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रामनगरी में आज से जटायू क्रूज कराएगा अयोध्या की सैर, जानें खासियत और किराया, इसके बाद मथुरा-प्रयागराज की बारी

अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त जटायु क्रूज सरयू की लहरों पर रोमांचक यात्रा का अनुभूति कराएगा. 70 से 100 यात्रियों को ले जाने की क्षमता वाला ये क्रज गुप्तार घाट तक लगभग 18 किलोमीटर की यात्रा तय करेगा. यह क्रूज वातानुकूलित है और इसमें निचले और ऊपरी दोनो डेक हैं.

By Sanjay Singh | September 8, 2023 10:31 AM

Ayodhya: रामनगरी अयोध्या में आने वाले पर्यटकों को शुक्रवार शाम से एक नए और अत्याधुनिक सफर क्रूज की सुविधा मिलने जा रही है. तीर्थनगरी में ये बिलकुल नए तरह का अनुभव होगा और इससे अयोध्या के पर्यटन विकास को नई दिशा मिलेगी. राम मंदिर निर्माण कार्य शुरू होने के साथ ही अयोध्या के विकास की तस्वीर पूरी तरह से बदल चुकी है. शहर में 35 हजार करोड़ की परियोजनाओं पर काम जारी है. इस बीच अब पर्यटक यहां क्रूज का आनंद ले सकेंगे.

आज से जटायू क्रूज का संचालन

रामनगरी अयोध्या के चौधरी चरण सिंह घाट से 8 सितम्बर को शाम पांच बजे आयोजित एक भव्य समारोह में जटायु क्रूज बोट शिप का संचालन शुरू किया जाएगा. इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह होंगे. अयोध्या के लिए यह एक ऐतिहासिक क्षण होगा.

 सरयू की लहरों पर रोमांचक यात्रा की अनुभूति

अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त जटायु क्रूज सरयू की लहरों पर रोमांचक यात्रा का अनुभूति कराएगा. 70 से 100 यात्रियों को ले जाने की क्षमता वाला ये क्रज गुप्तार घाट तक लगभग 18 किलोमीटर की यात्रा तय करेगा. यह क्रूज वातानुकूलित है और इसमें निचले और ऊपरी दोनो डेक हैं.

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अयोध्या की समृद्ध विरासत, प्राचीन मंदिरों और घाटों का दर्शन

इसके सफर में यात्री अयोध्या की समृद्ध विरासत, प्राचीन मंदिरों और विभिन्न घाटों का दर्शन कर सकेंगे. टूरिस्ट इस बोट पर मनोरंजन के साथ सांस्कृतिक दर्शन का भी अनुभव करेंगे. अयोध्या क्रूज लाइन्स प्राइवेट लिमिटेड के एमडी राहुल शर्मा ने बताया कि हमारा प्रयास है कि यात्रियों को एक अविस्मरणीय यात्रा का अनुभव प्राप्त हो. उन्होंने बताया कि एक अल्ट्रा लक्जरी क्रूज को भी तैयार किया जा रहा है, जिसे पुष्पक विमान नाम दिया गया है. इसका निर्माण तेजी से किया जा रहा है.

वाराणसी में क्रूज की शुरुआत

इससे पहले प्रदेश में वाराणसी में क्रूज की शुरुआत हो चुकी है. दरअसल पर्यटन विभाग ने सब्सिडी देकर काशी में क्रूज का संचालन शुरू कराया. अलकनंदा क्रूज लाइंस ने गंगा में क्रूज उतारा था. इस समय चार क्रूज संचालित हो रहे हैं. यहां गंगा आरती के समय शाम को लोगों को भ्रमण कराया जाता है. उत्तर प्रदेश में काशी के बाद अयोध्या दूसरा शहर है, जहां से क्रूज संचालित होने जा रहा है.

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह के मुताबिक पर्यटन के क्षेत्र में कनेक्टिविटी का बेहद महत्व है, जितनी अच्छी कनेक्टिविटी रहेगी पर्यटकों को उतनी सुविधा होगी. इसलिए कनेक्टिविटी पर फोकस है. काशी के बाद अयोध्या में क्रूज का संचालन हो रहा है. इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. खास बात है कि प्रदेश में जल्द ही भगवान श्री कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा और तीर्थराज प्रयागराज में क्रूज के संचालन की तैयारी है.

नयाघाट से गुप्तारघाट तक जटायु क्रूज का संचालन

गिद्धराज जटायु के नाम पर निर्मित क्रूज अयोध्या पहुंच गया है. नयाघाट से गुप्तारघाट तक इस जटायु क्रूज का संचालन किया जाएगा. चौधरीचरण सिंह घाट पर क्रूज के लिए 6 हजार स्क्वायर फीट जमीन उपलब्ध कराई गई है. अयोध्या क्रूज लाइन कंपनी ने इस क्रूज का निर्माण कराया है. अयोध्या क्रूज लाइन का अनुबंध नगर निगम से हुआ है.

दुबई में किया गया क्रूज का निर्माण

इस क्रूज का निर्माण दुबई में किया गया है. 100 सीटों में वाले क्रूज में 70 सीटें वातानुकूलित श्रेणी की हैं और 30 सीटें क्रूज की छत पर बनी हैं, जहां से लोग सरयू नदी के घाटों का सुंदर द़ृश्य देख पाएंगे. मंडलायुक्त गौरव दयाल ने बताया कि जटायु क्रूज को चौधरी चरण सिंह घाट पर उतारा गया है.

