अयोध्या: रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जुटेंगे देश भर के चार हजार संत, ट्रस्ट भेज रहा निमंत्रण कार्ड
अयोध्या में 22 जनवरी को अभिजीत मुहूर्त मृगषिरा नक्षत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे. प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित देशभर के 4000 से ज्यादा संत शामिल होंगे. ट्रस्ट की ओर से इन संतों को विशेष आमंत्रण पत्र भेजा जा रहा है.
Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है. प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर विभिन्न कार्यक्रम शुरू हो गए हैं. 22 जनवरी 2024 को शुभ मुहूर्त रामलला को मंदिर में विराजमान कराया जाएगा. प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित देशभर के 4000 से ज्यादा संत शामिल होंगे. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से इन संतों को विशेष आमंत्रण पत्र भेजा जा रहा है. इस पत्र में देश के अलग-अलग संप्रदाय से जुड़े संतों को अयोध्या आने और रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में शामिल होने की जानकारी दी गई है. बताया जा रहा है कि अनुष्ठान में जुड़ने के लिए संतों को 21 जनवरी से पहले पहुंचना होगा, जिससे आयोजन के दौरान किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो. अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की पूरी कोशिश है कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर सभी तैयारी समय से पूरी हो. इस भव्य आयोजन पर पूरे देश और दुनिया की नजरें टिकी हुई हैं. वीआईपी मेहमानों को किसी प्रकार की समस्या नहीं हो, इसके लिए हर स्तर पर इंतजामों को परखा जा रहा है. प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के तीन दिवसीय विशेष आयोजन में देश के सभी प्रमुख साधु संत मौजूद होंगे.
पीएम मोदी इस अभिजीत मुहूर्त में करेंगे रामलला की प्राण प्रतिष्ठा
अयोध्या में 22 जनवरी को अभिजीत मुहूर्त मृगषिरा नक्षत्र में दोपहर 12:20 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे. इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अन्य खास मेहमान मौजूद रहेंगे. इस समारोह को अंतरराष्ट्रीय स्वरूप देने के लिए कई अहम फैसले किए गए हैं. आयोजन के दौरान किसी तरह की ही कमी नहीं हो और सभी कार्य बेहतर तरीके से संपन्न हो सकें. इसके लिए कई संचालन समिति बनाई गई हैं. समारोह के अभियान को चार चरणों में बांटकर तैयारियों को आगे बढ़ाया जा रहा है. अंतिम चरण रामलला के विराजमान होने के बाद शुरू होगा. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉक्टर अनिल मिश्रा के मुताबिक देशभर में जितने भी संप्रदाय की साधु संत हैं, वह सभी रामलला प्राण प्रतिष्ठा के साक्षी होंगे.
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श्रीराम एयरपोर्ट बनकर तैयार
इस बीच अयोध्या में श्रीराम एयरपोर्ट लगभग बनकर तैयार हो चुका है. रनवे का काम पूरा हो गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र में अपने संबोधन के दौरान ये जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि 2017 से पहले प्रदेश में मात्र दो एयरपोर्ट संचालित थे. अब 9 एयरपोर्ट संचालित हैं. 12 एयरपोर्ट का निर्माण चल रहा है. अयोध्या में एयरपोर्ट बनकर तैयार है. कहा जा रहा है कि केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ मुख्यमंत्री शनिवार को अयोध्या एयरपोर्ट का निरीक्षण करने जाएंगे. सीएम योगी शनिवार को अयोध्या पहुंचे हैं. उन्होंने हनुमानगढ़ी में जाकर दर्शन पूजन भी किए. मुख्यमंत्री यहां कई कार्यक्रमों में शामिल होंगे.
कमलदल पर विराजमान होंगे रामलला
इस बीच रामलला के मूर्ति निर्माण कार्य में लगे मूर्तिकार विपिन भदोरिया के मुताबिक रामलला की मूर्ति पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा आश्चर्य होगी. दावा किया जा रहा है कि रामलला के ऐसे विग्रह को आज तक किसी ने नहीं देखा होगा. इसका आकर्षक स्वरूप पहली ही नजर में श्रद्धालुओं का मन मोह लेगा. बाल स्वरूप पांच वर्षीय रामलला हाथ में धनुष लिए मूर्ति पर नजर आएंगे.
बताया जा रहा है कि राम मंदिर के गर्भ गृह में 51 इंच की रामलला की बाल स्वरूप प्रतिमा कमलदल पर विराजमान होगी. इस तरह का विग्रह अभी तक किसी मंदिर में देखने को नहीं मिलेगा. तीसरे तल के साथ मंदिर का 161 फीट ऊंचा शिखर दिसंबर 2024 तक तैयार होगा, जिस पर पताका फहराई जाएगी. मंदिर निर्माण कार्य पर अब तक 900 करोड़ रुपए से अधिक खर्च हो चहुके हैं. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट मंदिर का निर्माण तीन चरणों में करा रहा है. मंदिर का निर्माण कार्य नक्शे के मुताबिक जनवरी 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा.