अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन होना है. इसकी भव्य तैयारी श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और यूपी सरकार कर रही है. 22 जनवरी को आम लोग के दर्शन की व्यवस्था नहीं होगी. नए मंदिर को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आएंगे. उनके स्वागत के लिए भी संस्कृति विभाग तैयारी में जुटा है. वहां होली तक उत्सव सरीखा माहौल नजर आएगा. अयोध्या शहर में अलग-अलग स्थानों पर रामकथाएं चलती रहेंगी. देश-विदेश के कलाकार आएंगे और रामलीलाओं का मंचन करेंगे। मंदिरों में भजन-कीर्तन होंगे.
मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह सात दिनों तक चलेगा. अनुष्ठान प्रक्रिया की शुरुआत 16 जनवरी से होगी. 22 जनवरी को श्रीरामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मौके पर मौजूद रहेंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार राम मंदिर निर्माण कार्य की जानकारी ले रहे हैं. इस कार्यक्रम में देश-विदेश से काफी संख्या में साधु-संत व मेहमान मौजूद रहेंगे.
सात दिवसीय अनुष्ठान कार्यक्रम
16 जनवरी-मंदिर ट्रस्ट की ओर से नियुक्त यजमान द्वारा प्रायश्चित, सरयू नदी के तट पर दशविध स्नान, विष्णु पूजन और गोदान
17 जनवरी-रामलला की मूर्ति के साथ अयोध्या भ्रमण करेगी शोभायात्रा, मंगल कलश में सरयू का जल लेकर मंदिर पहुंचेंगे श्रद्धालु
18 जनवरी-गणेश अंबिका पूजन, वरुण पूजन, मातृका पूजन, ब्राह्मण वरण, वास्तु पूजन आदि से विधिवत अनुष्ठान आरंभ होगा
19 जनवरी-अग्नि स्थापना, नवग्रह स्थापना और हवन
20 जनवरी- मंदिर के गर्भगृह को सरयू के पवित्र जल से धोने के बाद वास्तु शांति और अन्नाधिवास होगा
21 जनवरी-125 कलशों से दिव्य स्नान के बाद शैयाधिवास कराया जाएगा
22 जनवरी- सुबह पूजन के बाद मध्यान्ह काल में मृगशिरा नक्षत्र में रामलला के विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा होगी
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