UP Chunav 2022: मोदी लहर में भी ज्ञानपुर से विधायक बने विजय मिश्रा, कुछ ऐसा रहा है बाहुबली का सियासी सफर
UP Chunav 2022: भदोही की ज्ञानपुर सीट से इस समय बाहुबली विजय मिश्रा विधायक हैं. उन्होंने निषाद पार्टी के टिकट पर 2017 में मोदी लहर में भी जीत दर्ज करने में कामयाब रहे. वह लगातार चार बार से विधायक हैं.
Uttar Pradesh Vidhan Sabha Chunav 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के सातवें और अंतिम चरण में 9 जिलों की 54 सीटों पर मतदान होगा. इस चरण में बाहुबली विजय मिश्रा की भी किस्मत का फैसला होगा. विजय मिश्रा ज्ञानपुर विधानसभा सीट से लगातार चार बार से विधायक हैं. तीन बार वह समाजवादी पार्टी से विधायक बने, जबकि 2017 में निषाद पार्टी के टिकट पर मोदी लहर में भी जीत दर्ज की. इस बार वह प्रगतिशील मानव समाज पार्टी से चुनावी मैदान में हैं.
विजय मिश्रा एक बार फिर चुनाव मैदान में
भदोही जिले की ज्ञानपुर विधानसभा को महर्षि वाल्मीकि की तपोस्थली के रूप में भी जाना जाता है. यहां माता सीता का समाहित स्थल भी है. ज्ञानपुर सीट से इस बार के चुनाव में विजय मिश्रा को सपा के रामकिशोर बिंद चुनौती दे रहे हैं. इसके अलावा बसपा ने उपेंद्र सिंह और भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी निषाद पार्टी ने विपुल दुबे को उम्मीदवार घोषित किया है.
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ज्ञानपुर विधानसभा सीट का सियासी इतिहास
ज्ञानपुर विधानसभा सीट का गठन 1962 में हुआ. इसके पहले यह औराई और भदोही विधानसभा क्षेत्र के साथ जुड़ा हुआ था.
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2017- विजय मिश्रा- निषाद पार्टी
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2012, 2007, 2002- विजय मिश्रा- सपा
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1996- गोरखनाथ पांडेय- बीजेपी
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1993- रामकिशोर बिंद- बसपा-सपा गठबंधन
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1991- लालचंद पांडेय- बीजेपी
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1989- रामरति बिंद- जनता दल
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1985 – शारदा प्रसाद बिंद- कांग्रेस
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1980- वृद्धि नारायण सिंह- कांग्रेस
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1977- पं. श्यामधर मिश्र- कांग्रेस
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1974- रामरति बिंद- भारतीय क्रांति दल
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1967- मुरलीधर पांडेय- जनसंघ
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1962- हरज्ञान सिंह- कांग्रेस
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ज्ञानपुर विधानसभा में मतदाता
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कुल मतदाता : 3,68,095
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पुरुष : 2,01,102
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महिला : 1,66,993
विजय मिश्रा पर सबसे ज्यादा आपराधिक मामले
बता दें, विजय मिश्रा इस बार का चुनाव प्रगतिशील मानव समाज पार्टी के टिकट पर लड़ रहे हैं. सातवें चरण में उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक मामलों में वह पहले स्थान पर हैं. विजय मिश्रा के ऊपर 24 मामले दर्ज हैं, जिनमें 50 मामले गंभीर धाराओं में दर्ज किए गए हैं. विजय मिश्रा जेल से ही चुनाव लड़ रहे हैं. उनका नामांकन उनकी बेटी ने कराया. विजय मिश्रा रिश्तेदार की संपत्ति कब्जा करने और दुष्कर्म के मामले में आगरा जेल में बंद हैं.
Posted By: Achyut Kumar