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Assembly Elections 2023: कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी बोले- पीएम मोदी जिताऊ चेहरा नहीं, 5-0 से हारेगी भाजपा

पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव का 2024 के लोकसभा चुनाव पर प्रभाव के सवाल पर सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश से शुरुआत हो गई है. हिमाचल के बाद कर्नाटक में भी ऐसा ही देखने को मिला और आगे भी जहां चुनाव होंगे वहां पर भाजपा की विदाई तय है.

By Sanjay Singh | October 9, 2023 6:44 PM

Assembly Election Dates 2023: भारत निर्वाचन आयोग ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है. चुनावी बिगुल बजते ही नेताओं की ओर से अपनी अपनी पार्टी के जीत के दावे किए जाने लगे हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में पार्टी के डिप्टी लीडर प्रमोद तिवारी ने भाजपा के जीत के दावों पर सवाल उठाते हुए कटाक्ष किया है. उन्होंने कहा कि जब चुनाव के नतीजे आएंगे तो भारतीय जनता पार्टी पांच मैचों की सीरीज फाइव जीरो से हारेगी. साथ ही उन्होंने कहा है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने भी कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब अब जिताऊ चेहरा नहीं हैं. प्रमोद तिवारी ने उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के जीत के दावों पर कहा कि उन्हें खुद सिराथू विधानसभा सीट के चुनाव परिणाम का आकलन नहीं था, क्या उन्होंने कभी सोचा था कि जनता उनके कितने खिलाफ है. वह सिराथू विधानसभा सीट पर हार गए और अब पूरे देश की घोषणा कर रहे हैं.


पांचो राज्यों में भाजपा का हो जाएगा सफाया

कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि पांचों राज्यों की जनता इसी दिन का इंतजार कर रही थी. तीन दिसंबर को चुनाव नतीजे आएंगे, तो भारतीय जनता पार्टी पांच मैचों की सीरीज फाइव जीरो से हारेगी. पांचो राज्यों में भाजपा का सफाया हो जाएगा. प्रमोद तिवारी ने कहा है कि मिजोरम में भाजपा के पास दो सीटें थी, लेकिन इस बार के चुनाव में बीजेपी का खाता भी नहीं खुलेगा. भाजपा छत्तीसगढ़ में डबल डिजिट में भी नहीं पहुंचेगी. इसके अलावा राजस्थान, मध्य प्रदेश और तेलंगाना में कांग्रेस सरकार बनाएगी. उन्होंने विधानसभा चुनाव को पांच टेस्ट मैचों की संज्ञा दी है.

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कर्नाटक के चुनाव के बाद भाजपा को चिंतन-मनन की जरूरत

पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव का 2024 के लोकसभा चुनाव पर प्रभाव के सवाल पर सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश से शुरुआत हो गई है. हिमाचल के बाद कर्नाटक में भी ऐसा ही देखने को मिला और आगे भी जहां चुनाव होंगे वहां पर भाजपा की विदाई तय है. उन्होंने कहा कि आरएसएस ने भी अपने मुख पत्र ऑर्गेनाइजर में लिखा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चेहरा अब जिताऊ नहीं रहा. कर्नाटक के चुनाव के बाद भाजपा को भी अब इस पर चिंतन और मनन की जरूरत है. भाजपा की ऐसी स्थिति हो गई है कि उनके पास कोई दूसरा चेहरा भी नहीं है. जब पीएम मोदी जिताऊ नहीं हैं, तो बीजेपी को किसी दूसरे चेहरे की तलाश करनी होगी.

एएमयू में फिलिस्तीन के समर्थन मार्च पर दी प्रतिक्रिया

कांग्रेस नेता ने इजरायल और फिलीस्तीन के बीच हो रही जंग पर भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि नागरिक क्षेत्रों में कतई युद्ध नहीं होना चाहिए. बातचीत के जरिए समाधान निकालने की कोशिश होनी चाहिए. युद्ध का खामियाजा आम नागरिकों को भुगतना पड़ता है. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में छात्रों के फिलिस्तीन को समर्थन मार्च पर कांग्रेस नेता ने कहा कि लोगों को खुद तय करना होगा कि सही और गलत में किसका साथ देना है.

मायावती बोलीं- स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव कराने की चुनौती

वहीं बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने कहा कि मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ व मिजोरम विधानसभा आमचुनाव अगले महीने कराने की घोषणा का स्वागत है, लेकिन चुनाव आयोग के लिए असली चुनौती सरकारी मशीनरी व धनबल आदि के दुरुपयोग को रोककर चुनाव को पूरी तरह स्वतंत्र व निष्पक्ष कराने की है, जिस पर लोकतंत्र का भविष्य निर्भर है. बसपा सुप्रीमो ने कहा कि इसके साथ ही खासकर सत्ताधारी पार्टी द्वारा चुनाव को गलत दिशा में प्रभावित करने के लिए लुभावने वादे व हवाहवाई घोषणाओं आदि पर अंकुश लगना जरूरी है, जिसको लेकर सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस भी जारी किया है.

सांप्रदायिकता का उन्माद व हिंसा के खिलाफ सख्त कार्रवाई अत्यावश्यक

उन्होंने कहा कि जातिवाद व सांप्रदायिकता का उन्माद व हिंसा के खिलाफ सख्त कार्रवाई अत्यावश्यक है. बसपा मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ राज्य में गोण्डवाना गणतंत्र पार्टी के साथ चुनावी समझौता करने के अलावा, मिजोरम को छोड़कर, राजस्था व तेलंगाना इन दोनों राज्य में अकेले ही बिना किसी से कोई समझौता किए हुए चुनाव लड़ रही है और इन राज्यों में अच्छे रिजल्ट की उम्मीद करती है.

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