को तगड़ा झटका लगा. क्योंकि स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को यहां से हरा दिया था.

संजय और राजीव गांधी ने किया अमेठी का प्रतिनिधित्व
1967 से कांग्रेस ने अमेठी (Amethi Lok Sabha Election Result 2024) से जीत का सिलसिला शुरू किया था. तब वीडी वाजपेयी यहां से जीते थे. इसके बाद 1971 में कांग्रेस और 1977 भारतीय लोकदल यहां से चुनाव जीता था. 1980 में यहां से संजय गांधी चुनाव मैदान में उतरे. उन्होंने जनता पार्टी के रवींद्र प्रताप सिंह को एक 1.28 लाख वोटों से हराया था. 1984 में राजीव गांधी को ये पारंपरिक सीट दी गई. उनको चुनौती देने के लिए संजय गांधी की पत्नी मेनका गांधी स्वतंत्र प्रत्याशी के रूप सामने थीं. लेकिन अमेठी की जनता ने एकतरफा राजीव गांधी के खाते में जीत डाल दी. 1989 और 1991 में राजीव गांधी यहां से संसद पहुंचे थे. 1996 में कांग्रेस से सतीश शर्मा सांसद बने.

अमेठी राजपरिवार ने कांग्रेस को दी थी पटकनी
कांग्रेस को अमेठी से पहली बार पटकनी बीजेपी ने 1998 में दी थी. अमेठी राजपरिवार के संजय सिंह ने बीजेपी के टिकट पर कांग्रेस के सतीश शर्मा को लगभग 23 हजार वोटों से हराया था. लेकिन 1999 में यहां सोनिया गांधी की एंट्री हुई. उन्होंने बीजेपी से फिर ये सीट छीन ली. इसके बाद 2004, 2009 और 2014 में राहुल गांधी यहां से जीतते रहे. 2014 के चुनाव में राहुल गांधी ने बीजेपी की स्मृति ईरानी को हराया था. लेकिन इसके बाद स्मृति ईरानी लगातार अमेठी में बनी रहीं और उन्होंने 2019 में कांग्रेस की इस पारंपरिक सीट पर कमल खिला दिया था.

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