अयोध्या: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या को अलग ही पहचान देने की ठान ली है. 500 वर्ष के बाद 22 जनवरी को श्रीराम अपने भव्य मंदिर में विराजमान होंगे. इस मौके पर यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या भी बढ़ जाएगी. इसे देखते हुए अयोध्या को अध्यात्म के साथ पर्यटन के बड़े केंद्र के तौर पर भी वैश्विक मानचित्र पर नई पहचान मिल रही है. इसी को और भव्य रूप दिया है, ‘हेरिटेज विलेज थीम्ड होम स्टे’ योजना ने. इसके जरिए देश-दुनिया के मेहमान ग्रामीण परिवेश में अवधी स्टाइल से रूबरू होंगे. उन्हें यहां की मेहमाननवाजी, रहन-सहन व खानपान का भी लुत्फ उठाने का मौका मिलेगा.
‘हेरिटेज विलेज थीम्ड होम स्टे’ योजना में ग्रामीण परिवेश और सुविधा संपन्न रिहायशी अवस्थापना का मिला-जुला ताना बाना बुना गया है. माना जाता है कि शहरी क्षेत्रों में रहने वाले बच्चे अपनी विरासत को नहीं देख पाते. लेकिन ग्रामीण परिवेश से रूबरू होने का आकर्षण उनमें रहता है. इसी बात को ध्यान में रखकर योगी सरकार ने हेरिटेज विलेज थीम्ड होम स्टे योजना की परिकल्पना की है.
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उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग की इस योजना को अयोध्या विकास प्राधिकरण द्वारा विकसित किया जा रहा है. अयोध्या से 12-15 किमी दूर सोहावल तहसील के कोला मोइया कपूरपुर के पास रायबरेली रोड स्थित दौलतपुर में समदा पक्षी विहार के पास इसे विकसित किया जा रहा है. यहां मिट्टी के घरों में गांव की संस्कृति से रूबरू कराया जाएगा. ग्रामीण परिवेश के बीच मिट्टी की सोंधी खुशबू रूपी दौलत अयोध्या आने वाले पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करेगी. पर्यटकों के हिसाब से यहां के घरों का पुनरुद्धार कराया जा रहा है.
यहां अभिनव श्रीवास्तव की प्रॉपर्टी को मड हाउस में प्रमोट कर प्राकृतिक चीजों का डिस्प्ले किया गया है. आम के पेड़ों की छांव के बीच भोजन का भी आनंद अलग ही अनुभूति करा रहा है. यहां का एक दिन का किराया 9500 रुपये है. इसमें दो रूम, लॉन, खेलकूद के साथ ही बच्चों के लिए ट्यूबवेल में नहाने की भी व्यवस्था होगी. यहां लकड़ी व कोयले की धीमी आंच पर सेंकी गई रोटी मिलती है जो आधुनिक परिवेश में पले-बढ़े बच्चों के लिए किसी अचंभे से कम नहीं है.
यह रोटी जहां उन्हें पौष्टिकता प्रदान करेगी, वहीं बैलगाड़ी की सवारी उनके कौतूहल को शांत करते हुए अतीत से वर्तमान का दीदार भी कराएगी. यहां ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देते हुए स्थानीय भोजन के साथ प्राकृतिक वातावरण को संरक्षित किया गया है. मिट्टी के घरों के साथ गांव की संस्कृति से वर्तमान पीढ़ी को समझने का मौका मिलेगा. खाने में यहां मॉडर्न इन डिमांड रेसिपीज के साथ स्थानीय जायकों का स्वाद भी परोसा जाएगा.
अयोध्या विकास प्राधिकरण के सलाहकार राकेश सिंह ने बताया कि दौलतपुर में एक प्रॉपर्टी पर यह सुविधाएं शुरू हो गई हैं. राम मंदिर, हनुमानगढ़ी समेत कई मंदिरों के दर्शन के साथ ही देश-दुनिया के आगंतुक अपने बच्चों को ग्रामीण परिवेश से अवगत कराने के लिए भी यहां लाना चाहते हैं. इसलिए 18 अन्य प्रॉपर्टी को भी ‘हेरिटेज विलेज थीम्ड होम स्टे’ योजना के लिए चिह्नित किया गया है. जहां ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन भी सहयोग कर रहा है.