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बस्ती में CDO की डांट से ACMO हुए बीमार, अस्पताल के आक्रोशित डॉक्टर और कर्मियों ने प्रदर्शन कर की यह मांग

बस्ती में सीडीओ ने मीटिंग के दौरान एसीएमओ से अभद्र भाषा का प्रयोग कर दिया. बैठक में सीडीओ की डांट से एसीएमओ के छाती में दर्द हुआ, उन्हें तत्काल जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया. जिसके बाद देर रात जिला अस्पताल के डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.

यूपी के बस्ती (Basti) में शुक्रवार को आयुष्मान कार्ड (Ayushman Card) में रैंकिंग को लेकर बैठक आयोजित की गई. बैठक में सीडीओ सीएस जयदेव (CDO CS Jaidev) ने डॉक्टरों की कार्य प्रगति का रिपोर्ट कार्ड मांगा. इसके बाद रिपोर्ट कार्ड सही न होने पर सीडीओ ने डॉक्टरों को कार्य में तेजी लाने को बात कही. साथ ही बस्ती जिले की आयुष्मान कार्ड में मेरिट खराब होने को लेकर फटकार भी लगाई. मीटिंग के दौरान सीडीओ और एसीएमओ डॉ.एएसन त्रिगुन (ACMO Dr.ASN Trigun) के बीच कुछ कहा सुनी भी हुई. सीएमओ ने सीडीओ पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए कहा कि सीडीओ की डांट से एसीएमओ के छाती में दर्द हुआ, उन्हें तत्काल जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया. वहां से डॉक्टरों ने देर रात एसीएमओ को गोरखपुर हायर सेंटर रेफर कर दिया. जिसके बाद देर रात एसीएमओ के समर्थन में जिला अस्पताल के डॉक्टरों के साथ-साथ स्वास्थ्यकर्मियों ने जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करना शुरू कर दी. साथ ही धरना-प्रदर्शन व सामूहिक इस्तीफा देने का ऐलान किया.

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मैं बाल-बच्चों वाला आदमी हूं- एसीडीओ

वहीं अस्पताल में भर्ती एसीएमओ ने कहा कि बच्चों को कैसे पढ़ाऊंगा? मैं लगातार ढाई महीने से मेहनत से काम कर रहा हूं. मैंने हाल के दिनों में कितना काम किया कि हम ही जानते हैं. लखनऊ से लेकर कानपुर तक गया. लेकिन हमारे अधिकारी मुझसे हमेशा अभद्र व्यवहार करते हैं. हमेशा मुझे प्रताड़ित करते हैं. मैं बाल-बच्चों वाला आदमी हूं. जब भी उनके पास जाता हूं, वह मुझे डांटने लगते हैं. कहते हैं कि तुम्हारी सैलरी रुकवा दूंगा. मैं अपने बच्चों को कैसे पढ़ाऊंगा. मीटिंग में भी सीडीओ सर ने मेरे साथ ऐसे ही दुर्व्यवहार की. उन्होंने कहा कि प्रमोशन रुकवा देंगे. सैलरी रुक जाएगी. मैं पेड सैलरी पर काम करने वाला आदमी हूं. बताइए घर-परिवार कैसे चलेगा? उनकी बातें सुनकर मुझे छाती में दर्द हुआ. बहुत ज्यादा दर्द हुआ और मैं वहीं बैठ गया. कब अस्पताल लाया गया? यह मुझे खुद नहीं पता. अपनी बात बताते हुए डॉ. एएन त्रिगुन बदहवास हो गए. उन्होंने रूंधे गले पूरी बात बताई. यहां यह भी बात निकलकर सामने आई है कि डॉ. एएन त्रिगुन का सैलरी पिछले एक महीने से रुकी हुई है.

मेंटल ट्रॉमा के चलते आया अटैक-सीएमओ

वहीं सीएमओ रमा शंकर दुबे ने कहा कि आयुष्मान कार्ड को लेकर बैठक की गई थी. इसमें सीडीओ साहब बहुत नाराज हुए. उन्होंने एसीएमओ को डांट दिया. इसके बाद डॉ. त्रिगुन रोने लगे. उन्हें बहुत ज्यादा मेंटल ट्रॉमा हुआ. उनके छाती में दर्द शुरू हो गया. यह दर्द हार्ट अटैक के चलते आया है. डॉ. त्रिगुन को आईसीयू में भर्ती कराया गया. उनकी सैलरी रुकी हुई है. वह काफी दिनों से इसको बहाल करने की गुहार भी लगा रहे थे. उन्होंने आगे कहा कि मेरी डीएम साहब से बात हुई है. उन्होंने डॉ. त्रिगुन को बेहतर इलाज कराने की बात कही है. डीएम ने कहा है कि सबसे पहले एसीएमओ का बेहतर इलाज कराया जाए. सामूहिक इस्तीफे की बात है तो सभी डॉक्टर और कर्मी दुखी हैं. उन्होंने यही कहा है. इमरजेंसी सेवाएं शुरू हैं. अन्य स्वास्थ्य सेवाएं अभी बाधित हैं. अब एसोसिएशन ही निर्णय लेगा कि इस रवैये पर क्या कुछ किया जाना है.

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यूपी में सब चोर रहते हैं- सीडीओ

वहीं आईएमए स्टेट अध्यक्ष डॉ. अनिल श्रीवास्तव ने कहा कि सीडीओ बस्ती ने एसीएमओ रैंक के चिकित्सक डॉ. एएन त्रिगुन के साथ अभद्रता की है. उनसे गलत तरीके से बात की है. सीडीओ ने कहा कि यूपी में सब चोर रहते हैं. पूर्वांचल में सभी चोर रहते हैं. डॉ. त्रिगुन को मेंटल ट्रॉमा के चलते हार्ट अटैक आया है. डॉ. अनिल श्रीवास्तव ने कहा कि शनिवार को सभी डॉक्टर काला फीता लगाकर काम तो करेंगे और इस हरकत का विरोध करेंगे. आईएमए बस्ती स्टेट मांग करता है कि सीडीओ माफी मांगे. तीन दिन के अंदर एक्शन नहीं लिया जाता है तो हम पूरे जिले में प्रदर्शन करेंगे.

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