अवधेश मिश्रा की ‘बाबुल’ 24 दिसंबर को रिलीज होगी, पहली बार भोजपुरी इंडस्ट्री में बनी है ऐसी फिल्म
पिछले साल अवधेश मिश्रा ने ‘जुगनू’ फिल्म से वाहवाही बटोरी. इस बार अवधेश मिश्रा ‘बाबुल’ लेकर आए हैं. इसका फर्स्ट लुक और ट्रेलर जारी हो गया है. जिसे काफी पसंद भी किया जा रहा है.
Bhojpuri Movie Babul: भोजपुरी फिल्मों और गानों में अश्लीलता के आरोप लगते रहे हैं. एक खास वर्ग के दर्शक ही भोजपुरी फिल्मों से खुद को जुड़ा महसूस करते हैं. लेकिन, ये सब पुरानी बाते हैं. एक शख्स हैं, जिसने भोजपुरी फिल्मों की दशा-दिशा की परवाह की. उस शख्स का नाम है अवधेश मिश्रा.
पिछले साल अवधेश मिश्रा ने ‘जुगनू’ फिल्म से वाहवाही बटोरी. इस बार अवधेश मिश्रा ‘बाबुल’ लेकर आए हैं. इसका फर्स्ट लुक और ट्रेलर जारी हो गया है. जिसे काफी पसंद भी किया जा रहा है. ट्रेलर को देखकर आपको यकीन होगा कि अवधेश मिश्रा ने ‘बाबुल’ फिल्म से भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री को पूरी तरह बदल दिया है.
भोजपुरी सिनेमा के दिग्गज निर्माता रत्नाकर कुमार और एक्टर-डायरेक्टर अवधेश मिश्रा की मच अवेटेड फिल्म ‘बाबुल’ 24 दिसंबर को रिलीज होगी. फिल्म का ट्रेलर यूट्यूब पर रिलीज हो गया है. इसे भरपूर प्यार मिल रहा है.
प्रभात खबर से बात करते हुए एक्टर और डायरेक्टर अवधेश मिश्रा ने बताया कि 24 दिसंबर को ‘बाबुल’ पूरे भारत में रिलीज हो जाएगी. इसकी स्पेशल स्क्रीनिंग कई शहरों में होगी. फिल्म की शूटिंग उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में हुई है. फिल्म में बेटी-पिता की कहानी है. जिसे खूबसूरती से पर्दे पर उतारा गया है.
अवधेश मिश्रा के मुताबिक उनके दिल में हमेशा से भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के लिए कुछ करने का जुनून रहा. उसका परिणाम ‘बाबुल’ के रूप में सामने आया है. उन्होंने खुद स्क्रीनप्ले लिखी है, एक्टिंग की है, डायरेक्शन का जिम्मा भी संभाला है. फिल्म में अवधेश मिश्रा पूरी तरह बदले किरदार में नजर आएंगे. फिल्म में एक्टर-डायरेक्टर अवधेश मिश्रा बेटियों को सशक्त करने का मैसेज भी देते मिल जाएंगे.
फिल्म के प्रोड्यूसर रत्नाकर कुमार का कहना है कि ‘बाबुल’ को अवधेश मिश्रा ने जिस तरह से लिखा है, वो उनके दिल को छू गया. फिल्म का पिक्चराइजेशन भी उम्दा है. फिल्म की कहानी बहुत ही मार्मिक है, जो भोजपुरी के अलावा हिंदी भाषी दर्शकों को पसंद आएगी. फिल्म के गाने ‘काटे ना कटे, रतिया’ को लोग काफी पसंद कर रहे हैं. अवधेश मिश्रा का कहना है कि ‘बाबुल’ को उन्होंने एक्टर-डायरेक्टर के तौर पर नहीं, एक पिता के तौर पर बनाया है. ‘बाबुल’ फिल्म उनके बच्चे के समान है.