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UP Election 2022: BJP की Aditi Singh के सामने कांग्रेस के मनीष चौहान, दिलचस्प हुई रायबरेली सदर की लड़ाई?

मनीष चौहान का दावा है कि वो रायबरेली सदर सीट से चुनाव जीत जाएंगे. जबकि, अदिति सिंह रायबरेली सदर सीट से सीटिंग विधायक हैं और अपनी जीत तय मान रही हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | February 5, 2022 1:26 PM
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Aditi Singh News: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के चौथे फेज में 23 फरवरी को रायबरेली सदर सीट पर मतदान होना है. इस सीट से कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल अदिति सिंह को पार्टी ने मैदान में उतारा है. दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी ने डॉ. मनीष चौहान को अदिति सिंह से मुकाबला करने के लिए टिकट दिया है. मनीष चौहान का दावा है कि वो रायबरेली सदर सीट से चुनाव जीत जाएंगे. जबकि, अदिति सिंह रायबरेली सदर सीट से सीटिंग विधायक हैं और अपनी जीत तय मान रही हैं.

अदिति सिंह को रायबरेली से फिर मिलेगी जीत?

रायबरेली सदर सीट पर सपा ने अपने पुराने प्रत्याशी आरपी यादव को दोबारा टिकट दिया है. इस बार भी बसपा ने मोहम्मद अशरफ पर दांव खेला है. सियासी जानकारों की मानें तो इस सीट से मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है. अगर डॉ. मनीष चौहान की बात करें तो वो कांग्रेस के पुराने नेता हैं. वो पेशे से डॉक्टर हैं. रायबरेली को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है और पार्टी को उम्मीद है कि यह उनके फेवर में होगा. अदिति सिंह और उनके पिता अखिलेश कुमार सिंह का काफी ज्यादा नाम है.

रायबरेली में अदिति सिंह का बजता है डंका

रायबरेली सदर सीट से बीजेपी उम्मीदवार अदिति सिंह के सियासी रसूख की बात करें तो वो बाहुबली विधायक रहे अखिलेश सिंह की बेटी हैं. 2017 में अदिति सिंह रायबरेली सदर सीट से कांग्रेस के टिकट पर 90 हजार से ज्यादा वोटों से जीती थीं. 2017 में अदिति सिंह 29 साल की उम्र विधायक चुनी गईं थी. उनके पिता पांच बार विधायक रहे. सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी के विरोध बावजूद अखिलेश सिंह चुनाव जीते थे. साल 2017 में मोदी लहर के बावजूद कांग्रेस से अदिति सिंह चुनाव जीत गईं थी.

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पत्नी बीजेपी और पति कांग्रेस पार्टी में…

बीजेपी प्रत्याशी अदिति सिंह ने अमेरिका की ड्यूक यूनिवर्सिटी से मैनेजमेंट की पढ़ाई की. वो मैनेजमेंट में करियर बनाना चाहती थीं. बाद में पिता के नक्शे-कदम पर राजनीति में आईं. उनके पति अंगद सिंह पंजाब के चर्चित नेता दिलबाग सिंह के परिवार से संबंध रखते हैं. दिलबाग सिंह पंजाब के नंवा शहर से छह बार कांग्रेस विधायक थे. 2002 के चुनाव में दिलबाग सिंह के भतीजे प्रकाश सिंह ने नवां शहर से जीत हासिल की. आगे चलकर प्रकाश सिंह के बेटे अंगद सिंह नवां शहर से कांग्रेस के टिकट पर जीते.

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