अतीक अशरफ हत्याकांड: अब पांच सदस्यीय हुआ जांच के लिए गठित न्यायिक आयोग, दिलीप बाबा साहेब भोसले होंगे अध्यक्ष

अतीक अशरफ हत्याकांड: इलाहाबाद उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश दिलीप बाबा साहेब भोसले और झारखण्ड के पूर्व मुख्य न्यायाधीश वीरेन्द्र सिंह को शामिल किया गया है. अब इस न्यायिक आयोग के जस्टिस दिलीप बाबा साहेब भोसले अध्यक्ष होंगे. इस तरह आयोग पांच सदस्यीय हो गया है.

By Sanjay Singh | May 5, 2023 9:34 PM
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Lucknow: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Government) ने प्रयागराज के चर्चित अतीक अहमद और उसके भाई खालिद रशीद अशरफ हत्याकांड (Atique-Ashraf Murder Case) में अहम निर्णय किया है. मामले की जांच के लिए इलाहाबाद उच्च न्यायालय (Allahabad High Court) के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति अरविंद कुमार त्रिपाठी द्वितीय के नेतृत्व में गठित तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग में दो अन्य सदस्यों को शामिल किया है.

अब दिलीप बाबा साहेब भोसले होंगे आयोग के अध्यक्ष

इलाहाबाद उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश दिलीप बाबा साहेब भोसले (Retired Chief Justice Dilip Babasaheb Bhosale) और झारखंड के पूर्व मुख्य न्यायाधीश वीरेन्द्र सिंह (Retired Chief Justice Virender Singh) को इसमें शामिल किया गया है. अब इस न्यायिक आयोग के जस्टिस दिलीप बाबा साहेब भोसले अध्यक्ष होंगे. इस तरह आयोग पांच सदस्यीय हो गया है.

पहले तीन सदस्यीय आयोग का किया गया था गठन

इससे पहले अतीक अहमद-अशरफ हत्याकांड में योगी आदित्यनाथ सरकार ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के पूर्व न्यायमूर्ति अरविंद कुमार त्रिपाठी (द्वितीय) की अगुवाई में तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन​ किया था, जिसे दो माह में जांच पूरी कर शासन को अपनी रिपोर्ट सौंपनी है. आयोग में पूर्व पुलिस महानिदेशक सुबेश कुमार सिंह व पूर्व न्यायाधीश बृजेश कुमार सोनी बतौर सदस्य शामिल हैं. इस संबंध में गृह विभाग ने 16 अप्रैल को आदेश जारी किया था. आयोग के सदस्यों ने शुक्रवार को प्रयागराज पहुंचकर जांच पड़ताल भी की. इससे पहले भी सदस्य मौके पर जाकर जांच कर चुके हैं.

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15 अप्रैल की रात में की गई थी अतीक-अशरफ की हत्या

उमेश पाल हत्याकांड के मामले में पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिए गए पूर्व सांसद और माफिया अतीक अहमद और उसके भाई पूर्व विधायक खालिद अजीम अशरफ की 15 अप्रैल की रात गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. दोनों को मेडिकल परीक्षण के लिए कॉल्विन अस्पताल ले जाते समय इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया गया था. मीडियाकर्मियों के वेश में पहुंचे शूटरों ने ताबड़तोड़ गोली चलाकर दोनों को मौत के घाट उतार दिया था.

तीनों हत्यारोपी प्रतापगढ़ की जेल में, सीसीटीवी कैमरे से हर पल हो रही निगरानी

मौके पर ही तीनों शूटरों लवलेश तिवारी, अरुण मौर्य और सनी सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. तीनों हत्यारोपी इस समय प्रतापगढ़ की जेल में बंद हैं. उ्न्हें हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है और सीसीटीवी कैमरे से उनकी निगरानी की जा रही है. दोहरे हत्याकांड के बाद उन्हें नैनी जेल में रखा गया था. लेकिन, अतीक के गुर्गों से खतरे की संभावना के मद्देनजर उन्हें प्रतापगढ़ जेल में शिफ्ट कर दिया गया.

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