नयाघाट से चढ़ने और उतरने की व्यवस्था

अयोध्या क्रूज लाइंस के प्रबंध निदेशक राहुल शर्मा ने बताया कि इसमें बैठने के लिए नीचे दो कंपाउंड बने हैं, जिसमें 35-35 की संख्या में यात्री बैठ सकेंगे. टॉप यानी की छत पर 20-20 यात्रियों को खड़े होने की व्यवस्था है. यह नया घाट से गुप्तार घाट तक यात्रा कराएगा. नयाघाट से गुप्तारघाट की दूरी 50 मिनट में तय करने के बाद 20 मिनट का ठहराव होगा और फिर वापसी होगी. नयाघाट से ही चढ़ने और उतरने की व्यवस्था होगी.

क्रूज में मौजूद गाइड पर्यटकों को देगा जानकारी

गुप्तारघाट पर अगर कोई यात्री उतरना चाहेगा तो वो उतर सकता है. लेकिन, चढ़ने की कोई व्यवस्था नहीं होगी. उन्होंने कहा कि 18 किमी की यात्रा दो घंटे में पूरी करने का लक्ष्य है. इसका किराया मात्र 300 रुपए होगा, जिससे की मध्यम वर्ग के लोग भी यात्रा का आनंद ले सकें. इस दौरान जितने भी पौराणिक घाट और मठ मंदिर दिखाई देंगे. उन सभी पौराणिक स्थलों की जानकारी बोट में उपस्थित गाइड द्वारा दी जाएगी. उन्होंने बताया कि इस रेस्टोरेंट वाली क्रूज में यात्रियों को स्नैक्स के रूप में कोल्ड ड्रिंक, पानी, बिस्कुट देंगे. इसके लिए वेटर मौजूद होंगे.

कम पानी में भी कर सकेंगे क्रूज की यात्रा

अयोध्या क्रूज लाइंस के प्रबंध निदेशक राहुल शर्मा ने बताया कि जटायु क्रूज डबल इंजन का बोट है. इसकी खासियत है कि ये तीन से चार फीट की कम पानी में भी आसानी से चल सकेगा. हालांकि वर्तमान में तो पानी की कोई कमी नहीं है. लेकिन, आगे संकट होने पर भी संचालन प्रभावित नहीं होगा. क्रूज पर एक कैप्टन और हवाई जहाज की तर्ज पर होस्टेज भी तैनात होंगी.

रामायण के प्रसंगों के दृश्य नजर आएंगे जटायु में

खास बात है कि रामनगरी में कनकमहल व पुष्पक विमान नाम से भी क्रूज का संचालन करने की तैयारी है. हालांकि पुष्पक व कनकमहल से पहले जटायु का संचालन शुरू हो जाएगा. बाकी दोनों क्रूज जनवरी 2024 तक अयोध्या पहुंच जाएंगे. अयोध्या क्रूज लाइन द्वारा निर्मित क्रूज जटायु रामकथा के प्रसंगों से सुसज्जित है. इनमें मुख्यत: जटायु के प्रसंग को दर्शाया गया है. सीता हरण के दौरान रावण से युद्ध करते जटायु का दृश्य मनमोहक है. जटायु क्रूज संचालन के बाद जल्द ही पुष्पक क्रूज को भी उतरने की तैयारी है, जिसका अनुमानित किराया 800 रुपए होगा.

दीपोत्सव से सरयू की लहरों पर तैरने लगेगा रामायण क्रूज

खास बात है कि कोलकाता की अलकनंदा क्रूज द्वारा भी गुप्तारघाट पर रामायण क्रूज का निर्माण कराया जा रहा है. इसका संचालन भी दीपावली से शुरू होने की उम्मीद है. दीपोत्सव से सरयू की लहरों पर रामायण क्रूज तैरने लगेगा. गुप्तारघाट पर क्रूज निर्माण का काम तेजी से चल रहा है. अब तक 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे उद्घाटन

कहा जा रहा है कि दीपोत्सव में रामायण क्रूूज का उद्घाटन सीएम योगी आदित्यनाथ करेंगे. क्रूज में यात्रियों को हवाई जहाज जैसी सुविधाएं दी जाएंगी. मिनी पैंट्री के साथ टॉयलेट आदि की भी व्यवस्था होगी. क्रूज ऑडियो वीडियो सिस्टम से लैस होगा और यात्रियों की सुरक्षा के पूरे इंतजाम होंगे. इसका संचालन वाराणसी की अलकनंदा क्रूज लाइन करेगी। क्रूज का संचालन गुप्तार घाट से अयोध्या-नयाघाट तक किया जाएगा, जिसकी दूरी लगभग 10 किलोमीटर है.

दो मंजिला क्रूज में हर एक तल पर बैठ सकेंगे 100 लोग

क्रूज पर पर्यटक मंदिरों की नगरी अयोध्या की सुंदरता, उसके घाटों का वैभव भी करीब से देख सकेंगे। क्रूज लाइन के निदेशक विकास मालवीय ने बताया कि हमारी तैयारी पूरी है. सोलर लग्जरी क्रूज पूर्णतया वातानुकूलित होगा. दो मंजिला क्रूज में हर एक तल पर कम से कम 80 से 100 लोग बैठ सकेंगे. क्रूज में यात्रियों को हवाई जहाज जैसी सुविधाएं प्रदान की जाएगी. मिनी पैंट्री के साथ टॉयलेट आदि की भी व्यवस्था होगी. क्रूज ऑडियो वीडियो सिस्टम से लैस होगा और यात्रियों की सुरक्षा के पूरे इंतजाम होंगे.

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