लखनऊ: अयोध्या राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) में अब सोने की रामायण (Gold Ramayana) के भी दर्शन होंगे. पहली नवरात्रि को इसे राम मंदिर में एक पत्थर पर दर्शन के लिए रखा गया है. इस रामायण को मध्य प्रदेश कैडर के पूर्व आईएएस सुब्रमण्यम लक्ष्मी नारायण और उनकी पत्नी सरस्वती ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को भेंट किया है. गर्भगृह में रामलाल की मूर्ति से 15 फीट दूरी पर इसे रखा गया है.
चेन्नई के ज्वेलर ने बनाई है रामायण
सोने की रामायण का लगभग वजन 1.5 कुंतल है. इसे तांबा और सोना मिलाकर बनाया गया है. इसमें 151 किलो तांबा और 3 से 4 किलो सोना इस्तेमाल किया गया है. 10902 छंदों वाली रामायण का प्रत्येक पृष्ठ 3 किलोग्राम तांबे का है. प्रत्येक पृष्ठ पर 24 कैरेट सोने की परत चढ़ायी गई है. मंगलवार को पूर्व आईएएस सुब्रमण्यम लक्ष्मी नारायण और उनकी पत्नी सरस्वती भी राम मंदिर में मौजूद थीं. बताया जा रहा है कि रामायण का निर्माण चेन्नई के वुममिडी बंगारू ज्वेलर्स ने किया है.
रामनवमी पर 20 घंटे तक होंगे दर्शन
अयोध्या राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) में रामनवमी के मौके पर 20 घंटे तक दर्शन की सुविधा मिलेगी. ये व्यवस्था 15 से 17 अप्रैल तक रहेगी. इस दौरान पास से दर्शन की व्यवस्था को निरस्त रखा जाएगा. अयोध्या में 100 स्थानों पर एलईडी स्क्रीन पर रामनवमी का लाइव प्रसारण किया जाएगा. रामलला के सुबह, दोपहर और रात में राग भोग व श्रृंगार में लगभग चार घंटे लगते हैं. इसके अलावा 20 घंटे दर्शन की व्यवस्था रहेगी. उन्होंने श्रद्धालुओं से मोबाइल फोन, जूता-चप्पल, सामान रखकर मंदिर आने की सलाह दी है. इससे दर्शन में आसानी होगी और समय भी कम लगेगा. श्रद्धालुओं के राम जन्मभूमि पथ से लेकर मंदिर परिसर तक 50 स्थानों पर पीने की पानी की व्यवस्था की जाएगी. जूट का कारपेट बिछेगा. छाया के लिए जर्मन हैंगर लगाए जा रहे हैं. प्रसाद के साथ साथ ओआरएस घोल भी श्रद्धालुओं को दिया जाएगा. जिससे गर्मी में उन्हें एनर्जी मिलती रहे. रामनवमी के मौके पर 15 से 18 अप्रैल तक पास की व्यवस्था निरस्त रहेगी. जिनके पास पहले से बुक हैं, वो भी निरस्त कर दिए गए हैं.