राज्यसभा उपचुनाव: भाजपा ने पूर्व डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा को बनाया उम्मीदवार, जानें जीत क्यों है तय…

उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की खाली हुई एक सीट पर उपचुनाव के लिए भाजपा ने अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है. भाजपा ने डॉ. दिनेश शर्मा को प्रत्याशी बनाया है. डॉ. दिनेश शर्मा योगी सरकार के पहले कार्यकाल में उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं.

By Sanjay Singh | September 3, 2023 3:39 PM

Lucknow: भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश में खाली हुई राज्यसभा सीट के लिए उम्मीदवार का रविवार को ऐलान कर दिया है. पार्टी ने उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा को राज्यसभा उपचुनाव का प्रत्याशी घोषित किया है.

निर्वाचन आयोग ने पिछले महीने ही उत्तर प्रदेश की रिक्त सीट पर चुनाव की घोषणा की थी. भाजपा सांसद हरद्वार दुबे के निधन के बाद यह सीट खाली हुई थी.

भारत निर्वाचन आयोग ने हरद्वार दुबे के निधन के बाद उत्तर प्रदेश से इस राज्यसभा सीट को 26 जून 2023 को रिक्त घोषित कर दिया गया था. हरद्वार दुबे का कार्य कार्यकाल 25 नवंबर 2026 तक है. इस वजह से भारत निर्वाचन आयोग ने अब इस सीट पर उपचुनाव का कार्यक्रम घोषित किया है.

भारत निर्वाचन आयोग के कार्यक्रम के मुताबिक उपचुनाव को लेकर 29 अगस्त 2023 को अधिसूचना जारी कर दी गई. इसके साथ ही उम्मीदवारों के नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई. हालांकि अभी तक किसी ने नामांकन नहीं किया है. नामांकन की अंतिम तारीख 5 सितंबर है. नामांकन पत्रों की जांच 6 सितंबर को होगी और 8 सितंबर तक उम्मीदवार अपना नामांकन वापस ले सकते हैं.

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15 सितंबर को उपचुनाव को लेकर मतदान

15 सितंबर को उपचुनाव को लेकर मतदान होगा और इसी दिन मतगणना के बाद नतीजा घोषित किए जाएगा. निर्वाचन आयोग ने 19 सितंबर से पहले चुनाव की प्रक्रिया पूरी करने की बात कही है. सदस्यों की संख्या के हिसाब से भाजपा का पलड़ा भारी है. इसलिए भाजपा के घोषित उम्मीदवार डॉ. दिनेश शर्मा की जीत तय मानी जा रही है. जिस प्रकार से राज्यसभा उपचुनाव को लेकर विपक्ष में कोई हलचल नहीं है, उससे इस बात की भी संभावना है कि विपक्ष की ओर से उम्मीदवार मैदान में नहीं उतारा जाएगा.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ा है डॉ. दिनेश शर्मा का परिवार

डॉ. दिनेश शर्मा का परिवार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पृष्ठभूमि से आता है. उनके पिता केदार नाथ शर्मा संघ में सक्रिय रहे. दिनेश शर्मा स्वयं भी छात्रजीवन में संघ के सामाजिक कार्यों से जुड़े रहे. उन्होंने छात्र राजनीति राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अनुषंगिक संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से की. रष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की लखनऊ शाखा में प्रमुख के तौर पर 1987 में रहे. डॉ. दिनेश शर्मा ने लखनऊ विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की और फिर बाद में इसी विश्वविद्यालय में प्रोफेसर भी रहे. प्रोफेसर कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई पुस्तकों का लेखन किया.

डॉ. दिनेश शर्मा का छात्र राजनीति से अब तक का सफर

  • वर्ष 1987 में डॉ. दिनेश शर्मा को लखनऊ विद्यार्थी परिषद के अध्यक्ष के तौर पर चुना गया.

  • वर्ष 1991 में प्रदेश भारतीय जनता युवा मोर्चा का प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया.

  • वर्ष 1993 से 1998 तक भारतीय युवा जनता मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष रहे.

  • भाजपा सरकार बनने पर इन्हें राज्य मंत्री का दर्जा प्रदान कर उत्तर प्रदेश पर्यटन विकास निगम का उपाध्यक्ष बनाया गया.

  • डॉ. दिनेश शर्मा बाद में भारत सरकार में राष्ट्रीय युवा मोर्चा आयोग के सदस्य बनें.

  • डॉ. दिनेश शर्मा ने उत्तर प्रदेश पर्यटन नीति व भारत सरकार की युवा नीति तैयार करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया.

  • डॉ. दिनेश शर्मा को पर्यटन निगम के उपाध्यक्ष रहते हुए भाजपा संगठन में उत्तर प्रदेश भारतीय जनता युवा मोर्चा का प्रदेश प्रभारी भी बनाया गया.

  • डॉ. दिनेश शर्मा वर्ष 2006 में प्रथम बार लखनऊ के मेयर चुने गए.

  • डॉ. दिनेश शर्मा वर्ष 2012 में दूसरी बार लखनऊ के मेयर चुने गए. भारी मतों से विजयी होने पर लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड्स में नाम दर्ज हुआ.

  • 16 अगस्त, 2014 को डॉ. दिनेश शर्मा को भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और गुजरात प्रदेश का प्रभारी भी बनाया गया.

  • देश के सबसे बड़े राजनीतिक सदस्यता अभियान का आपको राष्ट्रीय प्रभारी बनाया गया, जिसमें राष्ट्रीय नेताओं के मार्गदर्शन में भाजपा दुनिया की सबसी बड़ी पार्टी बनी.

  • वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में जब भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी तब डॉ. दिनेश शर्मा को प्रदेश का उपमुख्यमंत्री बनाया गया. वर्तमान में वह विधान परिषद सदस्य हैं.

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