राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और मनमोहन सिंह के शामिल होने पर संशय
अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी आमंत्रित दिया गया है. कहा जा रहा है कि राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात की और उन्हें प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण दिया.
Ayodhya News: अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियों को लेकर तेजी से काम चल रहा है. एक तरफ मंदिर निर्माण से जुड़े काम को निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप पूरा करने पर जोर है, वहीं 22 जनवरी 2024 के कार्यक्रम में आने वाले मेहमानों से जुड़ी तैयारियों को भी पूरा किया जा रहा है. रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह बेहद भव्य होगा और इसमें देश विदेश से कई खास मेहमान आमंत्रित किए गए हैं. विभिन्न क्षेत्रों की मशहूर हस्तियों सहित सियासी दलों के प्रमुख नेताओं को भी कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है. इनमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सहित सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह और अन्य नाम शामिल हैं. इस बीच श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए टेंट सिटी सहित अन्य इंतजाम और पार्किंग की व्यवस्था की जा रही है. विश्व हिंदू परिषद के पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के संगठन महासचिव सोहन सोलंकी ने बताया कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से जुड़ना हम सभी के लिए बहुत गर्व और सौभाग्य की बात है. 15000 साधुओं के रहने के लिए टिन सिटी, अस्पताल, रेस्तरां आदि सभी बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है. इस टिन सिटी का निर्माण कार्य सेवकपुरम, मंडी रामदास छावनी और तीर्थ क्षेत्र पुरम में किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि लगभग 50 एकड़ भूमि पर 6 शहर हैं. इन छह शहरों में छह स्थानों पर भोजन बनाने की व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही नहाने और नहाने के लिए गर्म पानी उपलब्ध कराने के लिए प्रत्येक शहर में तीन पानी की टंकियां लगाई जाएंगी. इन शहरों में 5000 लोगों के रहने के लिए पानी, खाना और रहने के अलावा हर तरह की व्यवस्था की गई है. कुल मिलाकर यहां 15000 लोगों के रहने की व्यवस्था की गई है.
नृपेंद्र मिश्र ने दिया प्राण प्रतिष्ठा समारोह का न्योता
अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी आमंत्रित दिया गया है. कहा जा रहा है कि राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात की और उन्हें प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण दिया. वहीं उन्होंने व्यक्तिगत रूप से सोनिया गांधी को निमंत्रण दिया है. इसके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी कार्यक्रम का निमंत्रण भेजा जा रहा है. हालांकि, मनमोहन सिंह अस्वस्थ हैं. पिछले दिनों वे राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान व्हील चेयर पर दिखे थे. ऐसे में प्रबल संभावना है वह खराब स्वास्थ्य के कारण कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे. इसी तरह सोनिया गांधी भी अब सीमित कार्यक्रमों में ही नजर आई हैं. विपक्ष के गठबंधन की बैठकों के अलावा वह अन्य आयोजन में नदारद रही हैं. यहां तक की अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली भी नहीं आती हैं. ऐसे में उनका आना भी मुश्किल है. वहीं मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात के दौरान नृपेंद्र मिश्र ने कार्यक्रम में आने का अनुरोध किया. नृपेंद्र मिश्र ने पहले ही खरगे से समय मांगा था. चर्चा है कि इस मुलाकात के दौरान खरगे ने कार्यक्रम का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है. हालांकि ये सभी कहा जा रहा है कि राम मंदिर कार्यक्रम में शामिल होने पर कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से अंतिम फैसला कार्यक्रम के पास आने पर किया जाएगा. माना जा रहा है कि कांग्रेस का कोई बड़ा नेता कार्यक्रम में शिरकत कर सकता है. लेकिन, अभी तक इस पर कोई विचार विमर्श नहीं हुआ है.
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कई खास मेहमान कार्यक्रम में होंगे शामिल
इसके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा को भी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर आमंत्रित किया गया है. वहीं लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी भी कार्यक्रम का न्योता भेजा गया है. इसी कड़ी में विश्व हिंदू परिषद ने भाजपा के बुजुर्ग नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को आमंत्रित किया है. विहिप के मुताबिक दोनों वरिष्ठों ने कहा कि वे इस कार्यक्रम में आने की पूरी कोशिश करेंगे. इसके साथ ही हर राज्य की संस्थाएं और हर राज्य का प्रतिनिधित्व हो पाए इसके लिए 125 परंपराओं के संत, 13 अखाड़े, 6 दर्शन के दर्शनाचार्य को निमंत्रित किया गया है. इनमें आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि जी महाराज, निर्मल समाज के संत ज्ञान देव जी, बाबा रामदेव, केरल की आनंदमयी मां, दलाई लामा, रामभद्राचार्य जी, रामानुजाचार्य भास्कर आदि को आमंत्रित किया गया है. इसके अलावा जत्थेदार स्वामी नांदेड साहब जत्थेदार पटना साहिब को भी आमंत्रित किया गया है.
रेलवे 1000 विशेष ट्रेनें चलाएगा, 19 जनवरी से होंगी रवाना
इस बीच रेलवे भी प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर विभिन्न तैयारियों में जुटा है. देश के अलग अलग हिस्सों से श्रद्धालु राम मंदिर कार्यक्रम में पहुंचने वाले हैं. दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बंगलुरु, पुणे, कोलकाता, नागपुर, जम्मू, पंजाब व हरियाणा समेत कई और जगहों से श्रद्धालुओं के रामनगरी पहुंचने की संभावना है. इसके लिए 1000 विशेष ट्रेन रेलवे की ओर से चलाई जाएंगी. रेलवे बोर्ड की चेयरमैन जया वर्मा सिन्हा ने बताया कि देश के विभिन्न हिस्सों से स्पेशल ट्रेनें प्राण प्रतिष्ठा से पहले चलाने की योजना है, जो कि अयोध्या के लिए 19 जनवरी से रवाना होने लगेंगी. इन ट्रेनों का संचालन करीब सौ दिन तक होता रहेगा. मांग के हिसाब से ट्रेनों का संचालन होगा. अगर ट्रेनें फुल रहीं, अयोध्या आने वाले भक्तों की संख्या अधिक हुईं तो दूसरी विशेष ट्रेन की व्यवस्था कर दी जाएगी.
अंग्रेजी सहित अन्य भाषाओं के लगाए जाएंगे संकेतक
अयोध्या में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती जा रही है और हर दिन 50 हजार श्रद्धालु अयोध्या आने लगे हैं. उम्मीद है कि राममंदिर के उद्घाटन के बाद भक्तों कि संख्या दो से तीन गुना बढ़ जाएगी. ऐसे में श्रद्धालुओं के लिए हर तरह की सुविधाएं विकसित करने का काम किया जा रहा है. श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो इसके लिए अलग-अलग भाषाओं में संकेतक भी लगाए जाएंगे. दक्षिण की तमिल, तेलुगू, अंग्रेजी, गुजराती, मराठी भाषाओं में भी संकेतक होंगे. प्रमुख मंदिरों की ओर से जाने वाले मार्गों की पहचान की जा रही है और तय किया जा रहा है कि जहां गाड़ियों के आने जाने की जरूरत है, वहां ऐसे पहुंचे कि बाकि लोगों की आवाजाही में दिक्कत न हो. जरूरत के हिसाब से रास्तों को लेकर प्लानिंग की जाएगी. वहीं कुछ रास्तों पर ई-रिक्शा को बैन कर दिया गया है.