अयोध्या में कमिश्नर, विधायक और अफसरों ने फर्जी तरीके से खरीदी जमीन? सीएम योगी ने दिए जांच के आदेश
ayodhya land scam: अयोध्या के डिविजनल कमिश्नर और डीआईजी के रिश्तेदारों सहित कई आला अधिकारी राम मंदिर निर्माण स्थल के 5 किमी के दायरे के भीतर जमीन खरीदी की है, जो हितों के टकराव का मामला है.
चुनावी साल में अयोध्या में भूमि खरीद में फर्जीवाड़े को लेकर विवाद शुरू हो गया है. कमिश्नर, विधायक और नेताओं के नाम सामने आने के बाद सीएम योगी ने जांच के निर्देश दिए हैं. वहीं विपक्ष सरकार पर इन मुद्दों को लेकर हमलावर है. राहुल गांधी भी योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा है.
जानकारी के अनुसार सीएम योगी आदित्यनाथ ने पूरे प्रकरण की जांच के लिए विशेष सचिव को निर्देश दिया है. साथ ही एक हफ्ते के भीतर मामले में रिपोर्ट देने के लिए कहा है. बता दें कि अयोध्या में इससे पहले भी भूमि विवाद का मामला सामने आया था, जिसपर काफी घमासान मचा था.
क्या है जमीन खरीदी का प्रकरण- अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने एक रिपोर्ट में दावा किया है कि अयोध्या के डिविजनल कमिश्नर और डीआईजी के रिश्तेदारों सहित कई आला अधिकारी राम मंदिर निर्माण स्थल के 5 किमी के दायरे के भीतर जमीन खरीदी की है, जो हितों के टकराव का मामला है. वहीं इसी स्थल पर विधायक, महापौर और राज्य ओबीसी आयोग से सदस्यों की ओर से भी जमीन खरीदी गई है.
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि एक विवादित महर्षि रामायण विद्यापीठ ट्रस्ट द्वारा यह सभी जमीन खरीदी की गई है. वहीं कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने अपने बयान में कहा है कि यह सभी जमीन औने-पौने दामों में खरीदी गई है. सुरजेवाला ने मामले में पीएम मोदी और सीएम योगी को भी घेरा है.
इधर, चुनावी साल में मामला सामने आने के बाद सत्ता के गलियारों में हड़कंप मच गया है. बताया जा रहा है कि इसी वजह से सीएम योगी ने त्वरित जांच के निर्देश दिए हैं. वहीं सूत्रों के मुताबिक बीजेपी से जुड़े नेताओं को इस पर कुछ भी बयान देने पर मनाही की गई है.