अयोध्या के भव्य-दिव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है. प्राण प्रतिष्ठा के बाद से ही मंदिर में श्रद्धालुओं की लंबी-लंबी क़तारें देखी जा सकती हैं. भारी संख्या में अयोध्या पहुंच रहे श्रद्धालु दिल खोलकर दान कर रहे हैं. देश विदेश से रामभक्तों ने केवल एक महीने के अभियान के दौरान करीब 3550 करोड़ का दान दिया है. श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि राम मंदिर के भूमि पूजन के बाद में जो निधि समर्पण अभियान चलाया गया था, उस एक महीने के अभियान में लगभग 3550 करोड रुपये का दान आया है. कुल मिला करके 4500 करोड रुपए का धनराशि आ चुकी थी. इसी से मंदिर के मध्य में जो खर्च हो रहा था और अब रामलला विराजमान हो गए हैं जिसके बाद श्रद्धालुओं की संख्या 10 गुना बढ़ गई है.
Also Read: Ayodhya Ram Mandir: श्रद्धालु इन ट्रेन और फ्लाइट्स से जा सकते हैं अयोध्या, ठहरने के लिए ये हैं सस्ते होटल्स
प्रकाश गुप्ता के मुताबिक पहले अयोध्या में 20000 के आसपास श्रद्धालुओं की संख्या रामलला के दर्शन के लिए आते थे. लेकिन अब मंदिर के उद्घाटन के बाद यहां आने वाले भक्तों की संख्या दस गुना बढ़ गई है. भक्तों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ राम मंदिर को मिलने वाले दान की राशि में भी ख़ासा इज़ाफ़ा हुआ है. रामलला के भक्तों ने हमेशा दिल खोल करके दान दिया है. राम मंदिर के लिए देश से ही नहीं विदेशों से भी छप्पर फाड़कर चंदा आ रहा है. प्रकाश गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में हमारे ऑफिस है NRI का बैंक हैं. विदेशों का सारा पैसा वहीं पर आता है. वहीं पर स्टेटमेंट भी बनता है और जो काउंटर पर दान लिए जा रहे हैं उसकी रसीद ऑनलाइन दी जाती है. बालक श्रीराम लला करीब 4500 करोड़ की अकूत संपदा के मालिक बन गए हैं.
दूसरी तरफ प्राण प्रतिष्ठा के पहले दिन ही रामलला को 3 करोड़ 17 लाख का दान मिला है और प्रतिदिन 10 से 15 लाख रुपये का दान प्रतिदिन मिल रहा है. वहीं पटना के महावीर मंदिर की ओर से राममंदिर के लिए 10 करोड़ रुपए दान में दिए गए हैं. महावीर मंदिर ने साल 2020, 2021, 2022, 2023 और 2024 में राम मंदिर के लिए 2-2 करोड़ रुपए करके दान दिया है. यह किसी धार्मिक संस्था की ओर से दिया गया सबसे बड़ा दान है. महावीर मंदिर की ओर से सोने का तीर-धनुष भी भेंट किया गया है. आध्यात्मिक गुरु मोरारी बापू ने अपने भक्तों की ओर से राममंदिर ट्रस्ट को 11 करोड़ की निधि समर्पित की है. गुजरात के हीरा कारोबारी गोविंदभाई ढोलकिया भी 11 करोड़ रुपए दान में दे चुके हैं. बता दें कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में 22 जनवरी को मुकेश अंबानी, पत्नी नीता अंबानी, बेटी ईशा और दामाद आनंद पीरामल सहित पहुंचे थे. ट्रस्ट के सूत्रों के मुताबिक अंबानी ने दो करोड़ से अधिक की निधि समर्पित की है. हीरा कारोबारी दिलीप कुमार लाखी ने 101 किलो सोने का दान किया है. इसकी कीमत 68 करोड़ रुपए आंकी जा रही है. बताया जा रहा है कि इस सोने का उपयोग दरवाजों, त्रिशूल और डमरू में किया गया है.
Also Read: Ayodhya Ram Mandir : गणतंत्र दिवस पर 3.5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किए रामलला के दर्शन
इसी तरह सूरत के कारोबारी मुकेश पटेल ने भगवान राम की मूर्ति के लिए 11 करोड़ रुपए का स्वर्ण मुकुट उपहार में दिया है, जो कीमती पत्थरों से जड़ा हुआ है. इसका वजन छह किलोग्राम है. इसमें छह किलो सोना है, जबकि हीरा और अन्य कीमती पत्थर जड़े हुए हैं. बता दें कि राममंदिर निर्माण के दौरान ट्रस्ट की ओर से 45 दिनों का निधि समर्पण अभियान वर्ष 2022 में चलाया गया था. श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि इस अभियान में 10, 100 व 1000 रुपए की रसीद के माध्यम से भक्तों से निधि समर्पण लिया गया. देश के करीब 13 करोड़ परिवारों ने निधि समर्पित की थी. उस समय में 3500 करोड़ का दान मिला था.