बलरामपुर में तुलसीपुर स्थित लौकहवा गांव के पास तड़के सुबह यात्रियों से भरी रोडवेज बस पुल की रेलिंग तोड़कर नीचे खाई में पलट गई. यात्रियों के चीख पुकार की आवाज आसपास के ग्रामीणों तक पहुंची. देखते ही देखते घटनास्थल पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई. सूचना पर पुलिस व एंबुलेंस भी पहुंच गई. बस में फंसे यात्रियों को ग्रामीणों की मदद से बाहर निकाला गया. घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया. हादसे में पचपेड़वा के औरहवा गांव निवासी 22 वर्षीय दिलीप प्रजापति पुत्र संतोष कुमार समेत दो यात्रियों की मौत हो गई. चालक संतोष कुमार सैनी व परिचालक मऊ निवासी सूरज व नेपाली यात्री समेत 18 लोग घायल हुए हैं. घायलों को जिला मेमोरियल अस्पताल व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तुलसीपुर में भर्ती कराया गया है. चालक संतोष की हालत नाजुक होने पर बहराइच मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है.
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जानकारी के मुताबिक बलरामपुर डिपो की बस संख्या यूपी 47 टी 2648 गुरुवार रात करीब 11 बजे कैसरबाग लखनऊ से बढ़नी के लिए चली थी. सुबह करीब पांच बजे बलरामपुर में यात्रियों को उतारने के बाद बस बढ़नी ने के लिए निकली. बस में 36 यात्री सवार थे. राष्ट्रीय राजमार्ग तुलसीपुर स्थित लौकहवा गांव के पास बस अनियंत्रित होकर पुल की रेलिंग को तोड़ते हुए खाई में पलट गई. हादसे में बस चालक, परिचालक समेत 30 वर्षीय मोहम्मद खान, भोजपुर संतरी निवासी 37 वर्षीय कृष्ण कुमार व अन्य घायलों को जिला मेमोरियल अस्पताल में भर्ती कर उपचार किया गया. चालक की हालत गंभीर देखते हुए चिकित्सकों ने रेफर कर दिया. इनमें दांग नेपाल के गुंगखोला निवासी 18 वर्षीय वीरू, कपिलवस्तु बढ़नी के कुशवा गांव निवासी 28 वर्षीय रामसागर, यही के 30 वर्षीय राधेश्याम, मड़ियांव लखनऊ की 20 वर्षीय लक्ष्मी, गौरा चौराहा के भगिया गांव की रहने वाली 40 वर्षीय चिनकना, औरहवा पचपेड़वा के 20 वर्षीय पिंटू विश्वकर्मा, यहीं के 28 वर्षीय उमर व 18 वर्षीय दुर्गेश कुमार का इलाज सीएससी में चल रहा है. बता दें कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुए दर्दनाक हादसे के बाद सड़क पर जाम लग गया. बस में कई मृत यात्रियों के फंसे होने का कयास लोग लगाते रहे. सुबह करीब 8:30 बजे घटनास्थल पर क्रेन मंगाई गई. क्रेन ने दुर्घटनाग्रस्त रोडवेज बस को खाई से निकाला.