प्रयागराज: माफिया अतीक अहमद को सजा होते ही बदले मायावती का तेवर, पत्नी शाइस्ता परवीन का काटा मेयर टिकट
माफिया अतीक अहमद को उम्रकैद की सजा मिलने के बाद अब अतीक के परिवार को एक और बड़ा झटका लगा है. बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन का टिकट काट दिया है.
लखनऊ : माफिया अतीक अहमद को उम्रकैद की सजा मिलने के बाद अब अतीक के परिवार को एक और बड़ा झटका लगा है. बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन का टिकट काट दिया है. बसपा ने प्रयागराज में मेयर पद के लिए घोषित की गई शाइस्ता की उम्मीदवारी को रद्द कर दिया है. बसपा अब प्रयागराज मेयर सीट के लिए पार्टी की ओर से नया उम्मीदवार घोषित करेगी. शाइस्ता परवीन का टिकट काटे जाने का औपचारिक तौर पर 3 अप्रैल को प्रयागराज में ही एलान किया जाएगा. शाइस्ता परवीन प्रयागराज में उमेश पाल शूटआउट में नामजद आरोपी भी है और तभी से फरार है. पुलिस लगातार इस मामले में शाइस्ता की तलाश में दबिश दे रही है वहीं दूसरी तरफ उमेश पाल अपहरण मामले में अतीक को उम्रकैद की सजा होने के बाद मायावती अब कोई खतरा नहीं लेना चाहती है.
उमेश पाल शूटआउट के दो महीने पहले बसपा में हुई थी शामिल
आपको बता दें कि शाइस्ता परवीन उमेश पाल शूटआउट मामले से दो महीने पहले ही बसपा में शामिल हुईं थी. यूपी में दलित-मुस्लिम का गठजोड़ बनाने में जुटी बसपा ने शाइस्ता परवीन को पार्टी ज्वाइन कराने के साथ ही प्रयागराज से मेयर का उम्मीदवार घोषित कर दिया था, लेकिन उमेश पाल हत्याकांड में शाइस्ता के नाम आने के बाद बसपा के इस फैसले पर सवाल खड़े होने लगे थे. मामला बढ़ा तो मायावती को खुद इस मामले पर सफाई तक देनी पड़ गई. उस वक्त बसपा सुप्रीमो ने ट्वीट कर कहा था कि अगर शाइस्ता दोषी साबित होती हैं तो उन्हें पार्टी से निकाल दिया जाएगा.
बसपा करेगी 3 अप्रैल को औपचारिक एलान
आपको बता दें गुरुवार को अतीक अहमद को सजा का एलान होने के बाद अब मायावती के सुर बदल गए हैं. एक तरफ शाइस्ता परवीन और उसका बेटा असद फरार हैं जबकि उसके दो नाबालिग बेटों को बाल सरंक्षण गृह में रखा गया है. ऐसे में मायावती अब कोई खतरा नहीं लेना चाहती हैं. मीडिया रिपोर्ट की मानें तो शाइस्ता का टिकट काटने का बसपा की ओर से 3 अप्रैल को औपचारिक एलान कर दिया जाएगा. बसपा जल्द ही इस सीट पर अपने नए उम्मीदवार के नाम की घोषणा करेगी. आपको बता दें कि निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण को सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद गुरुवार शाम को निकाय चुनाव को लेकर आरक्षण की नई सूची जारी कर दी गई है. जिसके बाद बसपा अब इस सीट को लेकर अपनी नई रणनीति बनाने में जुट गई है.