लखनऊ: पीएफआई व उससे जड़े संगठनों के 70 लोग एटीएस ने हिरासत में लिये हैं. 20 जिलों से इन लोगों को पूछताछ के लिये उठाया गया है. पूर्व में गिरफ्तार पीएफआई के सदस्यों से हुई पूछताछ के बाद लगभग 211 संदिग्धों को चिन्हित किया गया था. इसके बाद एटीएस की 30 विशेष टीमों ने एक साथ छापेमारी करके इन संदिग्धों को हिरासत में लिया है.
एटीएस से मिली जानकारी के अनुसार लखनऊ से नौ, गाजियाबाद से 10, शामली से 11, वाराणसी से आठ, बहराइच से दो, बाराबंकी से तीन, देवरिया से दो, आजमगढ़ से तीन, कानपुर से दो, मेरठ से चार, मुजफ्फर नगर से तीन, बिजनौर से पांच, सीतापुर, बलरामपुर, सिद्धार्थ नगर, बुलंदशहर, सहारनपुर, मुरादाबाद, रामपुर, अमरोहा से एक-एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है. सभी से गहन पूछताछ जारी है. एटीएस से मिली जानकारी के अनुसार राष्ट्र विरोधी गतिविधियों व उनकी सोशल मीडिया एक्टिविटी की जानकारी के लिये इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के डाटा का विश्लेषण भी किया जा रहा है. …अपडेट हो रही है
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एटीएस ने 6 से 7 मई तक प्रदेश स्तर पर एक विशेष गोपनीय अभियान चलाया था. इसमें एटीएस की फील्ड इकाई नोएडा, सहारनपुर, मेरठ, मुरादाबाद, कानपुर, लखनऊ, बहराइच, गोरखपुर, वाराणसी, आजमगढ़ को सक्रिय किया गया था. अपर पुलिस अधीक्षक पूर्व के नेतृत्व में छापेमारी के लिये 30 टीमें बनायी गयी थी. एटीएस ने पूर्व में आठ अभयुक्तों के खिलाफ की गयी कार्रवाई के क्रम में वाराणसी से परवेज अहमद और रईस अहमद को गिरफ्तार किया है.
गौरतलब है कि भारत सरकार ने सितंबर 2022 में पीएफआई और उसके आठ अनुषांगिक संगठनों को प्रतिबंधित किया है. इसी क्रम में एटीएस यूपी ने पीएफआई से जुड़े सक्रिय 21 सदस्यों के खिलाफ अयोध्या, मेरठ, बाराबंकी, वाराणसी, लखनऊ, अलीगढ़ में एफआईआर लिखायी है. साथ ही 132 संदिग्ध सदस्यों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई की है.