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Ayodhya: इस धूपबत्ती से महकेगा राम मंदिर, 50 KM में फैलेगी खुशबू, हनुमानगढ़ी के लड्डू को जल्द मिलेगा जीआई टैग

अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होनी है. गुजरात के एक व्यापारी ने इसमें भेंट करने के लिए 3610 किलो वजन की 108 फुट लंबी और करीब साढ़े तीन फीट चौड़ी धूपबत्ती का निर्माण किया है.

By Sandeep kumar | January 9, 2024 9:10 AM
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अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को प्रस्तावित है. इस समारोह को भव्य और दिव्य बनाने के लिए योगी सरकार जुटी हुई है. इस समारोह को लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल है. श्री राम मंदिर को महकाने के लिए गुजरात के वडोदरा से 108 फीट लंबी धूप बत्ती अयोध्या ले जाई जा रही है. भरतपुर से होते हुए आगरा के फतेहपुर सीकरी और किरावली पर यह धूपबत्ती पहुंची है. इसके पहुंचते ही सैकड़ों की संख्या में लोग हाईवे पर पहुंच गए और धूपबत्ती को देखकर जय श्री राम के नारे लगाने लगे. वडोदरा से शुरू हुआ सफर धूपबत्ती की शोभायात्रा में बदल गया है. सोमवार को राजस्थान के भरतपुर होते हुए यह करवा आगरा के फतेहपुर सीकरी और किरावली पर पहुंची. 3610 किलो वजन की 108 फुट लंबी और करीब साढ़े तीन फीट चौड़ी धूपबत्ती को देखने के लिए भारी संख्या में लोग जुट गए. लोगों ने धूपबत्ती का फूल बरसा कर स्वागत किया.यह धूपबत्ती 6 महीने में बनकर वड़ोदरा में तैयार हुई है.

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धूपबत्ती को बनाने में जड़ी बूटियां का हुआ है प्रयोग

बता दें कि इस विशेष धूपबत्ती को बनाने में अनेक तरह की जड़ी बूटियां का प्रयोग किया गया है. यह धूपबत्ती करीब डेढ़ महीने तक अनवरत चलेगी. करीब 50 किलोमीटर क्षेत्र में अपनी खुशबू फैलाएगी. वहीं धूपबत्ती को बनाने वाले गुजरात निवासी बिहाभरबाड़ ने बताया कि अयोध्या में श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होनी है. इसमें भेंट करने के लिए इस धूपबत्ती का निर्माण किया गया है. इसे तैयार करने में देसी गाय का गोबर, देसी गाय का घी, धूप सामग्री सहित अनेक प्रकार की जड़ी बूटियां का इस्तेमाल किया गया है. इस धूपबत्ती का उपयोग किया जाएगा तो करीब डेढ़ महीने तक यह जलती रहेगी और 50 किलोमीटर की क्षेत्र में अपनी खुशबू फैलाएगी.

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हनुमानगढ़ी के लड्डू को भी जल्द मिलेगा जीआई टैग

अयोध्या के स्थानीय उत्पादों को सीएम योगी द्वारा अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. इन प्रयासों का अब असर दिखने लगा है. तिरुपति के लड्डू प्रसाद की तरह अयोध्या के हनुमानगढ़ी के लड्डू को भी जल्द ही जीआई टैग मिलने की संभावना है. इसके लिए चेन्नई स्थित जीआई (जियोग्राफिकल इंडिकेशन) कार्यालय में प्रस्ताव भेजा है, जहां इसे सोमवार देर शाम स्वीकार कर लिया गया है. इससे हनुमान गढ़ी के हलुवाई समाज में भी हर्ष का माहौल है. गौरतलब है कि सीएम योगी प्रदेश के सभी जिलों के स्थानीय उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए सतत प्रयासरत हैं. वहीं पद्मश्री से सम्मानित और जीआई मैन के रूप में विख्यात डॉ रजनीकान्त ने बताया कि यह हमारे लिए बहुत ही गौरवशाली दिन है. सिडबी-लखनऊ, उत्तर प्रदेश के वित्तीय सहयोग से अयोध्या हनुमानगढ़ी लड्डू के जीआई टैग के लिए आवेदन किया गया है, जिसे सोमवार को स्वीकार कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि अयोध्या हनुमानगढ़ी के लड्डू के जीआई पंजीकरण कराने का अवसर इस ऐतिहासिक महीने में प्राप्त हुआ है, जब प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर के उद्घाटन की घड़ी नजदीक आ रही है. उन्होंने कहा प्रक्रिया में कुछ माह लग सकते हैं, जिसके बाद हनुमानगढ़ी के लड्डू को जीआई टैग मिल जाएगा और तिरुपति के प्रसाद लड्डू की तरह ही यह भी जीआई टैग में शामिल हो जाएगा.

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