Ayodhya Ram Mandir: प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले शहर के ट्रैफिक और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, ये है तैयारी

अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारी को लेकर लखनऊ कमिश्नरेट ने एक मीटिंग बुलाई, जिसमें कई मुद्दों पर चर्चा की गई. बैठक में पुलिश कमिश्नर एसपी शिरडकर, जेसीपी कानून-व्यवस्था उपेंद्र कुमार अग्रवाल और एनएचआई के अधिकारी मौजूद रहे.

By Sandeep kumar | January 5, 2024 9:35 AM
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अयोध्या (Ayodhya) के राम मंदिर (Ram Mandir) में राम लला (Ram Lalla) की प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को प्रस्तावित है, जिसमें पीएम मोदी (PM Modi) भी शामिल होंगे. इसको ध्यान में रखते हुए, लखनऊ कमिश्नरेट (Lucknow Commissionerate) ने एक मीटिंग बुलाई जिसमें कई मुद्दों पर चर्चा की गई. प्राण प्रतिष्ठा को लेकर की गई बैठक में पुलिश कमिश्नर एसपी शिरडकर (Police Commissioner SP Shiradkar), जेसीपी कानून-व्यवस्था उपेंद्र कुमार अग्रवाल (JCP Law and Order Upendra Kumar Aggarwal) और एनएचआई के अधिकारी मौजूद रहे. ये बैठक लगभग तीन घंटे तक चली. वहीं अयोध्या में करीब 11 हजार सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की जा रही है. इसके साथ ही आधुनिक तकनीक की मदद से अयोध्या की सुरक्षा को सुनिश्चित किया गया है. अयोध्या में एआई कैमरों का भी इस्तेमाल होगा. आने वाले दिनों में श्रद्धालुओं की संख्या में जैसे ही बढ़ने लगेगी, वैसे ही ये स्थान सुरक्षा के लिहाज से और संवेदनशील होता जाएगा. एआई कैमरों की मदद से हर संदिग्ध गतिविधि, व्यक्ति, संदिग्ध वस्तुओं पर आसानी से नजर रखी जाएगी. इस दौरान पुलिश कमिश्नर एसपी शिरडकर ने कहा कि अयोध्या की ओर जाने वाले मार्ग की सुगमता बढ़ाने पर विचार-विमर्श हुआ है, जिसका उपयोग यहां आने वाले सभी मेहमानों और श्रद्धालुओं द्वारा किया जाएगा. फिलहाल इस समय लोग कमता (Kamta) से चिनहट मटियारी (Chinhat Matiyari) के रास्ते बाराबंकी (Barabanki) होते हुए अयोध्या जाते हैं. हालांकि, वैकल्पिक सुल्तानपुर मार्ग का उपयोग कम हो रहा है. इसलिए इन वैकल्पिक मार्गों के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं. उन्होंने आगे बताया कि हाल की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा और गश्त भी बढ़ा दी गई है.

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विदेशी मेहमानों को मिलेगा इलेक्ट्रिक कार टैक्सी की सुविधा

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे. साथ ही इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए देश-विदेश से कई वीवीआईपी पर्यटक भी शहर में आएंगे. सरकार वीवीआईपी पर्यटकों के लिए अलग से व्यवस्था कर रही है. वहीं इलेक्ट्रिक कार टैक्सी सेवा के स्थानीय सुपरवाइजर दिलीप पांडेय ने बताया कि अयोध्या को नेट-जीरो कार्बन उत्सर्जन वाला शहर बनाने के लिए अब इलेक्ट्रिक कारों की शुरुआत की गई है. वीवीआईपी पर्यटकों को सुखद यात्रा प्रदान करने के लिए कुल 12 इलेक्ट्रिक कारें संचालित की गई हैं. इन सभी 12 इलेक्ट्रिक कारों को वीवीआईपी के स्वागत के लिए अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन, अयोध्या धाम जंक्शन, महर्षि वाल्मिकी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के पार्क में तैनात किया गया है. ये इलेक्ट्रिक कारें उन सभी को प्रदान की जाएंगी जो यहां राम मंदिर के दर्शन के लिए आएंगे. अब आप अयोध्या में हर जगह इलेक्ट्रिक कारें पा सकते हैं. वर्तमान में, बेड़े में 12 कारें हैं जो एक मोबाइल एप के माध्यम से बुकिंग के लिए उपलब्ध होंगी.

