लखनऊ: योगी सरकार अयोध्या में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का ग्रैंड रिहर्सल कराने जा रही है. 30 दिसंबर को जब पीएम नरेंद्र मोदी अयोध्या इंटरनेशनल एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन का उद्घाटन करेंगे, तब राम की नगरी की साज-सजावट 22 जनवरी 2024 के कार्यक्रम जैसी होगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्रैंड रिहर्सल की तैयारियां करने का निर्देश दिया है.
अयोध्या में दिव्य, भव्य और नव्य मंदिर में श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा को अब एक माह रह गये हैं. सीएम योगी निर्देश दिये हैं कि अयोध्या में चार प्रमुख मार्ग राम पथ, भक्ति पथ, जन्मभूमि पथ व धर्म पथ को आकर्षक ढंग से पुष्पों से सजाया जाए. इस दौरान फुटपाथ पर सुंदर फूलों वाले गमलों को रखा जाए. साथ ही राम पथ के फुटपाथ व मुख्य कैरेज वे के बीच में आकर्षक रेलिंग लगाई जाए. चारों प्रमुख मार्गों पर लाइट एवं फसाड के कार्य एक हफ्ते में ही पूरे कर लिए जाएं. इसमें पीडब्लूडी, राजकीय निर्माण निगम, विकास प्राधिकरण और अयोध्या नगर निगम के बीच बेहतर समन्वय स्थापित होना चाहिए. अयोध्या विश्व स्तरीय पर्यटन सिटी के रूप में नजर आनी चाहिए.
मुख्यमंत्री ने कहा है कि हाईवे से नयाघाट की तरफ आ रहे धर्म पथ की भी सजावट आकर्षक होनी चाहिए और एयरपोर्ट से नयाघाट के मार्ग को उसी प्रकार आकर्षक फूलों से सजाया जाए, जिस प्रकार सुल्तानपुर रोड से एयरपोर्ट फोरलेन मार्ग को सजाया गया है. राष्ट्रीय राजमार्ग लखनऊ-गोरखपुर में अयोध्या बाईपास की रेलिंग को आकर्षक रंगों से पेंट किया जाए. उसकी मीडियन में आकर्षक फूल व गमले आदि रखे जाएं. एनएचआई बाईपास मार्ग के डिवाइडर पर जो सजावट की जा रही है, उनमें बेहतर शाइनिंग होनी चाहिए. अयोध्या में कही भी सड़कों पर धूल तथा गंगी नहीं दिखनी चाहिए.
सीएम ने निर्देश दिये हैं कि अयोध्या में प्रधानमंत्री का स्वागत पुष्पवर्षा करके किया जाए. एयरपोर्ट से लेकर शहर के अन्य विभिन्न स्थानों पर गेट बनाये जाएं और उन्हें बेहतर ढंग से सजाने की व्यवस्था की जाए. बता दें कि रामोत्सव-2024 की तैयारी में जुटी योगी सरकार आने वाले दिनों में ना सिर्फ अयोध्या को बल्कि पूरे प्रदेश को राममय बनाने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है. अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर के उद्घाटन और रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा विभिन्न रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे.
भारत के इतिहास में अबतक के इस सबसे बड़े ग्रैंड इवेंट के लिए 100 करोड़ रुपए से अधिक खर्च किया जा रहा है. माना जा रहा है कि 30 दिसंबर से अयोध्या में उत्सवों की शुरुआत हो जाएगी. प्रदेश के सभी जनपदों में विभिन्न सांस्कृतिक आयोजन भी होंगे. भजन-कीर्तन, रामकथा, प्रवचन और रामलीला का मंचन और भक्तिमय सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होंगी. इस एक माह में देश के प्रख्यात कथावाचक और सुप्रसिद्ध गायकों को अयोध्या में अपनी प्रस्तुति देने का अवसर भी मिलेगा.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 30 दिसंबर को अयोध्या को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट, भव्य रेलवे स्टेशन सहित हजारों करोड़ की योजनाओं का उपहार देंगे. इसे लेकर मुख्यमंत्री ने गुरुवार को ही अयोध्या का दौरा किया था. उन्होंने प्रदेश के मुख्य सचिव डीएस मिश्र को निर्देशित किया है कि 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री के कार्यक्रमों के दौरान अयोध्या को ठीक वैसे ही सजाया जाए, जैसे 22 जनवरी 2024 के लिए तैयारी है.