अयोध्या के राम मंदिर में वीआईपी व वीवीआईपी दर्शनार्थियों के आने और जाने के लिए तीन अलग गेट का उपयोग किया जाएगा. ऐसे में जन्मभूमि पथ पर आम श्रद्धालुओं की आवाजाही में कोई व्यवधान नहीं होगा. आने वाले दिनों में त्रिपुरा, असम, राजस्थान, गोवा समेत 11 राज्यों के मुख्यमंत्री और उनके साथ वहां की पूरी कैबिनेट रामलला के दर्शन करने के लिए अलग-अलग तारीखों में आ रहे हैं. अयोध्या में 4 मार्च तक वीआईपी मूवमेंट बढ़ जाएगा. ऐसे में इस नई व्यवस्था को प्रभावी किया जाएगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को राम मंदिर परिसर में वरिष्ठ अधिकारियों और रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर कई दिशा-निर्देश दिए. सीएम का मुख्य फोकस देशभर से आ रहे आम रामभक्तों को आराध्य के सुगम दर्शन कराने पर रहा. इसीलिए वीआईपी और वीवीआईपी के प्रवेश और निकासी की अलग से व्यवस्था करने पर सहमति बनी. इसके लिए रामजन्मभूमि के गेट नंबर 10 और 11 के साथ एक अन्य वीआईपी गेट को उपयोग में लाया जाएगा. ऐसे में वीवीआईपी मूवमेंट होने की स्थिति में भी सामान्य रामभक्तों को कोई असुविधा नहीं होने पाएगी. उनका दर्शन-पूजन सुचारु ढंग से चलता रहेगा. अधिकारियों व ट्रस्ट की बैठक में सीएम योगी ने कहा कि जन्मभूमि पथ पर पैदल चलने के लिए कारपेट बिछाया जाए. बुजुर्गों के बैठने के लिए कुर्सियों की व्यवस्था हो. जगह-जगह पीने का पानी उपलब्ध कराया जाए. ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित हो कि भक्तों को बहुत दूर से रामलला के दर्शन न करने पड़ें. सभी को जितना हो सके, उतना करीब से दर्शन कराया जाए. कॉरिडोर के सभी पथों पर अनधिकृत वाहन न खड़ा होने पाएं. नो व्हीकल जोन बनाए जाएं. कहीं पर भी अतिक्रमण की गुंजाइश न रहे.
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सीएम योगी ने रामजन्मभूमि परिसर के साथ दर्शन व एग्जिट गेट का निरीक्षण किया. मंदिर के गर्भगृह के सामने गूढ़ मंडप का भी जायजा लिया. इन सभी जगहों पर प्रभावी की गई व्यवस्थाओं पर संतोष जताया. इसके पहले हनुमानगढ़ी में मत्था टेकने के बाद मुख्यमंत्री ने रामलला के दर्शन किए. हनुमानगढ़ी में महंत बलराम दास, राजू दास, हेमंत दास व अन्य संतों ने स्वागत किया. राम मंदिर में मुख्य पुजारी सतेंद्र दास, ट्रस्ट महासचिव चंपत राय, न्यासी डॉ.अनिल मिश्र व मंदिर निर्माण प्रभारी गोपाल राव ने अगवानी की. बैठक में कमिश्नर गौरव दयाल ने दर्शनार्थियों के सुलभ दर्शन के लिए अब तक प्रभावी किए गए प्रबंधों का ब्योरा पेश किया. बैठक व निरीक्षण में प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार, एडीजी जोन पीयूष मोर्डिया, एडीजी सुरक्षा रघुवीर लाल, आईजी प्रवीण कुमार, डीएम नितीश कुमार, नगर आयुक्त विशाल सिंह, एसपी सुरक्षा पंकज पांडेय, विधायक वेद प्रकाश गुप्त व मेयर गिरीश पति त्रिपाठी मौजूद रहे.
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अयोध्या जाने वाले श्रद्धालुओं की अतिरिक्त भीड़ को ध्यान में रखते हुए रेल प्रशासन ने 05001/05002 आजमगढ़-गोरखपुर-अयोध्या धाम इंटरसिटी विशेष गाड़ी चलाने का निर्णय लिया है. 30 जनवरी मंगलवार को आजमगढ़ से और 31 जनवरी, बुधवार को अयोध्या धाम से ट्रेन चलाई जाएगी. अयोध्या में श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद वहां जाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ गई है. गोरखपुर से अयोध्या होकर जाने वाली ट्रेन फुल चल रही है. लोगों की श्रद्धा को देखते हुए रेलवे के हर जोन से आस्था स्पेशल ट्रेन चलाई जानी है. सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने बताया कि 05001 नंबर की ट्रेन मंगलवार को आजमगढ़ से सुबह 06.15 बजे प्रस्थान करेगी. मऊ से 07.20 बजे, भटनी से 09.00 बजे, गोरखपुर से 10.45 बजे और मनकापुर से 12.47 बजे छूटकर अयोध्या धाम 13.50 बजे पहुंचेगी. वापसी यात्रा में 05002 नंबर की ट्रेन 31 जनवरी बुधवार को अयोध्या धाम से 16.10 बजे प्रस्थान करेगी. मनकापुर से 17.07 बजे, गोरखपुर से 19.20 बजे, भटनी से 21.00 बजे तथा मऊ से 22.15 बजे छूटकर 23.15 बजे आजमगढ़ पहुंचेगी. यह ट्रेन मेमू रेक से चलाई जाएगी. इस ट्रेन से श्रद्धालुओं को काफी सहूलियत होगी.