UP Election 2022: पूर्व BJP सांसद का ऐलान- CM योगी की जगह पर PM मोदी के एक करीबी बनेंगे मुख्यमंत्री!
इस ऐलान को भरी सभा हुंकार के साथ बोलने वाले पूर्व भाजपा सांसद का नाम है हरिनारायण राजभर. वीडियो में उन्हें कहते हुए साफ-साफ सुना जा सकता है कि प्रधानमंत्री मोदी के बेहद करीबी एमएलसी एके शर्मा विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री बन सकते हैं.
Lucknow News: भाजपा के एक पूर्व सांसद का ऐलान वाला एक वीडियो बहुत वायरल हो रहा है. इस वीडियो में दावा किया गया है कि विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नहीं बल्कि यूपी के प्रदेश उपाध्यक्ष व एमएलसी एके शर्मा होंगे सीएम के पद पर बैठेंगे.
अब एके शर्मा को लेकर की गई टिप्पणी को लेकर विपक्षी दल की ओर से भी एक से बढ़कर एक बयान दिए जा रहे हैं. वहीं, सीएम योगी के दीवानों का बयान इसके जस उलट है. दरअसल, एमएलसी एके शर्मा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफी करीबी माने जाते हैं. इस ऐलान को भरी सभा हुंकार के साथ बोलने वाले पूर्व भाजपा सांसद का नाम है हरिनारायण राजभर. वीडियो में उन्हें कहते हुए साफ-साफ सुना जा सकता है कि प्रधानमंत्री मोदी के बेहद करीबी एमएलसी एके शर्मा विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री बन सकते हैं.
हालांकि, सूबे के सीएम पद पर पूर्व में भी कई नामों पर चर्चा की जा चुकी है. इनमें सबसे ज्यादा चर्चा में आए थे प्रदेश में ओबीसी यानी पिछड़ा वर्ग की राजनीति करने वाले उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का. वहीं, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह का नाम भी चर्चा में आ चुका है. हालांकि, पार्टी के चाणक्य के नाम से मशहूर देश के केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक बार नहीं बल्कि कई बार अपने विभिन्न कार्यक्रमों के मंचों से इस बात की घोषणा कर चुके हैं कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बहुत ही अच्छा काम कर रहे हैं.
उन्होंने मुख्यमंत्री पद पर की जा रही दूसरे नामों की चर्चा को भी पूरी तरह से अल्पविराम दे चुके हैं. वहीं, पीएम मोदी और सीएम योगी की एक तस्वीर जो प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के आवास पर ली गई थी. उसमें स्पष्ट संदेश दे दिया गया था कि सीएम योगी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पूरा भरोसा है.
इन्हीं अटकलबाजी के बीच में अब बीजेपी के पूर्व सांसद हरिनारायण राजभर ने भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एके शर्मा का नाम लेकर इस सोए हुए जिन्न को फिर जगाने का काम किया है. हालांकि, राजनीतिक पंडित राजभर के इस दावे को सिरे से नकार रहे हैं. उन्होंने इसे सिर्फ खोखला ऐलान करार दिया है.