छात्रों का 15 जनवरी तक सौ प्रतिशत वैक्सीनेशन जरूरी, लक्ष्य पूरा नहीं होने पर कार्रवाई तय
जो विद्यालय टीकाकरण का लक्ष्य पूरा नहीं करेंगे उनकी मान्यता वापस लेने की कार्रवाई की जाएगी. तीसरी लहर के खतरे को देखकर किशोरों का टीकाकरण कराया जा रहा है.
UP Students Vaccination: आजमगढ़ में टीएनजर्स (15 से 18 साल के बच्चों) के कोरोना रोधी वैक्सीनेशन का लक्ष्य शत-प्रतिशत पूरा नहीं हुआ तो स्कूलों पर गाज गिर सकती है. उनकी मान्यता वापस ली जा सकती है और विद्यालय की प्रबंध समिति पर कार्रवाई की जाएगी. सख्ती शासकीय और निजी हाई/हायर सेकेंडरी स्कूलों पर लागू होगी. सभी को 15 जनवरी तक छात्रों का वैक्सीनेशन कराना है.
जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. वीके शर्मा ने बताया कि डीएम के आदेश पर जिले के समस्त माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को निर्देश दिया गया है कि 15 जनवरी 2022 के पूर्व 15-18 वर्ष के छात्रों का कोविड रोधक वैक्सीनेशन पूरा कराएं. स्वास्थ्य विभाग की टीम कार्ययोजना के अनुसार विद्यालय में जाकर वैक्सीनेशन कर रही है. बावजूद इसके वैक्सीनेशन का प्रतिशत बहुत कम है.
अब तक करीब 50 फीसदी विद्यार्थियों का वैक्सीनेशन हो सका है. प्रगति संतोषजनक नहीं होने पर डीआईओएस ने समस्त विद्यालयों को निर्देश दिए हैं कि वो आवश्यकतानुसार अध्यापक की ड्यूटी लगाकर बसों से 15-17 वर्ष के विद्यार्थियों को बुलाकर शत-प्रतिशत टीकाकरण कराएं, जो विद्यालय टीकाकरण का लक्ष्य पूरा नहीं करेंगे उनकी मान्यता वापस लेने की कार्रवाई की जाएगी. डॉ. वीके शर्मा ने बताया कि तीसरी लहर के खतरे को देखकर किशोरों का टीकाकरण कराया जा रहा है.
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जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. वीके शर्मा ने कहा कि सुरक्षा चक्र जरूरी है. बताया कि माध्यमिक से संचालित समस्त विद्यालयों में करीब 3 लाख विद्यार्थी ऐसे हैं, जिनकी उम्र 15 से 17 वर्ष की है. इनका वैक्सीनेशन स्कूलों पर किया जा रहा है. कई विद्यालय टीकाकरण के लक्ष्य से काफी पीछे हैं. 15 जनवरी तक का समय है. यदि जो विद्यालय लक्ष्य पूरा नहीं करेंगे उनकी प्रबंध समितियों पर भी कार्रवाई होगी.