अयोध्या के राम मंदिर में आज रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. इसके चलते राम नगरी सज-धजकर तैयार हो चुकी है. जगह-जगह लाउडस्पीकर लगाए गए हैं, जिसमें राम धुन बजाई जा रही है. इस समारोह के धार्मिक अनुष्ठानों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे. प्राण प्रतिष्ठा समारोह दोपहर 12. 20 बजे शुरू होगा और 1.00 बजे तक पूरा होने की उम्मीद है. इसके बाद पीएम मोदी आयोजन स्थल पर संतों और प्रतिष्ठित हस्तियों समेत 7,000 से अधिक लोगों की सभा को संबोधित करेंगे. रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में विशेष तौर पर आमंत्रित लोग ही शामिल हो रहे हैं. अगर आपको इसका निमंत्रण नहीं मिला है तो परेशान होने की जरूरत नहीं है. आप भी इस कार्यक्रम का लाइव प्रसारण देख सकते हैं. प्राण प्रतिष्ठा समारोह का सीधा प्रसारण डीडी न्यूज और कई नेशनल चैनलों पर होगा, जिसे आप घर पर आराम से बैठकर देख सकते हैं. बता दें कि डीडी न्यूज के यूट्यूब चैनल पर भी कार्यक्रम का लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा, जिसे आप अपने मोबाइल फोन से भी देख सकते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, दूरदर्शन के तरफ से अयोध्या में अलग-अलग जगहों पर 40 कैमरे लगाए गए हैं, जिनके जरिए प्राण प्रतिष्ठा की लाइव कवरेज में आसानी होगी और कई सारे दृश्य कैमरे में कैद हो सकेंगे. मालूम हो कि इस समारोह का प्रसारण 4k की वीडियो क्वालिटी में किया जाएगा. राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का सीधा प्रसारण नरेंद्र मोदी के यूट्यूब चैनल से भी होगा. इसके अलावा श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से सोशल मीडिया सहित विभिन्न माध्यमों से इसका लाइव स्ट्रीमिंग करेग. आप अपनी सुविधा के हिसाब से यहां भी देख सकते हैं.
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बता दें कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह संबंधी अनुष्ठान 16 जनवरी को सरयू नदी से शुरू हुआ, जो सोमवार दोपहर अभिजीत मुहूर्त में पूरा होगा. समारोह के लिए आमंत्रित कुछ लोग रविवार को अयोध्या पहुंच गए और अन्य लोगों के आज सुबह पहुंच जाने की उम्मीद है. ऐसा उम्मीद है कि लाखों लोग टेलीविजन और ऑनलाइन मंचों पर इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखेंगे. इसे देखते हुए केंद्र सरकार समेत कई राज्य सरकारों ने आधे दिन की छुट्टी की घोषणा की है. साथ ही देश और विदेश में इस अवसर पर विशेष उत्सव की घोषणा की गई है. वहीं वाशिंगटन डीसी से लेकर पेरिस और सिडनी तक दुनिया के विभिन्न हिस्सों में 22 जनवरी को कार्यक्रमों की घोषणा की गई है. ये कार्यक्रम 60 देशों में विश्व हिंदू परिषद या हिंदू प्रवासी समुदाय की ओर से आयोजित किए जा रहे हैं.