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अयोध्या-लखनऊ हाईवे होगा राममय

वहीं देश-विदेश से आये मेहमान जब राममंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए लखनऊ-अयोध्या हाईवे पर यात्रा करेंगे, तो उन्हें राममय का नजारा देखने को मिलेगा. इसके लिए हाईवे किनारे स्थित सभी रेस्टोरेंट और पेट्रोल पंप को अयोध्या की थीम पर सजाया जा रहा है. तमाम सरकारी-गैर सरकारी भवनों की दीवारों पर पेंटिंग के जरिए जिले की विशेषताओं को उकेरा जा रहा है. असेनी व चौपुला पर स्वागत द्वार के साथ चौराहे बनाए जाएंगे, जहां सेल्फी प्वाइंट से लेकर जिले की ब्रांडिंग की जाएगी. जिले से गुजरे करीब 50 किमी लंबे लखनऊ-अयोध्या हाईवे को 22 जनवरी से पहले सजाने की तैयारी शुरू हो गई है. कलेक्ट्रेट के लोकसभागार में बाराबंकी डीएम सत्येंद्र कुमार ने मीडिया के साथ हुई बातचीत के दौरान प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियों को देखते हुए जिले की सीमा में होने वाले कार्यों की विस्तारपूर्वक जानकारी दी.

डीएम ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद अयोध्या हाईवे को इस तरह सजाए जाने की रूपरेखा तैयार हुई है कि यहां आने वाले मेहमानों को यहीं से ही अयोध्या का अहसास होने लगें. असेनी और चौपुला के पास जगह चिह्नित कर ली गई है, जहां विशेष चौराहे बनाए जाएंगे. इनके आसपास बाराबंकी के देवा, महादेवा व पारिजात धाम की थीम पर सजावट की जाएगी और इनकी विशिष्टता का बखान होगा. एनएचएआई से डिवाइडर का रंगरोगन कराया जाएगा व प्रकाश व्यवस्था इत्यादि दुरुस्त कराए जाएंगे. जिले के तमाम प्रमुख मंदिरों में 14 जनवरी से साज-सज्जा करा ली जाएगी और 22 तक लगातार भजन कीर्तन होंगे. बता दें कि सतरिख कभी सप्तऋषिधाम के रूप में जाना जाता था. कहा जाता है कि भगवान राम ने अपने तीनों भाइयों के साथ यहां शिक्षा दीक्षा प्राप्त की थी. सप्तऋषियों ने भी यहीं पर तपस्या की थी. प्राण प्रतिष्ठा समारोह के पहले सतरिख को सप्तऋषिधाम के रूप में विकसित किया जाएगा. डीएम सत्येंद्र कुमार ने लखनऊ-अयोध्या हाईवे पर सप्तऋषिधाम प्रवेश द्वार लगाने की घोषणा की है, जिसपर इसकी विशेषताएं अंकित होंगी.

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हाईवे से हटाए जाएंगे अवैध कब्जे व रेस्टोरेंट

वहीं डीएम ने बताया कि नागेश्वरनाथ मंदिर के हनुमान मंदिर में अवैध रूप से काबिज लोगों को हटाया जाएगा. वर्ष 2016 से अधूरी परियोजना को इस महीने के अंत तक पूरा किया जाएगा. पूरे मंदिर परिसर को विकसित किया जाएगा. डीएम आवास से असेनी मोड़ तक 11.90 करोड़ रुपए से डिवाइडर और सड़क चौड़ीकरण होगा. चौपुला के पास बसें रुकें, इसके लिए पुरानी सड़क को बस स्टॉप के रूप में विकसित किया जाएगा. जीआईसी ऑडिटोरियम का मैदान दुरुस्त कर यहां वॉकिंग स्ट्रीट बनाई जाएगी. जेब्रा पार्क में वीरांगना ऊदा देवी की मूर्ति स्थापित होगी. हाईवे को जुड़ने वाले करीब 300 संपर्क मार्गों पर स्पीड ब्रेकर बनाए जाएंगे. वहीं अयोध्या लखनऊ नेशनल हाईवे पर शुक्रवार से अवैध रूप से काबिज रेस्टोरेंट व अन्य अतिक्रमण को हटाने के लिए अभियान चलाया जाएगा. इसको लेकर डीएम सत्येंद्र कुमार के आदेश के बाद तहसील व पुलिस प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं.

एसडीएम विजय कुमार त्रिवेदी ने बताया कि 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा से पहले हाईवे के किनारे मोहम्मदपुर पुलिस चौकी से रामसनेहीघाट तक अवैध कब्जों और ढाबों को हटाने का अभियान चलाया जाना है. शहर में भी अवैध रूप से रखी गई दुकानों होटल को भी निष्कासित किया जाएगा. इसको लेकर लोक निर्माण विभाग ने तमाम लोगों को नोटिस भी जारी किया गया है. इसके अलावा नेशनल हाईवे की सर्विस लेन पर होने वाले जलभराव की समस्या को भी दूर कराया जाएगा. बता दें कि अयोध्या लखनऊ नेशनल हाईवे पर अहमदपुर पुलिस चौकी पर होटल व रेस्टोरेंट के संचालकों के साथ बैठक की गई. बैठक के दौरान चौकी प्रभारी संतोष कुमार राय ने सभी संचालकों से कहा कि होटल के सामने हाईवे पर वाहनों की पार्किंग नहीं होनी चाहिए और होटल के अंदर किसी को शराब न पीने दिया जाए. कोई संदिग्ध व्यक्ति होटल व आसपास नजर आए तो तुरंत पुलिस को सूचित करें.

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