अयोध्या: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण तेजी से चल रहा है. जनवरी 2024 में मंदिर के गर्भगृह में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. मंदिर निर्माण के साथ ही भगवान राम के जीवन से जुड़े स्थानों को भी पहचान दी जाएगी. इसे ध्यान में रखते हुए अशोक सिंघल फाउंडेशन अयोध्या से रामेश्वरम तक के राम वन गमन मार्ग पर 290 शिलालेख स्थापित करेगा. इसकी शुरुआत उनके जन्मदिन 27 सितंबर को अयोध्या के पौराणिक महत्व के स्थल मणिपर्वत से होगी.
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव और अशोक सिंघल फाउंडेशन के ट्रस्टी चंपत राय ने बताया कि पूर्व आयकर अधिकारी राम अवतार शर्मा ने राम वन गमन मार्ग पर करीब 300 प्रमुख धार्मिक स्थलों का शोध किया था. पिंक सैंड स्टोन के इन स्तंभों पर वाल्मीकि रामायण में वर्णित इन स्थलों के महत्त्व व स्थानीय कथाओं का वर्णन अंकित रहेगा. प्रत्येक स्तंभ केवल 120 वर्ग फीट क्षेत्र में स्थापित किए जाएंगे. जिसकी अनुमति प्रशासन से ले ली गई है. ये स्थल बेहद खूबसूरत बनेंगे.
ये स्तंभ जिन स्थलों पर लगेंगे, वहां वाल्मीकि रामायण में वर्णित इसके महत्व को संस्कृत भाषा में अंकित किया जाएगा. साथ ही वहां की प्रचलित भाषा में उसका अनुवाद भी रहेगा. जैसे दक्षिण के प्रांतों में तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और अंग्रेजी में अनुवाद किया जा सकता है.