Ayodhya: राम मंदिर में लगेगा 44 फीट ऊंचा ध्वजदंड, 21 कुंतल का घंटा भी पहुंचा अयोध्या, जानें और क्या-क्या मिला!

अयोध्या में श्री राम मंदिर का निर्माण हो रहा है. इस मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होगी. इस आयोजन में पूरा देश शामिल है. अलग-अलग राज्यों से भेंट अयोध्या भेजी जा रही है. हर कोई रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में योगदान देना चाहता है और प्रभु का आर्शीवाद लेना चाहता है.

By Amit Yadav | January 9, 2024 8:59 AM
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अयोध्या: श्री राम मंदिर में 44 फीट ऊंचा ध्वजदंड लगेगा. यह ध्वजदंड मंदिर के शिखर में लगेगा. इसका वजन साढ़े पांच टन बताया जा रहा है. इसे गुजरात के अहमदाबाद से लाया गया है. इसके अलावा 20-20 फीट के 6 और ध्वजदंड लाए गए हैं. इनका वजन 700-700 किलोग्राम है. सभी ध्वजदंड मंदिर में लगेंगे.

अहमदाबाद से इन ध्वजदंड को लेकर पहुंचे इंजीनियर के अनुसार ध्वजदंड का निर्माण 8 महीने पहले शुरू हुआ था. पांच जनवरी को गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने इसे अयोध्या के लिए रवाना किया था. बताया जा रहा है कि सबसे बड़ा ध्वजदंड शिखर से दिखेगा. इसके अलावा छह अन्य परकोटे में बन रहे मंदिरों में स्थापित किए जाएंगे. राम मंदिर के शिखर की ऊंचाई 161 फीट होगी.

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दो सौ किलो का लड्डू मथुरा से आएगा

इसके अलावा श्रीकृष्ण जन्मस्थान मथुरा से 200 किलो लड्डू अयोध्या भेजे जाएंगे. मकर संक्रांति के दिन विशिष्ट मेवा, मिश्री, केसर आदि से बना लड्डू आयोध्या भेजे जाएंगे. यह दो सौ किलो का लड्डू विशेष रथ से भेजा जाएगा. इसके साथ शंख, मृदंग बजाते हुए श्रद्धालु भी रहेंगे. जय श्री राम के जयकारे लगाते हुए ये सभी अयोध्या पहुंचेंगे.

ननिहाल छत्तीसगढ़ से भेजा गया 3 हजार क्विंटल चावल

राम लला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होगी. इसके बाद भगवान को विशेष भोग लगाया जाएगा, जिसमें ननिहाल के चावल और ससुराल का मेवा शामिल होगा. ननिहाल छत्तीसगढ़ से 3 हजार क्विंटल चावल अयोध्या आएगा. ये अब तक की सबसे बड़ी चावल की खेप होगी, जो अयोध्या पहुंचेगी. इसे छत्तीसगढ़ के जिलों से एकत्र किया गया है.

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यूपी के एटा से पहुंचा 2100 किलो का घंटा

ध्वजदंड के अलावा राम मंदिर के लिए एटा के जलेसर में बना 21 कुंतल का घंटा भी आयोध्या पहुंचा. दावा किया जा रहा है कि यह देश का सबसे बड़ा घंटा है. जिसकी लागत 25 लाख रुपये है. इसे बनाने में 400 कर्मचारी लगे थे. इस घंटे की चौड़ाई 15 फुट और अंदर की चौड़ाई 5 फुट है. इसे बनाने में एक साल का समय लगा है.

हैदराबाद से चरण पादुका आएंगी

श्री राम मंदिर में चरण पादुका भी रखी जाएंगी. इन चरण पादुका को हैदराबाद के श्रीचल्ला श्रीनिवास शास्त्री ने तैयार किया है. उन्होंने इन श्रीराम पादुकाओं के साथ अयोध्या की 41 दिनों की परिक्रमा की थी. इसके बाद इन पादुकाओं को रामेश्वरम से बद्रीनाथ तक सभी प्रसिद्ध मंदिरों में ले जाया जा रहा है और विशेष पूजा की जा रही है. यह चरण पादुका 19 जनवरी को अयोध्या पहुंचेंगी.

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जनकपुरी नेपाल से 3 हजार से ज्यादा उपहार मिले

विश्व हिंदू परिषद की भार (सनेश) यात्रा जनकपुर नेपाल से अयोध्या धाम पहुंची. नेपाल के 500 से ज्यादा श्रद्धालु प्रभु श्रीराम के लिए 3000 से ज्यादा विशिष्ट उपहार लेकर आए हैं. नेपाल की जनकपुरी से अयोध्या नगरी तक भार (सनेश) यात्रा का आयोजन किया गया. इन उपहारों में वर पक्ष को नेग के तौर पर भेजे जाने वाली सामग्री फल, मिष्ठान, सोना-चांदी आदि शामिल है. इस यात्रा का आयोजन नेपाल स्थित जनकपुर धाम रामजानकी मंदिर से किया गया था, जो शनिवार को लगभग तीन दर्जन वाहनों से कारसेवकपुरम् पहुंची. इसमें रामलला के ससुराल पक्ष के पांच सौ से अधिक भक्तगण शामिल हैं. नेपाल से आए इन श्रद्धालुओं का कहना है यह हमारा सौभाग्य है कि आज हमारे दामाद राजा की जन्मभूमि का निर्माण हो रहा है और 22 जनवरी को वह अपने सिंहासन पर विराजमान होंगे.

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