लखनऊ.अटल आवासीय विद्यालय में इसी साल जुलाई से पढ़ाई (अध्यापन) शुरू होने जा रही है. इसमें पंजीकृत निर्माण श्रमिकों (राजमिस्त्री- बेलदार) के बच्चों के अलाव कोरोना महामारी में अनाथ हुए बच्चों की पढ़ाई होगी. इसके लिये प्रवेश परीक्षा 11 जून को होगी. डिप्टी लेबर कमिश्नर, लखनऊ जोन, राकेश द्विवेदी ने बताया कि 11 जून को लखनऊ, रायबरेली, उन्नाव, हरदोई, सीतापुर और लखीमपुर खीरी में महामारी से पंजीकृत निर्माण श्रमिकों और अनाथ बच्चों के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाएगी. यह परीक्षा राज्य के सरकारी इंटर कॉलेजों में आयोजित की जाएगी. उम्मीदवार छात्र अपने जिले के सहायक श्रम आयुक्त के कार्यालय से अपना प्रवेश पत्र प्राप्त कर सकते हैं.
प्राचार्य सुखवीर सिंह ने कहा कि एक हजार से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं. इनमें से 800 पात्र पाए गए हैं. इनमें से 80 छात्रों (40 लड़के और 40 लड़कियों) को कक्षा 6 में प्रवेश के लिए चुना जाएगा. द्विवेदी ने बताया कि प्रवेश परीक्षा में 80 वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न होंगे, जिनमें से 40 प्रश्न मानसिक क्षमता के, 20 प्रश्न गणित के और 20 प्रश्न भाषा के होंगे. सभी अभ्यर्थियों को प्रवेश परीक्षा प्रारंभ होने के 30 मिनट पूर्व मूल प्रवेश पत्र के साथ परीक्षा केन्द्र पर उपस्थित होना अनिवार्य है.परीक्षा का समय सुबह 11:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक है. दिव्यांग छात्रों को 40 मिनट का अतिरिक्त समय दिया जाएगा. ओएमआर शीट में नीले रंग के बॉलपॉइंट पेन का ही इस्तेमाल किया जाएगा.
उप श्रमायुक्त ने बताया कि लखनऊ में राजकीय जयंती इंटर कॉलेज, सिटी रेलवे स्टेशन के पास, राजकीय इंटर कॉलेज हरदोई में, बड़ा पोस्ट ऑफिस के पास, सिविल लाइंस, हरदोई, राजकीय इंटर कॉलेज, उन्नाव, राजकीय इंटर कॉलेज, सीतापुर, राजकीय इंटर कॉलेज, हरदोई में. रायबरेली, बस स्टैंड के पास, और सरकारी इंटर कॉलेज, लखीमपुर खीरी, कामनाथ अस्पताल के सामने, परीक्षा केंद्र हैं.
17 एकड़ में फैला और सभी आवश्यक सुविधाओं से सुसज्जित, लखनऊ स्थित अटल आवासीय विद्यालय -उत्तर प्रदेश सरकार की एक महत्वाकांक्षी और बहुप्रतीक्षित योजना है. इसका निर्माण ₹70 करोड़ की लागत से किया गया है. यहां 6 से 12 तक कक्षा संचालित होगी. राकेश द्विवेदी ने कहा कि अटल आवासीय विद्यालय सिथौलीकलां, मोहनलालगंज, लखनऊ में स्थापित किया गया है. यह नवोदय विद्यालय की तर्ज पर सभी सुविधाओं से लैस होगा. उन्होंने कहा कि अटल आवासीय विद्यालय में कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थियों को नि:शुल्क शिक्षा के साथ-साथ उनके रहने के लिए छात्रावास, भोजन, आधुनिक सुविधाओं से युक्त प्रयोगशाला और खेलकूद की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी.