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अयोध्या: प्राण प्रतिष्ठा में गर्भगृह में रहेंगे पीएम मोदी के साथ-साथ ये लोग

अयोध्या में अब 84 कोसी परिक्रमा क्षेत्र शराब मुक्त होगा. यहां शराब की बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगाने का निर्णय किया गया है. वहीं प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी के साथ चार अन्य लोगों की मौजूदगी की बात कही जा रही है.

By Sanjay Singh | December 28, 2023 1:33 PM

Ayodhya News: अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर चल रही तैयारियों के बीच प्रदेश सरकार ने अयोध्या के परिक्रमा क्षेत्र में शराब बंदी का बड़ा फैसला किया है. आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने बताया कि रामनगरी में 84 कोसी परिक्रमा क्षेत्र में शराब की बिक्री को पूरी तरह से प्रतिबंधित किया जाएगा और यहां मौजूद शराब की सभी दुकानें हटाई जाएंगी. नितिन अग्रवाल अयोध्या में श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय से मिलने पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि श्रीराम मंदिर क्षेत्र को पहले से ही शराब मुक्त किया जा चुका है. अब 84 कोसी परिक्रमा क्षेत्र को मद्य निषेध घोषित करते हुए इस क्षेत्र में आने वाली सभी दुकानें हटाई जाएंगी. योगी सरकार के इस निर्णय को लेकर पहले से ही संभावना जताई जा रही थी. सीएम योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या यात्रा के दौरान इसके संकेत दिए थे. उन्होंने कहा कि अयोध्या के धार्मिक नगरी होने के कारण जनभावनाओं का सम्मान किया जाना चाहिए. यहां मांस और शराब का सेवन प्रतिबंधित होना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि धर्मनगरी अयोध्या शहरी विकास का मॉडल होगी. यहां चौबीस घंटे पीने का पानी उपलब्ध होगा. सीएम योगी ने विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा था कि अयोध्या आने वाले प्रत्येक श्रद्धालुओं को शांति, संतोष और आनंद के साथ वापस जाना चाहिए.

इस बीच अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समरोह से जुड़े कार्यों को तेजी से पूरा किया जा रहा है. अयोध्या राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने गुरुवार को निर्माण कार्यों का जायजा लिया और निर्देश दिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 30 दिसंबर को अयोध्या दौरे के मद्देनजर जहां तैयारियों की लगातार समीक्षा की जा रही है. प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के मद्देनजर अयोध्या में हाई अलर्ट है. सुरक्षा व्यवस्था बेहद सख्त की गई. तीन डीआईजी, 17 पुलिस अधीक्षक, 40 अपर पुलिस अधीक्षक, 82 पुलिस उपाधीक्षक, 90 निरीक्षकों सहित पीएसी की चार कंपनी तैनात की गई है.

पीएम मोदी सहित पांच लोग गर्भगृह में रहेंगे मौजूद

इस बीच कहा जा रहा है कि अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित पांच लोग मौजूद रहेंगे. कार्यक्रम के दौरान गर्भगृह में प्रधानमंत्री के साथ प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राम मंदिर के मुख्य आचार्य सत्येंद्र मौजूद रहेंगे. 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के वक्त रामलला की मूर्ति की आंखों से जिस वक्त पट्टी हटाई जाएगी, उस वक्त गर्भगृह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद होंगे. पूजा कार्यक्रम के लिए आचार्यों की तीन टीमों का गठन किया गया है. पहली टीम की अगुवाई स्वामी गोविंद देव गिरी करेंगे. आचार्यों की दूसरी टीम का नेतृत्व कांची कामकोटि शंकराचार्य विजयेंद्र सरस्वती करेंगे. इसके अलावा तीसरी टीम में काशी के 21 विद्वान रहेंगे. प्राण-प्रतिष्ठा के वक्त गर्भगृह का पर्दा बन्द रहता है. पट्टी हटाने के बाद मूर्ति को आइना दिखाते हैं, जिससे कि सबसे पहले खुद भगवान अपना चेहरा देख सकें.

सूर्य स्तंभों से सजाया जा रहा अयोध्या शहर

अयोध्या में अगले महीने होने वाले राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले शहर की एक प्रमुख सड़क को सूरज की थीम वाले सूर्य स्तंभों से सजाया जा रहा है. तीस फुट ऊंचे प्रत्येक स्तंभ में एक सजावटी गोला है, जो रात में लाइट जलने पर सूर्य जैसा दिखता है. उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग के अयोध्या संभाग के मुताबिक ऐसे 40 स्तंभ धर्म पथ मार्ग पर लगाए जाएंगे, जो नया घाट के पास लता मंगेशकर चौक को अयोध्या बाईपास से जोड़ता है. जनवरी में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले अयोध्या में राम पथ और अन्य प्रमुख सड़कों पर स्थित दुकानों के शटरों को हिंदू प्रतीकों की कलाकृतियों से सजाया गया है. इन कलाकृतियों में मंदिर की आकृति के साथ जय श्री राम के नारे और स्वास्तिक चिह्न शामिल हैं.

अयोध्या में नए बदलाव से लोगों में उत्साह

अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर लोगों में बेहद उतसाह नजर आ रहा है. अटरावां मंदिर के निकट रहने वाले सत्येंद्र पांडेय ने बताया कि किसी भी पथ पर चले जाइए, गौरवशाली अयोध्या के दर्शन हो जाएंगे. अयोध्या ही एकमात्र शहर है, जहां 30 हजार करोड़ से अधिक की परियोजनाएं एक साथ चल रही हैं. पहले लोग अयोध्या सिर्फ आध्यात्मिक दृष्टिकोण से आते थे पर अब इसके साथ ही पर्यटन, सांस्कृतिक और विकास की नई धारा से जुड़ी अयोध्या देखने आ रहे हैं. अयोध्या समग्र विकास के पायदान पर चढ़ चुकी है, जल्द ही अयोध्या शीर्षतम नगरी होगी. अशर्फी भवन मार्ग निवासी बर्तन व्यापारी श्रीकृष्ण लाल ने कहा कि अयोध्या को अब भौतिक और मन दोनों आंखों से देखिए. यह बदली बदली ही दिखेगी. 2017 तक जिस अयोध्या को कोई पूछने वाला नहीं था, आज उस अयोध्या में इंटरनेशनल एयरपोर्ट, अयोध्या धाम का नया रेलवे स्टेशन, भारत रत्न लता मंगेशकर चौक की अलग पहचान, 30 हजार करोड़ से अधिक की परियोजनाएं साकार रूप ले रही हैं.

जानकी घाट में रामवल्लभा कुंज की साधना मिश्रा ने कहा कि भगवान राम सूर्य वंश से थे. धर्म पथ पर सूर्य देव के प्रतीक वाले स्तंभ बनाए गए हैं. यह विरासत का सम्मान और अयोध्या की आध्यात्मिकता को बढ़ावा देने के क्रम में अनुपम पहल है. मंदिर के साथ ही स्वास्थ्य, शिक्षा के क्षेत्र में भी अयोध्या का विकास हो रहा है. बिजली के तारों को अंडरग्राउंड किया जा रहा. भक्तिपथ मार्ग निवासी मीरा कौशल ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर रामायण काल के प्रसंगों से जुड़ी मूर्तियों से लेकर शहर के अंदर तेजी से हो रहे विकास कार्य इसके उदाहरण हैं. जब सभी कार्य संपन्न हो जाएंगे तो अयोध्या कैसी होगी, इसकी कल्पना भी कर पाना मुश्किल है.

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